SAMVEDNA क्या है?

[simplicity-save-for-later]
2274
SAMVEDNA

दोस्तों, हाल ही में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने अपनी ‘SAMVEDNA’ हेल्पलाइन सेवा को विस्तारित करते हुए , इसे COVID -19 से प्रभावित बच्चो के मानसिक स्वास्थ्य के लिए एक परामर्शदाता फ्री टेली सेवा के रूप में केंद्रित किया है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय’ की यह पहल सराहनीय है, क्योकि हमारे बच्चे ही आने वाले कल का भविष्य है। कोरोना का उनके मानसिक स्वास्थ्य पर असर ही उनकी और देश के भविष्य की दशा और दिशा तय करेगा। इस समय एक ऐसी व्यवस्था की बहुत जरुरत थी, जो बच्चो के मानसिक स्वास्थ्य तथा उनकी देखभाल करने वालो की स्थिति को समझे। आज के इस लेख में हम ‘SAMVEDNA’ के विषय में विस्तृत बात करेंगे।

आज के इस लेख में हम बात करेंगे ÷

  • SAMVEDNA’क्या है?
  • SAMVEDNA हेल्पलाइन सेवा किसके लिए शुरू की गयी है?
  • SAMVEDNA हेल्पलाइन सेवा के अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
  • राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग क्या है?

SAMVEDNA क्या है?

  • AMVEDNA का विस्तृत नाम (Sensitizing Action on Mental Health Vulnerability through Emotional Development and Necessary Acceptance) है।
  • SAMVEDNA एक टोल फ्री हेल्पलाइन सेवा है , जिसे  महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के तहत कार्यरत राष्ट्रीय बाल अधिकार आयोग (National Commission of Child Rights) द्वारा जारी किया गया है।
  • SAMVEDNA टेली-परामर्श सेवा महामारी के दौरान बच्चों के तनाव, चिंता, भय और अन्य समस्याओं को दूर कर उनको मनोवैज्ञानिक सहायता प्रदान करने के लिए है।
  • SAMVEDNA हेल्पलाइन का उद्देश्य कोविड-19 महामारी के दौरान प्रभावित बच्चों को मनोवैज्ञानिक प्राथमिक चिकित्सा और भावनात्मक समर्थन प्रदान करना है।
  • SAMVEDNA हेल्पलाइन टोल फ्री नंबर 1800-121-2830 है, जो सप्ताह में सोमवार -शनिवार सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक और दोपहर 3 बजे से रात 8 बजे तक सेवा प्रदान करेगा।
  • SAMVEDNA हेल्पलाइन के द्वारा बाल एवं किशोर मनोचिकित्सा विभाग के डॉ. शेखर शेषाद्री और National Institute of Mental Health and Neurosciences(NIMHANS) की टीम के मार्गदर्शन में प्रशिक्षित योग्य विशेषज्ञों/परामर्शदाताओं/मनोवैज्ञानिकों के एक समूह द्वारा टेली-परामर्श की विभिन्न रणनीतियों का उपयोग करते हुए टेली-परामर्श की सुविधा प्रदान की जा रही है।
  • SAMVEDNA हेल्पलाइन सेवा को केवल बच्चों के लिए ही आरम्भ किया गया है। यह सेवा हिंदी, इंग्लिश के साथ-साथ अन्य क्षेत्रीय भाषाओँ जैसे जैसे तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मराठी, बंगाली, गुजराती, आदि में भी प्रदान की जा रही है।
  • SAMVEDNA हेल्पलाइन सेवा का संचालन (National Commission of Child Rights तथा India  Co -WIN Action Network (I -CAN) के द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है।

अन्य महत्वपूर्ण लेख

मिशन ऑक्सीजन स्वावलम्बन

 Co-WIN 4-डिजिट सिक्योरिटी कोड क्या है?

क्या है UDID प्रोजेक्ट?

SAMVEDNA  हेल्पलाइन सेवा किसके लिए शुरू की गयी है?

  • SAMVEDNA हेल्पलाइन सेवा मुख्य रूप से उन बच्चों के लिए हैं जो बात करना चाहते हैं और जिन्हें परामर्श की जरूरत हैं।
  • जब कोई बच्चा/देखभाल करने वाला/माता-पिता संवेदना हेल्पलाइन में बात करता है, तो सुरक्षित माहौल में उनकी बात एक पेशेवर परामर्शदाता से कराई जाती है।
  • सुविधा की दृष्टि से SAMVEDNA हेल्पलाइन सेवा निम्न तीन श्रेणियों में प्रदान की जा रही है।
  • जो बच्चे क्वारंटीन/आइसोलेशन/कोविड केयर सेंटर में हैं।
  • जिन बच्चों के माता-पिता या परिवार के सदस्य या अन्य कोई करीबी जो कोविड पॉजिटिव है।
  • जिन बच्चों ने कोविड-19 महामारी की वजह से अपने माता-पिता को खो दिया है।

SAMVEDNA हेल्पलाइन सेवा के अन्य महत्वपूर्ण तथ्य

  • SAMVEDNA हेल्पलाइन सेवा को सितम्बर 2020 में ही आरम्भ कर दिया गया था। इस वर्ष बच्चो में बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते इसका विस्तार किया गया है।
  • महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक सितंबर 2020 से सात मई 2021 के बीच SAMVEDNA हेल्पलाइन सेवा द्वारा 1009 शिकायतों का समाधान किया जा चुका है।
  • महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के द्वारा साझा किये गए अनुभव के अनुसार, बच्चे आइसोलेशन के दौरान अधिक आक्रामक होने लगे हैं। परामर्शदाताओं ने बच्चे को उसकी पसंद की चीज़े , खिलौने तथा उससे प्यार से बात करने की आवश्यकतों पर सलाह दीं गयी।
  • कोरोना आइसोलेशन के दौरान एक अन्य मामले में परामर्शदाताओं ने पाया की एक बच्ची इसलिए परेशान है की उसके घर में ज्यादा भाई-बहन होने के कारण उसे माता-पिता का प्यार नहीं मिल पाता है। उसके घर वाले निरंतर उसके ऊपर जल्दी शादी का प्रेशर बना रहें हैं।
  • कोरोना संक्रमण के चलते जारी ऑनलाइन क्लासेस भी बच्चो में तनाव का कारण बन रही है। बच्चो की शिकायत है की मैडम उन्हें क्लास के दौरान बोलने नहीं देती हैं।
  • एक अन्य मामले में सरकारी स्कूल के एक बच्चे की परेशानी है की उन्हें मैडम विषय अच्छे से समझाती नहीं है। 
  • कोरोना काल का उन बच्चो पर सबसे प्रभाव पड़ा है जिनके माता -पिता का  कोरोना के कारण निधन हो गया है। ऐसे बच्चो के के लिए बीजेपी  शासित राज्यों में मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना’ प्रारम्भ की गयी है।
  • कोरोना के चलते अनाथ हुए बच्चो के शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए 21 वर्ष की आयु तक प्रतिमाह 3000/- देगी तथा उनकी 12वी तक शिक्षा मुफ्त कर दीं गयी है साथ में राज्य की सरकारी नौकरियों में उन्हें 5% का आरक्षण भी प्रदान किया जा रहा है।

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग क्या है?

  • राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग का गठन मार्च 2007 में ‘ कमीशंस फॉर प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट्स’ (Commissions for Protection of Child Rights- NCPCR) अधिनियम, 2005 के तहत एक वैधानिक निकाय के रूप में किया गया है।
  • राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग( National Commissions for Protection of Child Rights), महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में कार्यरत है।
  • आयोग का अधिदेश  यह सुनिश्चित करता है कि सभी कानून, नीतियाँ, कार्यक्रम और प्रशासनिक तंत्र भारत के संविधान में निहित बाल अधिकार के प्रावधानों के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन के बाल अधिकारों के अनुरूप भी हों।
  • राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ‘शिक्षा का अधिकार अधिनियम’, 2009 के तहत एक बच्चे के लिये मुफ्त एवं अनिवार्य शिक्षा के अधिकार से संबंधित शिकायतों की जाँच करता है।
  • राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग लैंगिक अपराधों से बच्चों के संरक्षण अधिनियम, 2012 के क्रियाकलापों की भी निगरानी करता है।
  • राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग का मुख्यालय नयी दिल्ली में स्थित है तथा इसके वर्तमान चेयरमैन Priyank kanongoo हैं।

चलते चलते

‘SAMVEDNA’ का हिंदी में शाब्दिक अर्थ होता है – किसी के शोक, दुख, कष्ट या हानि को देखकर मन में उत्पन्न वेदना, दुख या सहानुभूति। हम आशा करते हैं की ‘SAMVEDNA’ का मतलब  जितना मार्मिक है , उतनी ही मार्मिक और कल्याणकारी ‘SAMVEDNA’ हेल्पलाइन सेवा भी हो। हम कामना करते हैं सरकार द्वारा बच्चो के लिए शुरू की गयी ये पहल , बच्चो को मानसिक विकारों की देखभाल में सफल साबित हो।

करंट अफेयर्स से जुड़े सभी ज्वलंत विषयों पर लेख प्राप्त करने के लिए हमारी साइट OpenNaukri को सब्सक्राइब करे। आप हमें Facebook और Insta पर भी फॉलो कर सकते हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.