पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग के नाम पर रखा गया घोंघे की नई प्रजाति का नाम
- घोंघे की एक नई प्रजाति को वैज्ञानिकों ने हाल ही में ढूंढ निकाला है, जो तापमान के प्रति संवेदनशील प्रजातियों के परिवार का अंग माना जा रहा है। पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग के सम्मान में इसका नाम क्रैसेपोट्रोपिस ग्रेथथुनबेर्गे (Craspedotropis gretathunbergae) वैज्ञानिकों की ओर से रखा गया है। जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूकता फैलाने की दिशा में ग्रेटा का योगदान उल्लेखनीय रहा है।
- घोंघे की नई प्रजाति को ‘बायोडायवर्सिटी डेटा’ नामक पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन में कैनेओगैस्ट्रोपोडा (Caenogastropoda) समूह का बताया गया है। घोंघे की इस नई प्रजाति को नीदरलैंड में नेचुरल बायोडायवर्सिटी सेंटर के वैज्ञानिकों द्वारा ब्रुनेई में कुआला बेलांग फील्ड स्टडी सेंटर के निकट ढूंढ निकाला गया है। वैज्ञानिकों ने सर्वसम्मति से वोट करके इस प्रजाति का नाम ग्रेटा के नाम पर रखा है।
नहीं रहे Cut-Copy-Paste’ फंक्शन दुनिया को देने वाले कंप्यूटर साइंटिस्ट लैरी टेस्लर
- जिस कंट्रोल सी (Ctrl+C) और कंट्रोल वी (Ctrl+V) का इस्तेमाल आज दुनिया कर रही है, उसे पहली बार लाने वाले लैरी टेस्लर ने 74 वर्ष की उम्र में हमेशा के लिए अपनी आंखें मूंद ली हैं। मोडलेस कंप्यूटिंग को लेकर टेस्लर का जुनून हमेशा देखने लायक रहा। टेस्लर के दिमाग में ‘कट, कॉपी, पेस्ट’ का विचार जेरॉक्स पालो ऑल्टो रिसर्च सेंटर में काम करने के दौरान आया था।
- कंप्यूटर की दुनिया में 1960 के दशक में काम करना उन्होंने तब शुरू किया था, जब अधिकतर लोग कंप्यूटर के बारे में नहीं जानते थे। वर्ष 1945 में न्यूयॉर्क में जन्म लेने वाले लैरी टेस्लर ने कैलिफोर्निया के स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की और ग्रेजुएशन पूरा करके कंप्यूटर के इस्तेमाल को आसान बनाने के उद्देश्य से उन्होंने सिस्टम ‘इंटरफेस डिजाइन’ में काफी मेहनत से विशेषज्ञता हासिल कर ली थी। एप्पल के अलावा टेस्लर ने अमेजन और याहू के साथ भी कुछ वक्त के लिए काम किया था।
5G हैकथॉन को दूरसंचार विभाग ने किया लॉन्च
- दूरसंचार विभाग की ओर से हाल ही में 5G हैकाथन लॉन्च किया गया है। सरकार के अलावा शिक्षाविदों व उद्योग हितधारकों के साथ मिलकर दूरसंचार विभाग (DoT) ने ‘हैकथॉन’ को लॉन्च किया है। इस हैकथॉन के जरिये ऐसे अत्याधुनिक विचार शॉर्टलिस्ट किये जायेंगे, जिन्हें व्यावहारिक 5 जी उत्पादों के साथ समाधानों में तब्दील किया जाना है। इसी साल 16 अक्टूबर को इंडिया मोबाइल कांग्रेस का आयोजन होगा, जहां इसके विभिन्न चरणों में विजयी हुए प्रतिभागियों के बीच 2.5 करोड़ रुपये के पुरस्कार वितरित किये जायेंगे।
- थर्ड जनरेशन पार्टनरशिप प्रोजेक्ट (3GPP) पर 5G वायरलेस संचार टेक्नोलॉजी आधारित होगी। मोबाइल नेटवर्क टेक्नोलॉजी का अगला स्टेप ऑटो 4G LTE के बाद यही होने वाला है। डाउनलोडिंग व अपलोडिंग की गति 5G टेक्नोलॉजी में 4G नेटवर्क के मुकाबले 100 गुना ज्यादा होगी। इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स (IoT) के साथ ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) एवं वर्चुअल रियलिटी (VR) को इससे प्रोत्साहन मिल पायेगा।
“थाई मांगुर” मछली के प्रजनन केंद्रों को महाराष्ट्र सरकार ने नष्ट करने का दिया आदेश
- दूषित वातावरण में मांगुर मछली की खेती होने की वजह से हाल ही में थाई मांगुर मछली प्रजनन केंद्रों को महाराष्ट्र सरकार की ओर से नष्ट किये जाने का आदेश जारी किया गया है। थाई मांगुर के अलावा इस मछली को महाराष्ट्र में विदेशी मांगुर और अफ्रीकी मांगुर के नाम से भी जाना जाता है। थाई मांगुर की खेती पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की ओर से पहले ही प्रतिबंध लगा दिया गया था।
- अन्य मछलियों के लिए खतरा बनने की वजह से और इसके दूषित वातावरण में खेती होने के कारण लोगों के बीमार पड़ने के खतरे को देखते हुए मांगुर मछली पर भारत में प्रतिबंध लगा दिया गया था। इसके जिंदा रहने की क्षमता के कारण मांगुर मछलियों की खेती और बिक्री भारत में इसके कई नुकसान के बावजूद बेहद लोकप्रिय है। तीन फीट से पांच फीट तक इसकी लंबाई होती है।
आयोजित हुआ पहला राष्ट्रीय जैविक भोजन उत्सव
- भारत की राजधानी में नई दिल्ली में गत 21 से 23 फरवरी तक केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय की ओर से राष्ट्रीय जैविक भोजन उत्सव (National Organic Food Festival) का आयोजन किया गया, जो कि इस तरह का पहला आयोजन था और जिसमें देश भर से लगभग 150 महिला उद्यमियों ने हिस्सा लिया।
- जैविक उत्पादों के उत्पादन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आयोजित इस उत्सव में स्वयं सहायता समूहों की ओर से अपने फल, मसाले, शहद, सब्जी, और ड्राई फ्रूट आदि उत्पादों का प्रदर्शन किया गया। राष्ट्रीय जैविक भोजन उत्सव का थीम Unleashing India’s Organic Market Potential था।
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2020 का भुवनेश्वर में हुआ आगाज
- उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर में ‘खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2020’ बीते 21 फरवरी को शुरू हुआ था,जो आगामी 1 मार्च तक चलने वाला है। इसमें देशभर की यूनिवर्सिटीज के स्टूडेंट्स हिस्सा ले रहे हैं।
- केन्द्रीय खेल मंत्रालय की ओर से अब इन खेलों में दो कैटेगरी यानी कि अंडर 17 और अंडर 21 में भी प्रतिभागियों के हिस्सा लेने की व्यवस्था शुरू कर दी गयी है। इस दौरान जो प्रतिभावान खिलाड़ी चयनित होंगे, उन्हें आठ वर्षों तक 5 लाख रुपये की वित्तीय मदद सरकार की ओर से मुहैया कराई जाएगी।
स्वीडन ने स्थायी खाद्य समाधान के लिए एक मिलियन डॉलर के पुरस्कार का किया ऐलान
- हाल ही में स्वीडन की ओर से दुनियाभर में खाद्य आपूर्ति को लेकर जलवायु परिवर्तन से जुड़े खतरे के समाधान की दिशा में कार्य को बढ़ावा देने के उद्देश्य से “फूड प्लेनेट प्राइज” के नाम से एक मिलियन डॉलर के एक पुरस्कार की घोषणा की गई है।
- हर वर्ष यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। दुनिया की जनसंख्या वर्तमान के 7.8 अरब से बढ़कर 2050 में 10 अरब तक होने का अनुमान है। दुनियाभर में इस समय 820 मिलियन से ज्यादा लोगों को भोजन नसीब नहीं हो पा रहा है। साथ ही आबादी का एक बड़ा हिस्सा अच्छी गुणवत्ता वाले आहार से वंचित है।
भारत को वर्ल्ड वाइड एजुकेशन फॉर द फ्यूचर इंडेक्स में मिला 35वां स्थान
- पांच स्थान की छलांग के साथ इकोनॉमिक इंटेलिजेंस यूनिट की ओर से वर्ष 2019 के लिए जारी ‘वर्ल्डवाइड एजुकेशन फॉर द फ्यूचर इंडेक्स’ में भारत को 35वां स्थान हासिल हुआ है। कोई देश स्किल आधारित शिक्षा अपने स्टूडेंट्स को किस तरह से प्रदान कर रहा है, इसी आधार पर यह रैंकिंग दी जाती है।
- वर्ष 2018 में भारत इस सूचकांक में 40वें स्थान पर था। सामाजिक-आर्थिक परिवेश में भारत का प्रदर्शन बेहतर रहा है। पिछले वर्ष की तुलना में भारत के साथ चीन और इंडोनेशिया का भी प्रदर्शन बेहतर रहा है।
अगले केन्द्रीय सतर्कता आयुक्त चुने गए संजय कोठारी
- संजय कोठारी, जो कि राष्ट्रपति के सचिव हैं, वे अगले केन्द्रीय सतर्कता आयुक्त होंगे। प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई वाली समिति की ओर से सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी का चयन इसके लिए किया गया है। के. संथनम समिति की शिफारिशों के मद्देनजर केंद्र सरकार की ओर से केन्द्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) की स्थापना फरवरी, 1964 में हुई थी।
- केंद्रीय सतर्कता आयुक्त सीवीसी की अध्यक्षता करते हैं और चयन समिति की सिफारिशों के आधार पर राष्ट्रपति द्वारा दो सतर्कता आयुक्त की नियुक्ति इसमें की जाती है। चयन समिति के सभापति प्रधानमंत्री होते हैं। केंद्रीय गृह मंत्री के साथ लोकसभा में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी के नेता या फिर संसद में बहुमत वाले दल के नेता भी इस समिति का हिस्सा होते हैं।