आधुनिक सभ्यता ने समाज को अनेक सुविधाओं और सेवाओं का वरदान दिया है जिनसे मानव समाज के कार्य करने की गति को तीव्रता और तीक्ष्णता मिली है। ऐसा ही एक वरदान है कंप्यूटर जो सीमित कार्यों की सीमा रेखा को पार करता हुआ आज हर मानव की ज़िंदगी का अभिन्न हिस्सा बन गया है। लेकिन कभी-कभी इस हिस्से में तकनीकी खराबी आ जाने के कारण ऐसा लगता है जैसे जिंदगी की रफ्तार थम सी जाती है। ऐसे में अगर इस थमी रफ्तार को गति देनी है तो आपको कंप्यूटर में आने वाली सामान्य समस्याओं का हल स्वयं ही करना होगा। कंप्यूटर से जुड़ी कुछ सामान्य समस्याएँ और उनका समाधान इस प्रकार हैं:
- कंप्यूटर से झटका लगना:
अगर कंप्यूटर को चलाने के लिए दो पिन वाली पावर केबल का इस्तेमाल करते हैं तो इससे बिजली का सही प्रवाह नहीं होता है। ऐसी स्थिति में जब कंप्यूटर को शुरू करने की कोशिश करी जाये तो झटका लगने की संभावना होती है। इसलिए हमेशा तीन पिन वाली पावर केबल का ही इस्तेमाल करें। लेकिन अगर इसके बाद भी आपको कंप्यूटर पर काम करते समय झटका लग रहा है तो इसका मतलब आपका बिजली का बोर्ड खराब है।
- स्क्रीन का रंग बदलना:
कभी-कभी ऐसा होता है की कंप्यूटर पर काम करते समय उसके स्क्रीन का रंग अपने आप ही लाल, नीला या हरा हो जाता है। इस समस्या का मुख्य कारण या तो वीडीए यानि वीडियो ग्राफिक एरे का पिन टेढ़ा हो गया हो या फिर जो केबल कंप्यूटर में लगी है वो कहीं से कट गया है। इस समस्या को हल करने के लिए सबसे पहले इस कंप्यूटर के केबल की दोनों ओर से टाइट कस दें। यानि वह साइड जो सीपीयू में लगी हो और वह साइड जो स्क्रीन में लगी हो उसे कस दें। इससे अगर केबल कहीं से ढीली हो गयी होगी तो वो दूर हो जाएगी और स्क्रीन का रंग बदलना बंद हो जाएगा। लेकिन अगर फिर भी यह समस्या आ रही है तो विजिए केबल यानि वह तार जो स्क्रीन की ओर है, उसका पिन टेढ़ा हो गया होगा। अगर ऐसा है तो फौरन यह तार बदल दें।
- कंप्यूटर का ठीक से शुरू न होना:
अगर आपका कंप्यूटर ठीक से शुरू यानि स्टार्ट नहीं हो रहा है तो उसके अनेक कारण होते हैं। फिर भी शुरुआत उसकी उस तार से शुरुआत करें जिससे वो बिजली के बोर्ड से जुड़ा हुआ है। अगर उस तार से बिजली ठीक से आगे पास नहीं हो रही है तो भी आपका कंप्यूटर शुरू नहीं होगा। अगर यह पता लग जाए तो उस तार को बदल दें। कई बार हार्डवेयर में कोई खराबी होने के कारण भी कंप्यूटर स्टार्ट नहीं होता है। अगर खुलते-खुलते कंप्यूटर बंद हो जाता है इसका मतलब है की इसकी मेमोरी भाग में कोई खराबी है जिसे चेक किया जाना चाहिए। यह भी हो सकता है की ठीक से हवा न मिलने के कारण कंप्यूटर अंदर से गरम हो गया हो और इस वजह से ठीक से स्टार्ट न हो रहा हो। इसलिए इस बात का भी ध्यान रखीं की कंप्यूटर को ठीक से हवा मिलती रहे।
- लगाता बीप का आना:
अगर कंप्यूटर में से थोड़े-थोड़े समय के बाद बीप आ रही है तो इसका मतलब है की आपके कंप्यूटर के रैम में कार्बन या धूल आ गयी है जिसे साफ करके यह समस्या दूर किया जा सकता है।
- डीवीडी ट्रे का बाहर न आना:
किसी समय आपके कंप्यूटर सिस्टम में लगाई गई डीवीडी ट्रे बाहर नहीं आती है। तो इस समस्या को दूर करने के सबसे पहले उपाय के रूप में पहले आप इसके बटन को चेक करें। अगर यह बटन ठीक है तो अगला कदम कंप्यूटर में लगी साटा केबल और पावर केबल को निकाल कर दोबारा लगाएँ। ऐसा करने से अकसर समस्या का समाधान हो जाता है।
- अपने आप रीस्टार्ट होना:
अगर कंप्यूटर बार-बार रिश्तार्ट हो रहा है तो इसका अर्थ है की कंप्यूटर को पावर सप्लाई करने वाला कैपिसीटर अत्यधिक गरम हो गया है इसलिए इसे पूरी वोल्टेज नहीं मिल रही है और पावर बार-बार कंप्यूटर में आना और जाना कर रही है । इसके लिए कैपिसीटर को बदलना होगा।
- नीली स्क्रीन का आना:
कंप्यूटर में कई बार नीली स्क्रीन आने लगती है। इसका कारण या तो कंप्यूटर की रैम खराब है या फिर हार्ड डिस्क में कोई खराबी है। आप बारी-बारी से दोनों को बदल कर चैक कर सकते हैं ।
- डिस्प्ले का न आना :
कंप्यूटर के शुरू होने पर भी कभी-कभी डिस्प्ले नहीं आता है। ऐसी स्थिति में कंप्यूटर का पंखा तो चल जाता है लेकिन उसका डिस्प्ले नहीं आता है। ऐसे में समाधान के रूप में आप कंप्यूटर से रैम निकाल कर उसे इरेज़ करके दोबारा लगा कर देखें। अधिकतर स्थितियों में समस्या का हल हो जाता है। लेकिन अगर ऐसा नहीं होता है तो समझिए आपके मदरबोर्ड में समस्या है जिसके लिए आपको एक्सपर्ट की जरूरत होगी।
पढ़ें – अपने कंप्यूटर को कैसे तेज बनाएं
- स्पीड अच्छी नहीं है:
यह एक आम समस्या है जिससे अधिकतर उपभोक्ता परेशान रहते हैं। इसके विभिन्न कारण और निदान इस प्रकार है :
- अपने कंप्यूटर को वायरस के वार से हमेशा बचा कर रखें क्यूंकी अकसर कंप्यूटर की स्पीड कम होने का कारण किसी न किसी वायरस का आना होता है। इसलिए एक अच्छा एंटी वायरस इन्स्टाल करें।
- कंप्यूटर पर काम करते समय कुछ फाइल्स अपने आप बन जातीं हैं। इन्हें अगर समय से न खत्म किया जाये तो इससे कंप्यूटर की स्पीड कम हो जाती है
- रिसाइकल बिन को थोड़े-थोड़े समय पर साफ करते रहना चाहिए, नहीं तो इसमें जमी फाइल्स स्पीड कम कर देतीं हैं।
- कंप्यूटर में वो एप्लिकेशन और प्रोग्राम जिनका आपके काम से कोई मतलब नहीं है उन्हें कंप्यूटर से खत्म कर दें।
- हमेशा अपनी डिस्क को रिफ्रेगमेंट करें जिससे खाली स्पेस को अच्छी तरह से इस्तेमाल किया जा सके।