हाल ही में , भारत सरकार के पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय ने उड़ीसा सरकार के साथ मिलकर 110.60 करोड़ की रूपये की रोपेक्स जेटी परियोजना (ROPAX Jetty Project) के निर्माण की घोषणा की है। ROPAX Jetty Project में आने वाले खर्च को केंद्र तथा राज्य सरकार आधा-आधा वहन करेंगे। चलिए दोस्तों , आज हम ROPAX Jetty Project से जुड़े सभी पहलुओं की जानकारी प्राप्त करेंगे।
इस लेख में आपके लिए है
• ROPAX Jetty Project क्या है?
• ROPAX Jetty Project से क्या फायदा होगा?
• सागरमाला परियोजना
• क्या है धामरा नदी ?
• आइये जानते हैं ओड़िशा के बारे में
ROPAX Jetty Project क्या है?
• भारत सरकार के पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय ने सागरमाला पहल के तहत ओडिशा के भद्रक जिले के कनिनली और केंद्रपाड़ा जिले के तलचुआ को जोड़ने के लिये हर मौसम में काम करने वाले रोपेक्स (रोल-ऑन/रोल-ऑफ पैसेंजर) जेटी और उससे जुड़े बुनियादी ढांचे को विकसित करने हेतु ROPAX Jetty Project को स्वीकृति प्रदान की है।
• ओडिशा के भद्रक जिले के कनिनली और केंद्रपाड़ा जिले के तलचुआ ये दोनों स्थान धामरा नदी के उत्तरी तथा दक्षिणी तट पर स्थित हैं।
• ROPAX Jetty Project का केंद्र बिंदु है धामरा नदी क्योकि इसी के दोनों तटों को ROPAX Jetty Project के द्वारा जोड़ा जाना है।
• परियोजना की कुल पूंजी लागत 110.60 करोड़ रुपये है जिसमें कनिनली और तलचुआ में रोपेक्स जेट्टी का निर्माण, पार्किंग क्षेत्र का विकास, नौवहन संबंधी सहायता और ड्रेजिंग जैसे उपयोगी बुनियादी ढांचे शामिल हैं।
ROPAX Jetty Project से क्या फायदा होगा?
• कनिनली और तलचुआ के बीच की दूरी में में 200km तक कम हो जाएगी।
• कनिनली और तलचुआ के बीच 6 घंटे का सफर महज 1 घंटे में पूरा किया जा सकेगा।
• स्थानीय लोगो के लिए अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे।
• हर मौसम में कार्य कर सकने वाले ROPAX Jetty के साथ मौजूदा घाट का विकास नौकाओं, लांच और अन्य जहाजों के साथ 10 हल्के मोटर वाहनों , 20 मोटरसाइकिल तथा साथ में 60 यात्रियों को ले जाने में सक्षम जहाज के ढ़ांचे का विकास भी किया जायेगा।
• यह परियोजना अत्याधुनिक उपयोगी बुनियादी ढ़ांचे के साथ यात्रियों और वाहनों की सुरक्षा को भी बढ़ाएगी।
• ROPAX Jetty Project से वाणिज्यिक तथा व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा तथा आसपास के क्षेत्र की समाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
• अभी तक तलचुआ तथा आसपास के क्षेत्र के लोग आजीविका के लिए धामरा बंदरगाह पर निर्भर थे, अब ROPAX Jetty Project के बनते ही उनकी धामरा बंदरगाह पर निर्भरता कम हो जाएगी।
सागरमाला परियोजना
• सागरमाला परियोजना भारत में बंदरगाहों के आधुनिकीकरण से संबंधित है।
• सागरमाला परियोजना का विकास 2016 में बंदरगाह की स्थितियों में सुधार हेतु किया गया था।
• सागरमाला परियोजना की अवधि 2016 से 2035 तक निर्धारित की गयी है , इस दौरान इसके द्वारा कार्यान्वयन होने वाले कार्यो की पहचान की गई है।
• सागरमाला परियोजना के तहत लगभग 6 लाख करोड़ रुपये की लागत से 574 से अधिक परियोजनाओं का विकास किया जाना है।
• इस परियोजना के कार्यान्वयन हेतु भारत सरकार के शिपिंग मंत्रालय को नोडल एजेंसी के रूप में नियुक्त किया गया है।
क्या है धामरा नदी ?
• धामरा नदी उड़ीसा के भद्रक जिले में बहती है।
• धामरा नदी बैतरणी और ब्राह्मणी नदियों के आपसी संगम के फलस्वरूप अस्तित्व में आयी है।
• कनिनली और तलचुआ दोनों ही स्थान धामरा नदी के तटों पर स्थित हैं।
• धामरा नदी के मुहाने पर धामरा बंदरगाह तथा विश्व प्रसिद्ध गहिरामाथा अभयारण्य स्थित है। गहिरामाथा अभयारण्य विलुप्तप्रायः ओलिव रिडले (Olive Ridley) समुद्री कछुओं की शरणस्थली है।
• ओलिव रिडले (Olive Ridley) समुद्री कछुवे प्रत्येक वर्ष गहिरामाथा अभयारण्य में आकर अपने अंडे देते हैं।
• धामरा नदी के मुहाने पर भीतरकणिका अभ्यारण्य भी स्थित है , भीतरकणिका अभ्यारण्य एक मैंग्रोव वेटलैंड है तथा यह मगरमच्छो के लिए प्रसिद्ध है।
आइये जानते हैं ओड़िशा, के बारे में
• ओड़िशा, को पहले उड़ीसा नाम से जाना जाता था। यह भारत के पूर्वी तट में स्थित एक समुद्री सीमा वाला राज्य है। इसकी समुद्री सीमा 480 किमी लंबी है।
• ओड़िशा, के उत्तर में झारखंड, उत्तर पूर्व में पश्चिम बंगाल दक्षिण में आंध्र प्रदेश और पश्चिम में छत्तीसगढ़ तथा पूर्व में बंगाल की खाड़ी स्थित है।
• ओड़िशा, की स्थापना 1 अप्रैल 1936 को कटक के कनिका पैलेस में भारत के एक राज्य के रूप में हुई थी। ओड़िशा, में 1 अप्रैल को उत्कल दिवस (ओड़िशा दिवस) के रूप में मनाया जाता है।
• आधुनिक ओड़िशा राज्य का पुनर्गठन 26 जनवरी 1950 को किया गया था। राज्य की राजयभाषा ‘उड़िया’ है।
• ओड़िशा, क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का 9वां सबसे बड़ा राज्य है तथा जनसँख्या की दृष्टि से यह देश का 11वां राज्य है।
• ओड़िशा, राज्य की नदियों में महानदी, ब्राह्मणी, सालंदी, बैतरणी और धामरा नदियों आदि प्रमुख है। इन नदियों के उपजाऊ मैदानों में चावल की खेती अधिक मात्रा में की जाती है।
• ओड़िशा में अनेक विश्व प्रसिद्ध लोकप्रिय पर्यटक स्थल स्थित हैं जिनमें जगन्नाथपुरी, कोणार्क सूर्य मंदिर , भुवनेश्वर , हीराकुंड बांध आदि प्रमुख है।
• ओड़िशा की राजधानी भुवनेश्वर है , राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री नवीन पटनायक तथा राज्यपाल गणेशी लाल हैं।
चलते चलते
दोस्तों ,केंद्र सरकार या राज्य सरकार द्वारा क्रियान्वित विभिन्न प्रकार की परियोजनायें देश तथा राज्य के लोगो के हितो को ध्यान में रखकर ही बनायीं जाती है। ये परियोजनायें काफी बड़ी और खर्चीली होती है किन्तु इनके परिणाम बहुत ही दूरगामी होते हैं। दोस्तों आपको आज का हमारा यह अंक कैसा लगा ?