BBA क्या है? बीबीए के करियर विकल्प?

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यदि आप BBA कर चुके हैं या BBA करने की सोच रहे हैं या आप अभी तक अपने करियर और भविष्य को लेकर कुछ भी निर्णय नहीं ले पाये हैं , तो आज का हमारा ये लेख आपके लिए महत्वपूर्ण होने वाला है क्योकि इस लेख में हम आपके लिए लाये हैं BBA और After BBA से सम्बंधित सभी प्रश्नो के समाधान।

इस लेख में आपके लिए है.

  • BBA क्या है?
  • BBA के लिए योग्यता
  • BBA Subjects
  • BBA एडमिशन और फ़ीस
  • BBA कोर्स के प्रत्यक्ष लाभ
  • क्या विकल्प मौजूद हैं आपके पास After BBA?
  • उच्च शिक्षा के विकल्प
  • जॉब के विकल्प
  • Entrepreneur है एक बेहतरीन विकल्प

BBA क्या है?

BBA, एक बैचलर डिग्री कोर्स है, इसका पूरा नाम Bachelor of Business Administration है। यह कोर्स 3 साल का होता है तथा इसमें आपको Management से सम्बंधित विषयों की ज़रूरी जानकारी प्रदान की जाती है। यदि आप Management से सम्बंधित विषयों की गहन जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको MBA यानि Master of Business Administration करने की जरुरत पड़ेगी। BBA के बाद MBA की पढ़ाई करना एक आसान विकल्प रहता है।

BBA के लिए योग्यता

BBA कोर्स में एडमिशन के लिए आपको राज्य /केंद्र सरकार से मान्यता प्राप्त  शैक्षणिक बोर्ड से किसी भी स्ट्रीम में 12th, 50% अंको के साथ उत्तीर्ण होना आवश्यक है। किसी भी स्ट्रीम से तात्पर्य है अपने 12th आर्ट्स , कॉमर्स , साइंस आदि किसी भी सब्जेक्ट्स के साथ किया हो आप इस कोर्स के लिए योग्यता रखते हैं।

BBA सब्जेक्ट्स

BBA के 3 साल के कोर्स को कुल 6 सेमेस्टर में बांटा गया है। इसमें आपको ‘बिज़नेस मैनेजमेंट’, एप्लाइड स्टैटिक्स, बिज़नेस कम्युनिकेशन, मार्केटिंग, हयूमन रिसोर्स मैनेजमेंट, इंटरनेशनल बिज़नेस मैनेजमेंट, फिनेन्स आदि विषयो की जानकारी दी जाती है।

BBA एडमिशन और फ़ीस

BBA कोर्स में एडमिशन के लिए आपको कॉमन एंट्रेंस टेस्ट पास करना होता है जैसे- DUJAT NPAT SET और IPMAT। इसके अलावा बहुत सारे  प्राइवेट कॉलेज सीधे प्रवेश के द्वारा भी एडमिशन लेते हैं। अब यदि बात करे BBA कोर्स में फ़ीस की तो सरकारी कॉलेज से ये कोर्स काफी कम खर्चे में हो जाता है, किन्तु यदि आप किसी प्राइवेट कॉलेज से BBA कोर्स करे तो फ़ीस 1 लाख से शुरू हो जाती है और प्राइवेट कॉलेज के स्टैण्डर्ड के हसाब से बढ़ती जाती है।

BBA कोर्स के प्रत्यक्ष लाभ

  • BBA कोर्स एक मैनेजमेंट से सम्बंधित कोर्स है तो इसके बाद आपको गवर्नमेंट और प्राइवेट क्षेत्र में पर्याप्त अवसर मिलते हैं , क्योकि प्रशासनिक मैनेजमेंट की जरुरत सभी क्षेत्रों में पड़ती है।
  • BBA कोर्स के बाद आपको एक ‘चेयर सिटींग जॉब’ की गारंटी मिलती है , ‘चेयर सिटींग जॉब से मतलब है यहाँ पर आपको ज्यादा भागदौड़ करने की आवश्यकता नहीं है, आपको आराम से ऑफिस में बैठकर बिज़नेस मनैजमेंट, फिनेन्स मैनेजमेंट, हयूमन मैनेजमेंट, मार्केटिंग मैनेजमेंट आदि का कार्य करना है।
  • यदि आप BBA के बाद MBA करना चाहते हैं तो आप  BBA +MBA इंटीग्रेटेड कोर्स 4 वर्ष में पूर्ण कर सकते हैं। बहुत सारे कॉलेज  BBA +MBA इंटीग्रेटेड ऑफर करते हैं।
  • BBA कोर्स के बाद आपको आराम से कम से कम 15000/- से जॉब स्टार्टिंग मिल जाती है, यह सैलरी आपकी नॉलेज, स्किल तथा कम्युनिकेशन तकनीक के हिसाब से बढ़ती चली जाती है।

क्या विकल्प मौजूद हैं आपके पास After BBA?

अक्सर लोगो  बीच में ये कॉमन सोच रहती है कि  After BBA आपके पास अब केवल MBA  या  जॉब का ऑप्शन रहता है। तो मैं आपको बता देना चाहता हूँ कि आपके पास ऐसे ही बहुत से  विकल्प मौजूद रहते हैं जिन्हे After BBA किया जा सकता है।

उच्च शिक्षा के विकल्प

After BBA उच्च शिक्षा की बात करे, केवल MBA ही विकल्प नहीं रह जाता है , ऐसे ही अनेक क्षेत्र है जिनकी पढ़ायी की जा सकती है।

Tourism Management

जिन लोगो को पर्यटन तथा देश-विदेश घूमने का शौक है  उनके लिए After BBA, Taurism Management एक बेहतर करियर विकल्प है। आपके पास  MBA Travel and Tourism,MBA in Tourism and Hotel Management, MBA in Tourism Management, MBA in Hotel and Tourism Management, MBA in Hotel Management and Tourism, Masters in Travel and Tourism Management जैसे बेहतरीन विकल्प हैं अपनी शिक्षा को बेहतर बनाने तथा अपने घूमने -फिरने के शौक को एन्जॉय करने के।

Hospitality Management

यदि आप होटल और हॉस्पिटैलिटी में रूचि रखते हैं , तब After BBA यह क्षेत्र आपके लिए बहुत ही फायदेमंद साबित हो सकता है। यह क्षेत्र tourism industry का ही हिस्सा है , किन्तु अब इससे सम्बंधित अलग कोर्स भी उपलब्ध हैं।  hospitality से सम्बंधित आप MBA Hospitality Management, MBA in Airlines, Tourism and Hospitality Management, Masters of Hospitality Management आदि डिग्री ले सकते हैं।

पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट (PGDM)

After BBA अपनी एजुकेशन को बढ़ाने के लिए PGDM कोर्स एक बहुत बढ़िया विकल्प साबित होते हैं , MBA की तुलना में इनकी फ़ीस थोड़ा ज्यादा होती है तथा बहुत से  कॉलेज 1 वर्ष का पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट (PGDM) प्रोग्राम भी चलाते हैं। ये कोर्सेज समय के साथ चलते हैं  और समय की बचत करते हैं। इन कोर्सेज का पाठ्यक्रम बहुत एडवांस तथा प्राइवेट सेक्टर जॉब फ्रेंडली होता है जिस वजह से प्राइवेट जॉब्स में PGDM को  बहुत वरीयता मिलती है।

MMS (Master in Management Studies)

After BBA, MMS एक अच्छा करियर विकल्प है , ये कोर्स MBA के समानांतर ही है , इसकी अवधि भी 2 वर्ष की ही रहती है तथा  AICTE द्वारा मान्यता प्राप्त होते हैं। इसमें एडमिशन के लिए आपके पास 50% नंबरों के साथ किसी भी विषय में स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। स्नातक के अंतिम वर्ष के छात्र भी इस पाठ्यक्रम में आवेदन कर सकते हैं। MMS की फ़ीस MBA और PGDM की तुलना में कम होती है। MMS में  Systems (IT), Finance & Accounting, Human Resources/Organisational Behaviour, Operations, Marketing, Accounting आदि विषयो पर गहन जानकारी प्रदान की जाती है।

MBA (Master of Business Administration)

MBA , After BBA की जाने वाली सबसे पॉपुलर और कॉमन डिग्री कोर्स है। कॉर्पोरेट मैनेजमेंट में रूचि रखने वाले स्टूडेंट्स के लिए MBA एक बढ़िया करियर विकल्प है। बेहतरीन कॉलेजेस से MBA की डिग्री लेने के लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम पास करना होता है,  CAT, MAT, XAT, SNAP आदि लोकप्रिय एंट्रेंस टेस्ट है MBA की डिग्री हासिल करने के लिए, MBA 2 साल का कोर्स है।  MBA की  सब्जेक्ट लिस्ट काफी बड़ी है, मैनेजमेंट , इंजीनियरिंग, मेडिकल , स्पोर्ट्स , एंटरटेनमेंट जैसे अनेक विषयो पर MBA की डिग्री प्राप्त की जा सकती है।  इसके बाद आप Govt , Pvt तथा NGO आदि क्षेत्रों में बेहतर जॉब पा सकते हैं। भारत में आईआईएम कॉलेज MBA के सबसे बेहतर विकल्प हैं।

जॉब के विकल्प

प्राइवेट सेक्टर में जॉब

After BBA प्राइवेट सेक्टर में जॉब सबसे ज्यादा खुला और प्रतियोगिता वाला विकल्प है, यहाँ पर After BBA  वाले स्टूडेंट्स को सबसे बड़ा कम्पटीशन मिलता है MBA वाले स्टूडेंट्स से, MBA वालो को सबसे बड़ा फायदा यह मिलता है कि वे थोड़ा एडवांस और ज्यादा जानकारी रखते हैं After BBA वालो की  तुलमा में,  इसी वजह से MBA वाले सैलरी के मामले में थोड़ा एक्सपेंसिव होते हैं। यदि After BBA थोड़ा सा कम्युनिकेशन स्किल्स , मार्केटिंग नॉलेज , MS ऑफिस , मैनेजमेंट इनफॉर्मेशन सिस्टम आदि पर वर्क करके जॉब के लिए अप्लाई करे तो ये MBA वालो पर भारी पड़ते हैं। After BBA आसानी से जॉब मिल जाती है क्योकि ये सैलरी के मामले में कम एक्सपेंसिव , अधिक मेहनती  तथा नयी चीज़ो को सीखने में अधिक रूचि लेते हैं। After BBA जिन क्षेत्रों में जॉब आसानी से प्राप्त हो जाती है, उनमे  एडवरटाइजिंग, एविएशन, बैंकिंग, कंसल्टेंसी, डिजिटल मार्केटिंग, एंटरटेनमेंट, फाइनेंस, इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (आईटी) ,इंश्योरेंस, मीडिया,ऑफलाइन मार्केटिंग, मैन्युफैक्चरिंग आदि प्रमुख हैं।

गवर्नमेंट सेक्टर में जॉब

After BBA Govt सेक्टर में सबसे ज्यादा लोकप्रिय विकल्प है सरकारी / अर्ध-सरकारी बैंक कि जॉब। IBPS तथा SBI PO क्वालीफाई करके बैंक सेक्टर में जॉब प्रारम्भ की जा सकती है। सरकार द्वारा संचालित विभिन्न एकाउंटेंसी और फाइनेंशल इंस्टिट्यूशंस  में भी आप जॉब केलिए देख सकते हैं।यदि आपमें परेशानियों को शीघ्र निपटने की कला है , इश्यूज को एनालाइज करने कला है , प्लानिंग करने, रिसोर्सेज को मैनेज करने में महारत हासिल है , तो आप सरकारी सेक्टर में अपना शानदार करियर और भविष्य बना सकते हैं।

Entrepreneur है एक बेहतरीन विकल्प

यदि आपके अंदर रिस्क लेने की क्षमता, चुनौतियों को पार करने का जज्बा, दूरदर्शी सोच है तो आप After BBA एक Entrepreneur बने तथा अपना स्टार्टअप शुरू करें। BBA में  छात्र को व्यवसाय से संबंधित ज्ञान दिया जाता है, जो उसे व्यवसाय को सफलतापूर्वक चलाने के लिए आवश्यक कौशल हासिल करने में मदद करता है।केंद्र तथा राज्य  सरकार की तरफ से विभिन्न योजनाओं के द्वारा खुद का स्टार्टअप शुरू करने का प्रोत्साहन भी दिया जाता है, Entrepreneurship एक बेहतर विकल्प है लोगो के लिए नई जॉब क्रिएट करने का और सपनो को सच कर दिखाने का। भारतीय युवाओं में बहुत उत्साह है यदि उन्हें  सही प्रशिक्षण मिल जाये तो भारतीय विनिर्माण क्षेत्र में क्रांति ला सकते हैं।

चलते-चलते

दोस्तों, BBA , MBA  या अन्य मनैजमेंट कोर्स आपको बिज़नेस, कॉर्पोरेट , फिनेन्स ,मार्केटिंग आदि क्षेत्रों की गहन जानकारी अवश्य देते हैं , किन्तु इसके बाद भी कुछ स्किल्स है जिनको सीखने से आप अपना करियर बेहतर बना सकते हैं। आपको अपनी इफेक्टिव  कम्युनिकेशन स्किल्स, एनालिटिकल स्किल्स , प्रॉब्लम सॉल्विंग अप्प्रोच , क्विक डिसीजन स्किल्स, पर्सनालिटी डेवलोपमेन्ट स्किल्स, हमेशा पॉजिटिव और मोटिवेटेड ऐटिटूड आदि पर वर्क करते रहना होगा। आपकी द्वारा सीखी गयी ये अतिरिक्त स्किल्स आपके व्यक्तित्व और रिज्यूमे को और भी ज्यादा प्रभावी बना देंगी और आपके करियर को तरक्की की बुलंदियों तक पहुचायेंगी। आपको हमारे द्वारा दी जा रही करियर सम्बन्धी जानकारी कैसी लग रही है , हमें कमेंट करके अवश्य बताये। तो  दोस्तों मिलते है अगले लेख में एक नयी जानकारी के साथ, धन्यवाद्।

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