As You Think By James Allen Book Summary in Hindi: समझें विचारों की अहमियत

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As You Think book summary hindi

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As You Think By James Allen book summary पढ़ने के बाद आपको इस बात का एहसास होगा कि हम जो अपने मन में विचार रखते हैं हमारी जिंदगी को वे किस तरीके से प्रभावित करते हैं।

विचार एक ऐसी चीज है, जो यह तय करती है कि हमारी ज़िन्दगी की दिशा क्या होगी। विचार एक ऐसी चीज है, जो यह निर्धारित करती है कि अपने जीवन में हम क्या बनेंगे। विचार वह चीज है जो यह निर्धारित करती है कि इस दुनिया को हम किस नजर से देखने वाले हैं। विचार वह चीज है जो इस बात का निर्धारण करती है कि अपनी ज़िन्दगी में हम क्या-क्या हासिल करेंगे और क्या खोएंगे। जेम्स एलेन की किताब जैसा तुम सोचते हो बिल्कुल यही बताती है।

यही वजह है कि जैसा तुम सोचते हो book summary हम आपके लिए यहां लेकर आए हैं, ताकि इसे पढ़ने के बाद आप यह सुनिश्चित कर सकें कि आपको यह किताब क्यों खरीदनी चाहिए। इसे पढ़ने के बाद आपको अपने मन में उपजने वाले विचारों की अहमियत का तो पता चलेगा ही, साथ ही आपके लिए यह समझना भी आसान हो जाएगा कि आपको अपने विचारों को किस तरीके से ढालना चाहिए, ताकि इससे आप अपनी ज़िन्दगी में ज्यादा से ज्यादा लाभ हासिल कर सकें।

उद्देश्य है, तभी विचार भी है

हो सकता है कि आपके मन में बहुत से विचार पैदा हो रहे हों, लेकिन जेम्स एलेन की किताब जैसा तुम सोचते हो के मुताबिक आपके मन में मौजूद विचार तब तक आपकी कोई मदद नहीं कर सकते जब तक कि इन विचारों के साथ कोई उद्देश्य न खड़ा हो। जी हां, अपनी ज़िन्दगी में आपके पास एक उद्देश्य का होना बहुत ही जरूरी है, जो कि आपको जीवन के पग-पग पर प्रेरित करता रहे।

यह उद्देश्य कुछ भी हो सकता है। आप सबसे अमीर बनने को अपने जीवन का उद्देश्य बना सकते हैं। आप एक संतुष्टि वाली ज़िन्दगी को अपने जीवन का उद्देश्य बना सकते हैं। आप किसी और को हमेशा खुश रखने को अपने जीवन का उद्देश्य बना सकते हैं। कुल मिलाकर कहने का मतलब यही है कि जब तक आपकी ज़िन्दगी में कोई उद्देश्य नहीं है, तब तक आपके विचार मजबूत नहीं बन सकते। हालांकि, इस बात का ध्यान रखना भी बहुत ही जरूरी है कि अपने उद्देश्य को ज़िन्दगी में प्राप्त करने के लिए आपका शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत होना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।

विचार जो मन को दे शांति

As You Think book summary in Hindi जब आप पढ़ रहे हैं तो आपको यह भी जान लेना चाहिए कि इस किताब में लेखक ने मन की शांति के बारे में भी बताया है। जेम्स एलेन के मुताबिक यदि आप खुद पर नियंत्रण पा लेते हैं, तो इससे आपके अंदर से स्वार्थ पूरी तरीके से समाप्त हो जाता है। इसके बाद आप यह समझ जाते हैं कि अपना-पराया, मेरा-तेरा जैसी चीजों का वास्तव में कोई अस्तित्व ही नहीं हैं। आपको इस बात का एहसास हो जाता है कि जो कुछ भी है, वे आप ही हैं। आप स्वयं ईश्वर भी हैं। जब आप इस चीज को समझ जाते हैं तो इसके बाद आपका मन पूरी तरीके से शांत हो जाता है।


परिस्थितियां चाहे जैसे भी हों, उसके मुताबिक आप अपने आपको आराम से ढाल लेते हैं। आपको इस बात का भी एहसास हो जाता है कि वास्तव में सफलता और असफलता जैसी चीजें कुछ होती ही नहीं हैं। जैसा तुम सोचते हो किताब यह बताती है कि जब आप ज़िन्दगी को सरल प्रवाह में जीना शुरू कर देते हैं, तो इसके बाद आपके पास इतनी ताकत आ जाती है कि आप यह महसूस करते हैं कि आप एक राजा की तरह जिंदगी को जी रहे हैं।

व्यक्तित्व बनाने वाले विचार

As You Think By James Allen book summary बताने के दौरान हम आपको एक और बड़ी ही महत्वपूर्ण बात बता रहे हैं, जिसका सम्बन्ध आपके व्यक्तित्व से है। दरअसल यह किताब यह बताती है कि आप किसी भी चीज के प्रति जैसा विचार रखते हैं, आपका व्यक्तित्व भी उसी के अनुसार आकार लेता चला जाता है। कहने का तात्पर्य यह हुआ कि आप अपनी ज़िन्दगी में भगवान बनना चाहते हैं या फिर एक शैतान, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप अपने मन में किस तरह की सोच पाल रहे हैं।

उदाहरण के लिए यदि आपके मन में दूसरों के प्रति दयालुता की भावना है, आप परोपकार के बारे में सोचते हैं, दूसरों को दर्द देने के बारे में आप कभी नहीं सोचते, तो इसका यह मतलब हुआ कि आप दूसरों के लिए भगवान स्वरूप बनते जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर यदि आपके अंदर नफरत की भावना है, आपको हमेशा गुस्सा आता है, आप दूसरों से ईर्ष्या करते हैं, तो इसका यह मतलब हुआ कि आपका व्यक्तित्व एक शैतान के रूप में ढलता चला जा रहा है। इसकी वजह से दूसरों के मन में आपकी छवि एक शैतान के रूप में बन सकती है। कुल मिलाकर कहने का मतलब यही हुआ कि आप अपने मन में जैसे विचार रखते हैं, आपका व्यक्तित्व भी उसी के मुताबिक तैयार होता चला जाता है।

विचार बनाने वाला दृष्टिकोण

जैसा तुम सोचते हो book summary अधूरी रह जाएगी यदि हम आपको यह न बताएं कि इस किताब में विचार और दृष्टिकोण के बीच किस तरीके से संबंध स्थापित किया गया है। दरअसल जेम्स एलेन की यह किताब बताती है कि जीवन में आपके विचार आपके दृष्टिकोण से बहुत हद तक प्रभावित होते हैं। इस दुनिया में सकारात्मक और नकारात्मक हर तरह की चीजें मौजूद हैं, किंतु आपका दृष्टिकोण कैसा है, इस पर निर्भर करता है कि दुनिया आपके लिए कैसी साबित होगी। कहने का मतलब यह हुआ कि इसी दुनिया में कलाकार भी हैं, कवि भी हैं, साधु-संत भी हैं, नेता भी हैं और इसी दुनिया में अपराधी भी हैं, आतंकवादी भी हैं, और दूसरों की जिंदगी को जहन्नुम बनाने वाले भी हैं।

आखिर इन लोगों के बीच अंतर क्या है? इसका जवाब है इनका दृष्टिकोण। जो लोग समाज में प्रतिष्ठा पा रहे हैं, उसके पीछे की वजह जीवन के प्रति उनका दृष्टिकोण है। वहीं, जिन लोगों को समाज तिरस्कार की दृष्टि से देख रहा है, उसके पीछे की वजह भी उनका दृष्टिकोण ही है। इसलिए जीवन के प्रति यदि आप एक आदर्श दृष्टिकोण रखते हैं, तो इससे आपके विचार भी आदर्श बनते हैं। जब आपके विचार आदर्श बन जाते हैं, तो इसके बाद आप एक आदर्श इंसान बनते हैं। जब आप आदर्श इंसान बनते हैं, तो यह समाज, यह दुनिया आपके साथ खड़ी होती है। जब दुनिया आपके साथ खड़ी होती है, तब आप एक सफल इंसान के रूप में खुद को इस धरती पर खड़ा पाते हैं।

सार

As You Think book summary in Hindi जो यहां आपने पढ़ी है, इसका सार यही है कि इस किताब में विचारों पर लेखक ने ध्यान केंद्रित करते हुए पाठकों को यह समझाने की कोशिश की है कि अपनी ज़िन्दगी में यदि आप वाकई कुछ पाना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको अपने विचारों पर ध्यान देना चाहिए। यदि आपके विचार पवित्र होंगे, यदि आपके विचार सकारात्मक होंगे, यदि आपके विचार आदर्श होंगे और यदि आपके विचार हमेशा दूसरों का भला चाहने वाले होंगे, तो आपको अपनी ज़िन्दगी में एक कामयाब इंसान बनने से कोई भी ताकत नहीं रोक सकती। साथ ही लेखक ने इस किताब में यह भी बहुत ही अच्छी तरह से समझाया है कि आपके विचारों से आपका तन, आपका आपका और आपके जीवन की उपलब्धियां किस तरीके से प्रभावित होती हैं।

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