हमारे देश में स्वच्छ भारत का नारा ज़ोरों-शोरों से लगाया जाता है लेकिन देश तभी स्वच्छ बनेगा जब हर राज्य इसके लिए अपनी तरफ से कोई न कोई पहल करेगा। वेस्ट-मैनेजमेंट की प्रक्रिया इसके लिए बहुत ज़रूरी है। इसी विज़न के साथ देश के सबसे अधिक साक्षर राज्य केरल में ‘हरित कर्म सेना या ग्रीन एक्शन फोर्स’ को बनाए जाने की बात चल रही है। अब यह हरित सेना क्या है और कैसे काम करती है, इसके बारे में विस्तृत रूप से जानने के लिए आपको हमारा यह लेख अंत तक पढ़ना होगा।
क्या है हरित कर्म सेना? | What is Haritha Karma Sena?
हरित कर्म सेना जिसे ‘ग्रीन एक्शन फोर्स’ के नाम से भी जाना जा रहा है केरल सरकार की एक अनूठी पहल है। आपको बता दें कि केरल सरकार ने कोच्चि निगम कचरे की वयवस्था सही करने के लिए ज़रूरी कदम उठाए हैं। शहरों में हर घर से कचरा इकट्ठा हो सके और वो अलग-अलग भी किया जा सके इसी उद्देश्य के साथ हरित कर्म सेना या Green Action Force का गठन हो सके ऐसा प्रस्ताव दिया जा रहा है।
हरित कर्म सेना – एक नज़र में | Haritha Karma Sena – in one sight
हरित कर्म सेना को एक नज़र में समझने के लिए आप ये कुछ मुख्य बिंदु देख सकते हैं –
- केरल नगर पालिका अधिनियम की धारा 33 के अनुसार यह मसौदा कानून तैयार किया जा रहा है।
- उपनियम के मसौदे में हरित सेना को गठित करने का प्रस्ताव इसलिए शामिल क्या गया है ताकि नगर में ठोस कचरा प्रबंधन प्रणाली को सुव्यवस्थित किया जा सके।
- निगम की स्वास्थ्य स्थायी समिति द्वारा हाल ही में इस कानून पर विशेष रूप से चर्चा का आयोजन भी हुआ था और अब जल्द ही इसे निगम परिषद के सामने भी स्वीकृति के लिए रखा जाएगा।
- आपको बता दें कि जब भी किसी उप-कानून को लागू करने का ममम्ल होता है तो उसके लिए राज्य सरकार की मंजूरी भी आवश्यक होती है।
हरित कर्म सेना की अवश्यकता क्या है? | What is the need of Haritha Karma Sena?
शहरों में कूड़े-कचरे की व्यवस्था सही बनी रहे, सड़कें साफ रह सकें और सार्वजनिक स्थानों पर कचरा डंप न किया जाए इसी वजह से हरित कर्म सेना का आरंभ हुआ है। कचरे को लेकर समस्याएँ आए दिन उत्पन्न होती हैं इसलिए इसके लिए एक नीतिगत ढांचे की आवश्यकता महसूस होने लगी थी। कचरे को प्लास्टिक, ठोस और तरल के आधार पर अलग-अलग किया जा सके इसके लिए भी ये सेना कार्यरत रहेगी।
कहाँ है हरित कर्म सेना का मुख्यालय | Where is the Headquarters of Haritha Karma Sena?
हरित कर्म सेना या हमारी ग्रीन एक्शन फोर्स का मुख्य सरकारी दफ्तर केरल के मंजेरी में है जो सप्ताह में 6 दिन सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक खुलता है। क्षेत्रों के हिसाब से हरित सेना में काम करने वाले लोगों के काम करने के घंटे और उनकी सैलरी अलग-अलग होती है।
हरित कर्म सेना का काम क्या होगा? | What will be the work of Haritha Karma Sena?
नगर निकाय के सभी डिविजन में इस हरित कर्म सेना को बनाया जाएगा। हर डिवीज़न या संभाग में लगभग 200 घरों को कवर करना इसका काम होगा। बात करें कि इसके सदस्य कौन होंगे तो आदर्श रूप हर एक मण्डल के निवासी इसके सदस्य माने जाएँगे। अगर किसी भी डिवीज़न में सदस्यों की पहचान नहीं हो पाएगी तो ऐसी स्थिति में निगम की सीमा के अंदर रहने वालों को चुना जाएगा। जो भी इस इकाई के सदस्य बनेंगे उन्हें उनका काम होगा – निवासियों के स्थान से कूड़ा-कचरा इकट्ठा करना और उन्हें अलग करना। डिग्रेडेबल, नॉन-बायोडिग्रेडेबल और सैनिट्री वेस्ट को पहले से तय की गई तारीखों पर इकट्ठा भी क्यी जाएगा और नागरिक निकाय के वाहनों तक भी पहुंचाया जाएगा। इसके साथ ही ग्रीन एक्शन फोर्स के सदस्य इस बात पर भी नज़र रखेंगे कि कहीं सार्वजनिक स्थानों और जलाशयों में कचरे की अवैध डंपिंग तो नहीं हो रही।
अगर सोचे अनुसार यह प्रयास पूरे होते हैं तो शहरों की साफ-सफाई में काफी आसानी भी होगी और यह योगदान वाकई महत्वपूर्ण माना जाएगा।
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