आज ऐसा कोई भी क्षेत्र नही जिसमे कंप्यूटर का उपयोग न होता हो। आज कंप्यूटर का प्रयोग हर दफ्तर में किया जाता है और यदि आप इसे चलाना सीख जाएं, तो नौकरी के कई द्वार आपके लिए खुल जाते हैं । पर क्या हम जानते हैं कि कंप्यूटर क्या है और क्या हैं इसके मुख्या भाग?
कंप्यूटर आपस में काम कर रहे बहुत से भागों की प्रणाली है, और इसके मुख्या भाग हैं-
1. इनपुट आउटपुट डिवाइस (Input-Output Device)
इन उपकरणों का प्रयोग कंप्यूटर में इनपुट करने और कंप्यूटर द्वारा आउटपुट दिखाने के लिए किया जाता है। बहुत से उपकरणों को इनपुट आउटपुट डिवाइस कहा जाता है जैसे माउस, कीबोर्ड, स्कैनर, प्रिंटर, मॉनिटर आदि।
2. सिस्टम यूनिट (System Unit)
सिस्टम यूनिट को “सिस्टम कैबिनेट” के नाम से भी जाना जाता है। कंप्यूटर के कई मुख्य भाग जैसे मदरबोर्ड, रैम और प्रोसेसर सिस्टम यूनिट के अंदर ही होते हैं।
यह सब कंप्यूटर हार्डवेयर का एक हिस्सा है। आज कंप्यूटर हार्डवेयर के क्षेत्र में भी करियर बनाने के लिए असीम संभावनाएं मौजूद हैं। पहले समस्या यह थी कि Career Counselling for computer hardware के अभाव में बहुत से स्टूडेंट्स समझ ही नहीं पाते थे कि कंप्यूटर हार्डवेयर की पढ़ाई करना उनके करियर के लिए कितनी बड़ी उपलब्धि साबित हो सकता है। पर आज समय बदल चूका है करियर काउंसलिंग के जरिये आप इस क्षेत्र में नौकरी के अवसर आसानी से जान सकते हैं और अपने करियर को एक सही दिशा दे सकते हैं। दरअसल‚ कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर्स की भी आज की तारीख में बहुत मांग है‚ क्योंकि अब शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र रह गया है‚ जहां कंप्यूटर तकनीकों का इस्तेमाल नहीं हो रहा। ऐसे में कंप्यूटर में समस्याएं तो होती ही रहती हैं‚ जिन्हें सुलझाने के लिए किसी और की नहीं‚ कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियरों की ही जरूरत होती है।
3. Computer मेमोरी (Memory)
कंप्यूटर में मेमोरी का प्रयोग प्रोग्राम और डाटा को संग्रहित करने में होता है ताकि बाद में आवश्यकतानुसार उसका उपयोग किया जा सके। मेमोरी किसी भी कंप्यूटर का एक काफी महत्वपूर्ण अंग होता है। मेमोरी का उपयोग परिणामों को संग्रहीत करने के लिए भी किया जाता है।
ये भी जानें
Computer Memory – मेमोरी दो किस्मों की होती है, रौम (ROM) और रैम (RAM)
रौम (ROM)- रौम का मतलब होता है रीड ओनली मेमोरी। इस मेमोरी में जो जानकारी होती है उसमें कोई परिवर्तन नहीं किया जा सकता है, इसमें जो जानकारी होती है उसे बस पढ़ा जा सकता है।
रैम (RAM)- रैम का मतलब होता है रैंडम एक्सेस मेमोरी। इसका प्रयोग तब होता है जब आप कंप्यूटर पर काम करते हैं। ये जानकारी बस तभी तक रहती है जब तक आपका कंप्यूटर काम कर रहा होता है। कंप्यूटर को बंद करते ही रैम में संग्रहित सारी जानकारी नष्ट हो जाती है।
4. स्टोरेज यूनिट (Storage Unit)
स्टोरेज यूनिट में कंप्यूटर सभी डाटा सहेज के रखता है। इसमें संग्रहित डाटा को कंप्यूटर उपयोग करने वाला बाद में इस्तेमाल कर सकता है। इस श्रेणी में कई चीज़ें आती हैं जैसे डीवीडी, पेन ड्राइव, हार्ड डिस्क इत्यादि।
5. संचार
संचार के लिए बहुत से यंत्रों का उपयोग होता है। इन यंत्रों का प्रयोग एक कंप्यूटर को दूसरे कंप्यूटर से जोड़ने के लिए और इन्टरनेट का इस्तेमाल करने के लिए किया जाता है। वाई फाई रिसीवर, मॉडेम आदि इस श्रेणी में आते हैं।
ये तो आपने जाना कंप्यूटर के पांच मुख्य भागों के बारे में। आइए अब हम आपको बताते हैं कि किसी भी कंप्यूटर पर काम करने के लिए मुख्य रुप से किन चीजों की जरुरत होती है।
- मॉनिटर
- की- बोर्ड
- माउस
- सीपीयू
मॉनिटर (Monitor)
मॉनिटर कंप्यूटर का एक आउटपुट डिवाइस है। जो एक तार के जरिए सीपीयू से जुड़ा होता है। कंप्यूटर में हमारा सारा काम सीपीयू में होता है, लेकिन उसे देखने के लिए मॉनिटर की जरुरत होती है। मॉनिटर एक विज्युअल डिस्प्ले यूनिट होता है। यह टेलीविजन की तरह दिखता है। इसका मुख्य काम सीपीयू में चल रही प्रक्रियाओं को दिखाना है। मॉनिटर मुख्य रुप से तीन प्रकार के होते हैं।
- CRT Monitor
- LCD (Liquid Crystal Display)
- LED ( Light Emitting Diode)
वहीं रंगों के आधार पर मॉनिटर को अगर वर्गीकृत किया जाए तो ये हैं उनके प्रकार
1.मोनोक्रोम
2.ग्रे-स्केल
3.रंगीन मॉनीटर
की-बोर्ड (Keyboard)
की-बोर्ड एक इनपुट डिवाइस है। ये डाटा को इनपुट करने का काम करता है। इसका उपयोग कंप्यूटर को निर्देश देने के लिए किया जाता है। इसकी मदद से हम लिखने का काम करते हैं, ना सिर्फ लिखने बल्कि कंप्यूटर को नियंत्रित करने के लिए भी कीबोर्ड का इस्तेमाल किया जाता है। कंप्यूटर कीबोर्ड की बनावट एक टाइपराइटर की तरह ही होती है। कीबोर्ड को उसके काम के आधार पर छह भागों में बांटा गया है।
- फंक्शन की (Function Keys)
- टाइपिंग की (Typing Keys)
- कंट्रोल की (Control Keys)
- नेविगेशन की (Navigation Keys)
- इंडिकेटर लाइट्स (Indicator Lights)
- न्यूमेरिक की (Numeric Keyboard)
माउस (Mouse)
अपने नाम के अनुसार ही कंप्यूटर का माउस दिखने में चूहे के समान ही होता है। यह कंप्यूटर का इनपुट डिवाइस है। इसका इस्तेमाल मुख्य रुप से मॉनिटर पर आइटम को चुनने, उसे खोलने और बंद करने में किया जाता है। माउस के जरिए भी हम कंप्यूटर को निर्देश देते हैं। माउस का इस्तेमाल उसे मूव करके किया जाता है। माउस में मुख्य रुप से तीन बटन होते हैं। लेफ्ट की(Left Key), राइट की(Right Key) और स्क्रॉल की (Scroll key)। लेफ्ट की का इस्तेमाल ऑब्जेक्ट को चुनने, राइटर की उपयोग विकल्प के लिए और स्क्रॉल की का प्रयोग पेज को स्क्रॉल करने के लिए किया जाता है।
सीपीयू (CPU)
सीपीयू का पूरा नाम सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट है। ये कंप्यूटर का मुख्य भाग होता है। क्योंकि ये कंप्यूटर से जुड़े सभी उपकरणों को नियंत्रित करता है। इसे प्रोसेसर, माइक्रोप्रोसेसर, सेंट्रल प्रोसेसर कई नामों से जाना जाता है। इसे कंप्यूर का ब्रेन भी कहते हैं। ये कंप्यूटर के मदरबोर्ड में लगा होता है और ये यहीं से इनपुट को प्रोसेस कर के आउटपुट देता है। ये बहुत ही तेजी से काम करता है। ये लगभग 1 सेकंड में ट्रिलियन कैलकुलेशन कर सकता है । ये हैं सीपीयू के मुख्य भाग।
- अर्थमेटीक लॉजिक यूनिट (ALU)
- कंट्रोल यूनिट (CU)
- मेमोरी यूनिट (MU)
ये भी जानें
करियर के हिसाब से भी देखा जाए तो कंप्यूटर हार्डवेयर की समझ होना बहुत ही महत्वपूर्ण है‚ क्योंकि यह एक ऐसी चीज है‚ जिसकी मांग वक्त के साथ बढ़ती ही जा रही है। उदाहरण के लिए सीपीयू ही कंप्यूटर का सबसे महत्वपूर्ण भाग होता है। ऐसे में सीपीयू की समझ यदि अच्छी तरह से हो जाए तो फिर कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर बन कर अच्छे पैसे कमाये जा सकते हैं। जरूरत बस इस बात की है कि Career Counselling के जरिये इसके बारे में अच्छी तरह से जानकारी हासिल कर ली जाए और इस दिशा में अपने कदम बढ़ाए जाएं।
कंप्यूटर से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य
- दुनिया के सबसे पहले निर्मित कंप्यूटर के हार्ड डिस्क में केवल 5 एमबी डाटा स्टोर किया जा सकता था।
- दुनिया के पहल कंप्यूटर का नाम एनीयक (ENIAC) था। इसका पूरा नाम Electronic Numerical Integrator And Computer है। ये 15 फरवरी 1946 में दुनिया के सामने आया।
- एनीयक 167 वर्गमीटर की जगह लेता था और इसका वजन 27 टन (27 हजार किलो) था।
- पहला कंप्यूटर माउस लकड़ी का बनाया गया था।
- कंप्यूटर का पितामह चार्ल्स बेबेज को कहा जाता है।
- भारत में निर्मित पहले कंप्यूटर का नाम ‘सिद्धार्थ’ है।
- स्टोरेज माध्यम की क्षमता इकाई बाइट (Byte) है।
- 1 किलो बाइट 1024 बाइट के बराबर होती है।
- पहले सभी कंप्यूटर DOS पर आधारित थे।
निष्कर्ष
आज के जमाने में कंप्यूटर के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। इसी लिए हमारा ये लेख आप को ये बताता है की आखिर कंप्यूटर हैं क्या और क्या हैं इसके मुख्या भाग। कंप्यूटर आज हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गया है और हमारा ये लेख उसी को दर्शाता है। हमारा ये लेख आपको कैसा लगा ये हमे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके ज़रूर बताएं। अगर आपके पास भी इससे जुडी जानकारी है तो कमेंट बॉक्स में शेयर कर उसे दुसरो तक पहुचाएं। अगर आपका कोई प्रश्न है तो उसको आप नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट कर हमतक पंहुचा सकते हैं।
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