भारत में सत्तर के दशक तक कोई भी स्नातकोत्तर की उपाधि प्रथम श्रेणी में प्राप्त करने के बाद सरलता से किसी अच्छे कॉलेज में प्रोफेसर का पद प्राप्त कर लेता था। लेकिन अस्सी के दशक पार करते-करते इस पद के लिए एक परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य कर दिया गया। इस परीक्षा को राष्ट्रिय योग्यता परीक्षा या नेशनल इलिजीबिलिटी टेस्ट (National Eligibility Test) का नाम दिया गया। इस परीक्षा का राष्ट्रिय स्तर पर आयोजन भारतीय सरकार के उपक्रम विश्वविध्यालय अनुदान आयोग (UGC) के द्वारा करवाया जाता है। आरंभ से लेकर वर्तमान समय तक नेट परीक्षा में समय-समय पर परिवर्तन आते रहे हैं।
क्या हैं नेट परीक्षा:
नेट या राष्ट्रिय योग्यता परीक्षा का आरंभ 22 जुलाई 1988 से भारतीय सरकार द्वारा एक अधिसूचना के अंतर्गत शुरू की गई थी। बाद में 1989 दिसंबर और मार्च 1990 से इसे दो भागों में विषविध्यालय अनुदान आयोग द्वारा आयोजित कारवाई जाने लगी। इस परीक्षा का मुख्य उद्देशय उच्च शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता को बढ़ावा देना रहा है। इस परीक्षा के माध्यम से स्नातकोत्तर विध्यार्थियों का केन्द्रीय यूनिवर्सिटी और कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर और जूनियर रिसर्च फैलोशिप के लिए चयन किया जाता है ।
नेट परीक्षा का इतिहास:
शुरुआत में यह परीक्षा 3 घंटों की हुआ करती थी जिसे दो पेपर के रूप में लिया जाता था। इसमें पहला पेपर 1 घंटे का और दूसरा पेपर 2 घंटे का होता था। इसके लिए पहला पेपर सामान्य ज्ञान व अँग्रेजी भाषा का और दूसरा पेपर विषय आधारित होता था।
इस परीक्षा में पहले पेपर में 100 अंक और दूसरे पेपर में 200 अंक में से पास होने योग्य अंक प्राप्त करने थे। तब से लेकर वर्तमान समय तक यह परीक्षा वर्ष में दो बार आयोजित की जाती है। उस समय इस परीक्षा के लिए केवल अँग्रेजी व हिन्दी भाषा का ही प्रयोग कर सकते थे।
बदला UGC NET परीक्षा का स्वरूप :
वर्ष 2009 के बाद यूजीसी की ओर से नेट परीक्षा का आयोजन सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेन्डरी द्वारा करवाया जाने लगा। वर्ष 2018 तक सीबीएसई द्वारा 84 विषयों के साथ 91 शहरों में इस परीक्षा का आयोजन किया जाता रहा है
वर्ष 2019 से नेट की परीक्षा का आयोजन राष्ट्रिय टेस्ट एजेंसी (एनटीए) द्वारा कारवाई जाएगी। इस वर्ष इस इस परीक्षा में दिये जाने वाले विषयों की संख्या 101 हो गई है जिसमें ज्ञान जगत के सभी पढ़े जाने वाले विषयों को शामिल किया गया है।
वर्ष 2019 में नेट परीक्षा का पैट्रन:
जून 2019 में होने वाली नेट की परीक्षा में जो बदलाव किए गए हैं, उनके आधार पर इस परीक्षा की मुख्य बातें इस प्रकार हैं:
- इस वर्ष से UGC NET परीक्षा ऑनलाइन माध्यम अथार्थ कंप्यूटर के माध्यम से करवाई जाएगी।
- इसके लिए प्रत्येक विध्यार्थी को परीक्षा केंद्र पर एक कंप्यूटर सिस्टम उपलब्ध करवाया जाएगा और उसमें ही उन्हें अपने प्रश्नों के हल करने होंगे। इस प्रकार इससे पहले कागज़ पद्धति द्वारा परीक्षा देने की विधि को यहाँ अपनाया नहीं जा रहा है।
- इस बार परीक्षार्थी को अपने परीक्षा केंद्र के रूप में चार शहरों के नाम देने होंगे, जहां वे जाकर इस परीक्षा को दे सकें। इससे पूर्व उनका निवास स्थान वाला शहर ही उनका परीक्षा केंद्र माना जाता था। लेकिन इस बार ऑनलाइन माध्यम अपनाए जाने के कारण परीक्षा केंद्र उनके निवास स्थान के अतिरिक्त कोई अन्य शहर जो उनके निवास के निकट हो, भी हो सकता है।
- वर्ष 2019 में जून में आयोजित होने वाली नेट परीक्षा का सिलेबस बदल दिया गया है जिसकी सूचना यूजीसी और एनटीए की वेबसाइट पर दे दी गई है।
- जून 2019 में यह परीक्षा 20, 21, 24, 25, 26, 27 और 28 जून पर आयोजित करवाई जाएगी।
- यह परीक्षा एक ही दिन में दो शिफ्ट में होगी जिसमें सुबह की शिफ्ट 9.30 – 12.30 और शाम की शिफ्ट 2.30 – 5.30 होगी। परीक्षार्थी को किसी एक शिफ्ट में (एनटीए द्वारा सूचित किए जाने पर) यह परीक्षा देनी होगी।
- परीक्षार्थी को उसे दी जाने वाली शिफ्ट में ही जाकर परीक्षा देनी होगी। वह अपनी इच्छानुसार अपनी शिफ्ट का चयन नहीं कर सकते हैं।
- नेट की परीक्षा का समय 3 घंटे हैं जिसमें कोई ब्रेक नहीं होगा। इसका पहला पेपर सुबह की शिफ्ट में 9.30 – 10.30 व शाम की शिफ्ट में 2.30 – 3.30 होगा।
- पेपर देने के लिए परीक्षार्थी को निर्धारित समय से दो घंटे पूर्व यानि सुबह की शिफ्ट में 7.30 बजे से और शाम की शिफ्ट में 12.30 बजे पहुँचने का सुझाव दिया जाता है।
- किसी भी सूरत में परीक्षार्थी को सुबह की शिफ्ट में 8.30 बजे के बाद और शाम की शिफ्ट में 1.30 बजे के बाद परीक्षा केंद्र में घुसने की आज्ञा नहीं दी जाएगी।
- वर्ष 2019 में नेट की परीक्षा देने वाले छात्रों ने इसका आवेदन फॉर्म एनटीए या यूजीसी की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन माध्यम से ही भरना है।
- कंप्यूटर बेस्ड़ टेस्ट में परीक्षार्थी को कंप्यूटर स्क्रीन पर बने वर्चुअल कीबोर्ड का ही प्रयोग करना होगा। इसके लिए कंप्यूटर के साथ अलग से कोई कीबोर्ड नहीं दिया जाएगा।
- इस वर्ष परीक्षा में एक नए ऑप्शन को जोड़ा गया है जिसे “Marked for Review” ऑप्शन का नाम दिया गया है।
- Marked for Review ऑप्शन का प्रयोग छात्र उस समय कर सकते हैं जब उन्हें लगता है कि प्रश्न या दिये गए विकल्पों में कहीं किसी प्रकार के सुधार या परिवर्तन की संभावना है। इस स्थिति में वे उस प्रश्न का उत्तर देने के बाद वह इस ऑप्शन का भी चयन कर सकते हैं।
- बिना प्रश्न का उत्तर दिये इस ऑप्शन का चयन वैध नहीं माना जाएगा और यह प्रश्न बिना उत्तर का छात्र द्वारा छोड़ दिया गया मान लिया जाएगा, जिसका कोई अंक नहीं मिलेगा।
- छात्रों की सुविधा के लिए सरकार की ओर से इस परीक्षा को देने से पूर्व अभ्यास हेतु कुछ अभ्यास केंद्र जिन्हें ‘टेस्ट प्रेक्टिस सेंटर’ कहा गया है, स्थापित किए गए हैं। इन केन्द्रों में जाकर छात्र आगे आने वाली परीक्षा को देने का अभ्यास कर सकते हैं।
- इसके लिए उन्हें एनटीए की वेबसाइट पर जाकर अपना एकाउंट बनाना होगा और वहाँ दिये गए टीपीसी केन्द्रों में से किसी एक का अपने लिए चयन करके उसमें रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।
- छात्रों तक अधिकतम पहुँच करने के लिए एनटीए ने एप के द्वारा भी छात्रों को यह सुविधा प्रदान करने का प्रयास किया है।
जून में आयोजित की जाने वाली UGC NET 2019 परीक्षा का परिणाम 15 जुलाई 2019 तक घोषित कर दिया जाएगा।