क्या है दिल्ली सरकार का बिजनेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम?

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Delhi govt Business Blasters Program

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दोस्तों, दिल्ली सरकार के सरकारी स्कूलों से अब बिज़नेसमैन निकलेंगे, दिल्ली सरकार ने “बिजनेस ब्लास्टर्स” योजना प्रारम्भ की है। जिसके जरिये वहां के सरकारी स्कूलों के बच्चों में बिज़नेसमैन बनने और बिज़नेस करने के गुण विकसित किये जायेंगे। इस योजना की शुरुआत करते हुए  दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री सह शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा की दिल्ली सरकार स्कूली बच्चों के अंदर उद्यमी बनने के हुनर का विकास कर रही है, देश को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए देश के बच्चों को आर्थिक और तकनीकी तौर पर मजबूत बनाना होगा। अब सरकारी स्कूलों के बच्चे पढ़ने के बाद नौकरी मांगने नहीं, नौकरी देने के लिए निकलेंगे। सिसोदिया जी ने आशा व्यक्त की है कि बिजनेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम देश की आर्थिक प्रगति में मील का पत्थर साबित होगा।  आज के लेख में हम आपको दिल्ली सरकार के बिजनेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम के बारे में सभी उपलब्ध जानकारी देने जा रहे हैं। तो चलिए शुरू करते हैं आज का लेख।

बिजनेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम

  • दिनांक 7 सितम्बर 2021 को दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने त्यागराज स्टेडियम से बिजनेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम कि शुरुआत की है।
  • यह देश में अपनी तरह का पहला प्रोग्राम है जिसका उद्देश्य बच्चों को सीड मनी प्रदान करके उद्यमी बनाना, उनके अंदर उद्यमशीलता तथा उद्यमी मानसिकता का विकास करना है।
  • यह कार्यक्रम दिल्ली सरकार के “उद्यमिता मानसिकता पाठ्यक्रम (ईएमसी)” का हिस्सा है, जिसके तहत दिल्ली के सभी सरकारी स्कूलों में बिजनेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम चलाया जायेगा
  • ज्ञात हो , इस प्रोजेक्ट की शुरुआत साल 2019 में दिल्ली सरकार ने एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में खिचड़ीपुर ” स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस” में की थी।
  • बिजनेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम के पायलट प्रोजेक्ट के तहत बच्च्चों को 41 समूहों में बांटा गया था। प्रत्येक समूह को 1000 रूपये की धनराशि देकर उन्हें उद्यमिता या एन्टेर्प्रेनुएर के गुर सिखाये गए थे। बच्चों ने इस धनराशि का उपयोग करके लाभ कमाया और इस प्रोजेक्ट्स को सफल बनाया है।
  • इस प्रोग्राम का पायलट प्रोजेक्ट सफल रहा था। जिसके पश्चात अब दिल्ली सरकार ने बिजनेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम को दिल्ली के सभी सरकारी स्कूलों में लागू कर दिया है
  • अतः अब दिल्ली सरकार ने बिजनेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम के तहत राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में सीड मनी” योजना की शुरुआत कर दी है
  • “सीड मनी” योजना के तहत 11वी तथा 12वी के बच्चों को दो-दो हजार रूपये दिये जायेंगे, जिसका उपयोग उन्हें किसी व्यवसाय की योजना बनाने और उसे लागू करने और लाभ कमाने के लिए करना होगा।
  • बतौर मनीष सिसोदिया ने कहा कि यह कार्यक्रम एक पहल है, जिसे अगर सही तरीके से लागू किया जाए तो यह भारत को एक विकासशील देश से विकसित देश में ले जा सकता है।

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राज्य के प्रमुख तकनीकी संस्थानों मे सीधे प्रवेश का मौका

  • भविष्य मे दिल्ली सरकार की जोनल और जिला स्तर पर बिजनेस ब्लास्टर्स परियोजनाओं से 100 शीर्ष परियोजनाओं के साथ एक ईएमसी कार्निवल का आयोजन कराये जाने की योजना है। जिसका मूल्यांकन प्रसिद्ध सफल उद्यमियों और विश्वविद्यालयों द्वारा किया जाएगा।
  • इसमें शीर्ष 10 परियोजनाओं में शामिल बच्चों को नेताजी सुभाष प्रौद्योगिकी संस्थान और दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के बीबीए पाठ्यक्रमों में सीधे प्रवेश दिया जाएगा।

क्यों लागू किया गया बिजनेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम?

भारत एक युवा देश है, भारत मे 65% आबादी युवा है और शिक्षित है। किन्तु एक कड़वी सच्चाई भी है कि भारत मे शिक्षित बेरोजगारी की दर  सबसे अधिक है। भारत मे बेरोजगारी का प्रमुख कारण है यहाँ की शिक्षा मे उद्यमशील मानसिकता की कमी। दिल्ली सरकार ने इसी कमी को पूरा करने के उद्देश्य से राज्य के सरकारी स्कूलों एंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम प्रारम्भ किया तथा बिजनेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम को लागू किया है।

दिल्ली सरकार का एंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम क्या है?

  • फ़रवरी 2019 को दिल्ली सरकार ने राज्य के सरकारी स्कूलों मे कक्षा 9 से 12वी तक एंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम की शुरुआत की थी।
  • इस करिकुलम को प्रारम्भ करने के पीछे राज्य सरकार का उद्देश्य नवीं से बारहवीं तक के बच्चों के बीच बेहतर उद्यमी के गुणों को कहानियों और प्रयोगों के माध्यम से समझाना है।
  • एंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम पाठ्यक्रम की रूपरेखा को स्टेट कॉउंसिल ऑफ़ एजुकेशन रीसर्च एंड ट्रैंनिंग (SCERT) दिल्ली द्वारा तैयार किया गया था।
  • दिल्ली सरकार का बेहतर शिक्षा की दिशा मे यह दूसरा क्रांतिकारी कदम था , इससे पहले दिल्ली सरकार साल 2018 मे हैप्पीनेस करिकुलम पाठ्यक्रम को सफलतापूर्वक लागू कर चुकी है।
  • एंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम जैसा कार्यक्रम 5 ट्रिलियन अमरीकी डालर की अर्थव्यवस्था के सपने को प्राप्त करने की दिशा में आगे का रास्ता है।
  • दिल्ली सरकार के एंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम द्वारा लाइव एंटरप्रेन्योरशिप इंटरेक्शन के तहत विभिन्न क्षेत्रों के उद्यमियों से दिल्ली सरकार के स्कूली बच्चों को बातचीत का अवसर तथा नए व्यवसाय स्थापित करते समय आने वाली चुनौतियों पर मार्गदर्शन प्रदान किया जाता है।
  • इसी साल 29 जून को मनीष सिसोदिया जी ने एंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम (ईएमसी) पर शिक्षकों के लिए सूचना साझा करने और रीयल-टाइम डेटा एकत्र करने के लिए एक वेब एप्लिकेशन लॉन्च की है।

चलते चलते

चलते चलते मनीष सिसोदिया जी ने त्यागराज स्टेडियम से एक बेहद खूबसूरत और भावुक करने वाली बात कही है ,जो  इस प्रकार है –“जब मैं स्कूल में था तो पढ़ा करते थे कि भारत एक विकासशील देश है। आज हमारे बच्चे पढ़ रहे हैं कि भारत अभी भी एक विकासशील देश है, लेकिन अगर हम इस कार्यक्रम को ठीक से लागू नहीं करते हैं, तो हमारे बच्चों के बच्चे भी पढ़ेंगे कि भारत अभी भी एक विकासशील देश है,”। इस बात मे उनका स्पष्ट संकेत इस ओर था कि केवल अकेले किसी राज्य के ऐसा करने से हम विकसित नहीं बन पाएंगे, देश के प्रत्येक राज्य और केंद्र सरकार को इस प्रोग्राम को मिशन के रूप मे लेना होगा , तभी संभव है कि हमारे बच्चों के बच्चे पढ़ेंगे कि भारत एक विकसित राष्ट्र है। इस लेख के माध्यम से हम दिल्ली सरकार के सराहनीय और रोजगारपरक कदम का स्वागत करते हैं तथा उम्मीद करते है की जिस उद्देश्य से इसे शुरू किया गया है वो पूरा होगा। इसी के साथ हम आज का यह लेख समाप्त करते हैं। जय हिन्द!

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