Super Typhoon Goni ही वो ऐसी चीज थी जो उस 2020 में आनी बाकी रह गई थी, जिसमें पहले से ही दुनिया कोरोनावायरस का कहर झेल रही है। इस साल आया यह दुनिया का सबसे ताकतवर तूफान है। फिलीपींस में इसने भारी तबाही मचाई है। यहां के ज्यादातर इलाकों में इसका कहर देखने को मिल रहा है। बताया जा रहा है कि इस तूफान में 10 से भी ज्यादा लोगों की जान चली गई है।
इस लेख में आपके लिए है
- 18 तूफानों में सबसे ताकतवर
- यहां टकराया तूफान
- अलबे में सर्वाधिक तबाही
- यहां से आया महातूफान
- लोगों की सुरक्षा के लिए
- बाढ़ का खतरा : श्रेणी 5 का तूफान
- बाढ़ और भूस्खलन,
- बहने लगा लावा
- सरकार के कदम
- एटा से अमेरिका में नुकसान
18 तूफानों में सबसे ताकतवर
इस साल फिलीपींस में ही कई चक्रवाती तूफान आए थे। गोनी के आने से पहले भी फिलीपींस इस साल 17 चक्रवाती तूफानों को झेल चुका था। हालांकि, गोनी इन सबमें सभी से ताकतवर रहा है। बता दें कि हर साल जून से दिसंबर तक में फिलीपींस में कई चक्रवाती तूफान आ ही जाते हैं। इन तूफानों में न केवल सैकड़ों लोगों की जानें चली जाती हैं, बल्कि फिलिपिंस को इसकी वजह से अरबों डॉलर की संपत्ति का नुकसान भी उठाना पड़ता है।
यहां टकराया तूफान
- गोनी तूफान ने फिलीपींस के पूर्वी हिस्से पर बीते रविवार को सुबह 4 बजकर 50 मिनट पर दस्तक दी थी। फिलीपींस के लुजोन द्वीप के बिकोल इलाके में यह चक्रवाती तूफान टकराया था।
- जिन 10 लोगों की जान जाने की खबर इस तूफान में सामने आई है, वे इसी इलाके के रहने वाले थे। जहां 9 लोगों की मौत फिलीपींस के अलबे प्रांत में हुई, वहीं एक व्यक्ति की मौत कटानडुआनेस प्रांत में हुई। गोनी तूफान की वजह से 3 लोग लापता भी हो गए।
अलबे में सर्वाधिक तबाही
Super Typhoon Goni Philippines में अलबे प्रांत के लिए सबसे घातक साबित हुआ। गोनी चक्रवाती तूफ़ान के आने के दौरान हवा की रफ्तार 235 से 280 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच गई। कई इलाकों में इसकी रफ्तार 310 किलोमीटर को भी पार कर गई।
यहां से आया महातूफान
इस बारे में यहां के स्थानीय मौसम विभाग ने बताया है कि साउथ चाइना सी की तरफ से यह तूफान आया था। फिलीपींस के एक इलाके से यह टकरा गया। इस बात की आशंका जताई जा रही है कि इसके कई और इलाकों से भी यह तूफान टकरा सकता है। यही कारण है कि फिलिपिंस में प्रशासन पूरी तरीके से मुस्तैद है और तूफान का सामना करने के लिए उसकी तरफ से पूरी तैयारी कर ली गई है।
लोगों की सुरक्षा के लिए
- तूफान की भयावहता को देखते हुए पहले ही लगभग 10 लाख लोग अपने घर को छोड़कर सुरक्षित जगहों पर जा चुके थे। सरकारी सुविधा केंद्रों में साढे तीन लाख से भी अधिक लोगों के रहने का इंतजाम किया गया था।
- कोरोना संकट के दौरान फिलीपींस में प्रशासन की तरफ से जगह-जगह क्वारन्टीन सेंटर बनाए गए थे। इन्हीं केंद्रों में प्रभावित लोगों को आश्रय प्रदान किया गया है।
बाढ़ का खतरा
हालांकि प्रशासन को इस बात का भी भय सता रहा है कि तूफान की वजह से जो तेज हवाएं चल रही हैं, उनके अलावा बाढ़ भी आ सकती है। यही कारण है कि प्रशासन और सरकार की तरफ से हरसंभव कदम लोगों की सुरक्षा के लिए उठाए जा रहे हैं।
श्रेणी 5 का तूफान
- फिलीपीन एटमॉस्फेरिक जियोफिजिकल एंड एस्टॉनोमिकल सर्विस एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक गोनी को श्रेणी 5 के तूफान के बराबर उन्होंने मापा है। तूफान की वजह से राजधानी मनीला भी प्रभावित हुई है। उन इलाकों में भी यह तूफान पहुंचने वाला है, जहां बीते हफ्ते आये तूफान की वजह से बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा था।
- दरअसल फिलीपींस में अभी एक सप्ताह पहले ही टाइफून मोलाव भी आया हुआ था, जिसमें 22 लोगों की जान चली गई थी। यही नहीं, बाढ़ के पानी में कई लोग बहकर लापता भी हो गए थे।
बाढ़ और भूस्खलन
- फिलीपींस के बिकोल इलाके में तूफान की वजह से बाढ़ भी आ गई और भूस्खलन भी बड़े पैमाने पर हुआ। इसकी वजह से भी यहां भारी तबाही देखने को मिली है।
- Super Typhoon Goni फिलीपींस के 17 में से 12 क्षेत्रों में आया है। पश्चिमी इलाके लुजोन से भी होता हुआ यह तूफान आगे बढ़ा था। इसके बाद मनीला को पार करते हुए इसने दक्षिण चीन सागर का रुख कर लिया।
बहने लगा लावा
मलबे प्रांत में मेयोन ज्वालामुखी भी स्थित है, जिससे इस तूफान के आने के दौरान ही लावा भी निकल कर बहने लगा। यह लावा बहुत दूर तक बहता चला गया और लगभग 300 से भी अधिक घर मलबे के नीचे दबते चले गए।
सरकार के कदम
Super Typhoon Goni Philippines में जनजीवन को पूरी तरह से पटरी से उतारने वाला साबित हुआ। इसकी वजह से अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे यहां बंद कर दिए गए थे। COVID-19 की वजह से पहले से ही राजधानी मनीला में बड़ी संख्या में मरीजों का इलाज चल रहा था, लेकिन तूफान की भयावहता को भांपते हुए इन्हें तंबूनुमा क्वारन्टीन सेंटर से निकाल लिया गया और अलग-अलग अस्पतालों, उपचार केंद्रों और होटलों में इन्हें भर्ती किया गया। कई मरीजों को उत्तरी बाल्कन प्रांत में भी भेज दिया गया।
एटा से अमेरिका में नुकसान
उधर कैरेबियाई सागर में भी एटा तूफान उठा है, जिसकी वजह से अमेरिका के कई क्षेत्रों में बड़ा नुकसान पहुंचा है। अमेरिकी राष्ट्रीय तूफान केंद्र की तरफ से इसे लेकर बीते रविवार को एक एडवाइजरी भी जारी की गई। इसमें बताया गया कि 65 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाओं की वजह से जमैका के दक्षिण पूर्वी इलाकों में और किंग्सटन के साथ निकारागुआ आदि इलाकों में भी बड़ी तबाही पसरी है।
निष्कर्ष
Super Typhoon Goni इस साल का दुनिया का सबसे ताकतवर तूफान जरूर रहा, लेकिन इसके बावजूद फिलीपींस ने जिस तरीके से इससे निबटने के लिए तैयारी कर रखी थी, उसकी वजह से इस तूफान से होने वाले नुकसान को बहुत हद तक कम करने में उसे कामयाबी हासिल हुई। एक बात यह भी है कि फिलीपींस में हर साल कई बड़े तूफान आते हैं, जिसकी वजह से यहां की सरकार और यहां का प्रशासन इसे लेकर अलर्ट रहता है। इस वजह से भी गोनी से होने वाले नुकसान पर नियंत्रण रखा जा सका। फिलीपींस की तैयारी से भारत जैसे देशों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए।