अच्छा भला कौन नहीं दिखना चाहता। अच्छा दिखने के लिए अच्छे कपड़े भी पहनने पड़ते हैं। खासकर आजकल तो फैशनेबल कपड़े पहनने का ट्रेंड चल पड़ा है। ऐसे में इन फैशनेबल कपड़ों को तैयार करने के लिए ऐसे लोगों की भी जरूरत होती हैं, जो क्रिएटिव हों। इसलिए करियर काउंसलर अब career guidance देते वक्त career in textile engineering का भी सुझाव देते हैं। वह इसलिए कि इस क्षेत्र में नौकरी के साथ स्वरोजगार के भी पर्याप्त अवसर मौजूद हैं। इस लेख में हम आपको इसके बारे में विस्तार से बता रहे हैं।
इस लेख में आप जानेंगेः-
- इसे कहते हैं टेक्सटाइल इंजीनियरिंग
- टेक्सटाइल इंजीनियरिंग वाले कोर्सेज
- टेक्सटाइल इंजीनियरों की जिम्मेवारियां
- टेक्सटाइल इंजीनियरिंग के लिए ली जाने वालीं प्रवेश परीक्षाएं
- यहां मिल सकता है काम करने का मौका
इसे कहते हैं टेक्सटाइल इंजीनियरिंग
इंजीनियरिंग की ही एक शाखा टेक्सटाइल इंजीनियरिंग को आप कह सकते हैं। कपड़ों से लेकर रंगों और फैब्रिक लाइन की इंडस्ट्रीज से जुड़कर यह काम करती है। कपड़ों के निर्माण की प्रक्रिया में जितनी भी प्रक्रियाएं और तरीके शामिल होते हैं, इन सभी से जुड़ कर काम करने वाला एक विज्ञान भी टेक्सटाइल इंजीनियरिंग को कहा जा सकता है। टेक्सटाइल इंजीनियरिंग में नियम-कानूनों से लेकर सिद्धांत और वैज्ञानिक तकनीकें तक शामिल हैं। अलग-अलग तरह के धागों व कपड़ों के निर्माण और इनके विकास के लिए इनका इस्तेमाल किया जाता है।
विज्ञान के उन सिद्धांतों का भी टैक्सटाइल इंजीनियरिंग में अध्ययन किया जाता है, जो टेक्सटाइल फाइबर के निर्माण में प्रयोग होने वाले पॉलीमर्स का विश्लेषण करते हैं। फाइबर के साथ इसमें इस्तेमाल होने वाली मशीनरी, इसके उत्पाद, परिधान और कपड़ों के निर्माण से जुड़ी जो प्रक्रिया होती है, उसे किस तरह से डिजाइन किया जाए और किस तरह से इन चीजों पर नियंत्रण हो, इन सभी चीजों पर टैक्सटाइल इंजीनियरिंग का फोकस रहता है।
टेक्सटाइल इंजीनियरिंग वाले कोर्सेज
अपने देश में कई ऐसे कॉलेज और विश्वविद्यालय हैं, जहां आप टेक्सटाइल इंजीनियरिंग में स्पेशलाइजेशन कोर्स कर सकते हैं और अपना textile engineering career बना सकते हैं। टेक्सटाइल इंजीनियरिंग के पाठ्यक्रम में टेक्सटाइल इंडस्ट्री से जुड़ी सारी चीजें शामिल होती हैं। मशीनों से परिचय करवाने से लेकर ऊर्जा संरक्षण, प्राकृतिक और मानव निर्मित सामग्री, प्रदूषण, कचरा नियंत्रण, सुरक्षा मानक और स्वास्थ्य आदि से संबंधित जानकारी भी पाठ्यक्रम का हिस्सा होती हैं। देश में टेक्सटाइल इंजीनियरिंग के कोर्सेज की बात करें तो ये चार तरीके के हैं।
- इसमें सबसे पहला है पॉलिटेक्निक डिप्लोमा कोर्सेज। इसमें टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी/टैक्सटाइल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा और फैब्रिकेशन टेक्नोलॉजी एंड इरेक्शन इंजीनियरिंग में डिप्लोमा पाठ्यक्रम शामिल हैं।
- टेक्सटाइल इंजीनियरिंग में जो स्नातक कोर्स मौजूद है, उसे बीटेक प्रोग्राम के नाम से भी जानते हैं। इस कोर्स की अवधि 4 वर्ष की होती है। इस कोर्स को करने के लिए 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करना जरूरी होता है। इसको टेक्सटाइल इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (बीटेक) के नाम से जानते हैं।
- टेक्सटाइल इंजीनियरिंग के स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम को एमटेक के नाम से जानते हैं। यह 2 साल का कोर्स होता है। टेक्सटाइल इंजीनियरिंग बीटेक करने के बाद किया जा सकता है। टेक्सटाइल इंजीनियरिंग में मौजूद स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों को टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी में मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी (एमटेक), टेक्सटाइल इंजीनियरिंग मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी और टेक्सटाइल केमिस्ट्री में मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी के नाम से जानते हैं।
- जो छात्र स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी कर लेते हैं, वे चाहें तो टेक्सटाइल इंजीनियरिंग में डॉक्टोरल डिग्री कोर्स भी कर सकते हैं। इस कोर्स को पीएचडी डिग्री कोर्स के नाम से जाना जाता है, जिसकी अवधि 1 से 2 साल की होती है।
टेक्सटाइल इंजीनियरिंग के मूलभूत विषय
- डिज़ाइन एंड स्ट्रक्चर ऑफ़ फैब्रिक
- टेक्सटाइल टेस्टिंग एंड इंस्ट्रूमेंट्स
- फैब्रिक फॉर्मेशन
- इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी इन टेक्सटाइल
- कंप्यूटर एप्लीकेशन्स इन टेक्सटाइल्स
- डिज़ाइन एंड स्ट्रक्चर ऑफ़ फैब्रिक
- प्रोसेसिंग एट टेक्सटाइल लैब
- केमिकल प्रोसेसिंग ऑफ़ टेक्सटाइल्स
इन पदों पर कर सकते हैं काम
Career in textile engineering के लक्ष्य के साथ जो छात्र टेक्सटाइल इंजीनियरिंग कोर्सेज कर लेते हैं, इसके बाद उन्हें कपड़ा उद्योग से जुड़कर कई तरह के पदों पर काम करने का अवसर मिल सकता है। यह पदों का विवरण निम्नवत है:-
- प्रोसेस इंप्रूवमेंट इंजीनियर
- क्वालिटी कंट्रोल सुपरवाइजर
- मेडिकल टेक्सटाइल्स इंजीनियर
- टेक्निकल सेल्सपर्सन
- ऑपरेशंस ट्रेनी
- प्रोसेस इंजीनियर
टेक्सटाइल इंजीनियरों की जिम्मेवारियां
हमें जो कपड़े दिखते हैं या जो बेडशीट व टॉवेल आदि नजर आते हैं, इन सभी पर जो डिजाइन दिखते हैं, उनके पीछे किस तरह का विज्ञान काम कर रहा है, इन सारी चीजों की जानकारी टेक्सटाइल इंजीनियर रखते हैं। कपड़े के शुरुआती चरण से लेकर इसके बाजार के लिए तैयार होने तक की सभी प्रक्रियाओं में ये डिजाइनिंग और विकास आदि में अपना पूरा योगदान देते हैं।
डिजाइनिंग इंजीनियरिंग के साथ प्रोडक्शन कंट्रोल, सुपर विजन, प्रोसेस इंजीनियरिंग, टेक्निकल सेल्स एंड सर्विस, क्वालिटी कंट्रोल रिसर्च एंड डेवलपमेंट और कॉरपोरेट मैनेजमेंट आदि तक में इनकी जिम्मेवारियां तय होती हैं। यहां तक कि कृत्रिम धमनियों और किडनी की डायलिसिस वाली मशीनों के फिल्टर के लिए मेडिकल साइंस भी टेक्सटाइल इंडस्ट्री पर ही निर्भर करता है।
टेक्सटाइल इंजीनियरिंग कोर्सेज वाले कॉलेज और विश्वविद्यालय
अपने देश में ऐसे कॉलेजों और विश्वविद्यालयों की कोई कमी नहीं है, जहां टेक्सटाइल इंजीनियरिंग में पाठ्यक्रम ऑफर किए जाते हैं। एक नजर डालते हैं इन्हीं कॉलेजों और विश्वविद्यालयों पर-
- कुमारगुरु कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी, तमिलनाडु
- गवर्नमेंट सेंट्रल टेक्सटाइल इंस्टीट्यूट, उत्तर प्रदेश
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी
- अन्ना यूनिवर्सिटी, तमिलनाडु
- एमएस युनिवर्सिटी, गुजरात
- एसएसएम इंस्टीट्यूट ऑफ टैक्सटाइल टेक्नोलॉजी एंड पॉलिटेक्निक कॉलेज, तमिलनाडु
- सरदार वल्लभभाई पटेल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्सटाइल मैनेजमैंट, तमिलनाडु
- एलडी कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग, गुजरात
- डीकेटीई सोसाइटीज टेक्सटाइल इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट, महाराष्ट्र
- बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी एंट्रेंस एग्जाम
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, दिल्ली
- एमएलवी टेक्सटाइल इंस्टीट्यूट, राजस्थान
- कॉलेज ऑफ़ टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी, पश्चिम बंगाल
- वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
- जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी
- इंस्टिट्यूट ऑफ़ इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट, नई दिल्ली
- कलकत्ता यूनिवर्सिटी, कॉलेज ऑफ टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी, वेस्ट बंगाल
- एमिटी यूनिवर्सिटी, उत्तर प्रदेश
- जया इंजीनियरिंग कॉलेज, तमिलनाडु
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ मुंबई, महाराष्ट्र
- बेन्नारी अम्मन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, तमिलनाडु
- इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी, उड़ीसा
- जैल सिंह कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, पंजाब
- बंगाल इंजीनियरिंग एंड साइंस यूनिवर्सिटी, पश्चिम बंगाल
टेक्सटाइल इंजीनियरिंग के लिए ली जाने वालीं प्रवेश परीक्षाएं
- बीआईएसएटी एग्जाम
- एआईसीईटी: ऑल इंडिया कॉमन एंट्रेंस टेस्ट
- आईआईटी जेईई: आईआईटी ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम
- उत्तर प्रदेश स्टेट एंट्रेंस एग्जाम
- बीआईएचईआर: भारथ यूनिवर्सिटी इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम
- जेएनयू: जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम
- एएमआईई: एसोसिएट मेम्बरशिप ऑफ़ इंस्टीट्यूशन्स ऑफ़ इंजीनियर्स
- डीसीई सीईई एग्जाम
- गेट: ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट, इंजीनियरिंग
- एआईईईई: इंडियन इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम
- पीजीईसीईटी: पोस्ट ग्रेजुएशन इंजीनियरिंग कॉमन एंट्रेंस टेस्ट
- वीआईटीईईई: वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम
- एआईईईई: ऑल इंडिया इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम
यहां मिल सकता है काम करने का मौका
Textile engineering career के लिए टेक्सटाइल इंजीनियरिंग के कोर्सेज कर लेने के बाद अपार संभावनाएं मौजूद हैं, क्योंकि इसके बाद आपको निम्नलिखित नामी-गिरामी और प्रतिष्ठित कंपनियों में काम करने का अवसर मिल सकता है।
- रिलायंस टेक्सटाइल्स
- राजस्थान पेट्रो सिंथेटिक्स
- अरविंद मिल्स लिमिटेड
- लक्ष्मी मशीन वर्क्स
- आरआईएल टेक्सटाइल्स
- बॉम्बे डाइंग
- लक्ष्मी मिल्स
- भीलवाड़ा ग्रुप
- मैसूर सिल्क
- जेसीटी लिमिटेड
- ग्रासिम इंडस्ट्रीज
- फैब इंडिया
- जेसीटी मिल्स
- मफ्तलाल डेनिम
- रेमंड ग्रुप
चलते-चलते
यदि career in textile engineering आपकी पसंद है, तो आपको इस क्षेत्र में करियर बनाने के बारे में जरूर सोचना चाहिए, क्योंकि वर्तमान समय में यह इंडस्ट्री तेजी से फल-फूल रही है। इस लेख में उपलब्ध कराई गई जानकारी आपके बहुत काम आएगी। तो देर के बाद की? कौन-सा कोर्स आपको करना है, इसका चयन आप अभी से कर लें और इसमें दाखिले के लिए अपनी तैयारी भी अभी से ही शुरु कर दें।