ब्राजील को जब पुर्तगाल से 1822 में मिली आजादी

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History of September 7 की बात करें तो ब्राजील के लिए यह बड़ा ही महत्व रखता है, क्योंकि इसी दिन ब्राजील अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है। वर्ष 1822 में आज के दिन ही 7 सितंबर को ब्राजील की पुर्तगाल से स्वतंत्रता की घोषणा की गई थी। यह घोषणा पुर्तगाली राजा के बेटे पेड्रो डी अल्कानतारा ने की थी।

इस लेख में आपके लिए है:

  • Brazil के Independence Day की History
  • Brazil के Independence Day के Facts
  • How does Brazil celebrate Independence Day?

Brazil के Independence Day की History

जब हम Brazil के Independence Day की History पर नजर डालते हैं तो हमें पता चलता है कि 16वीं शताब्दी से ही ब्राजील पुर्तगाल का उपनिवेश बन गया था। वर्ष 1807 में पुर्तगाल पर फ्रांस ने हमला बोल दिया था। ऐसे में पुर्तगाली शाही परिवार को ब्राजील भागना पड़ा था। वर्ष 1815 में पुर्तगाल के समान ही राज्य का दर्जा ब्राजील को प्राप्त हो गया था।

  • वर्ष 1815 में दरअसल राजा जॉन VI ने अपनी जगह पर अपने बेटे प्रिंस पेड्रो को ब्राजील पर शासन करने का अधिकार सौंप दिया था। वर्ष 1832 में रियो डी जेनेरियो का गवर्नर प्रिंस पेड्रो को बना दिया गया था। पेड्रो ब्राजील के निवासियों के साथ जो हो रहा था, उससे वे खुश नहीं थे।
  • जब सितंबर, 1822 में पेड्रो को यह जानकारी मिली कि पुर्तगाली विधानसभा द्वारा उनसे उनकी सत्ता छीन ली गई है तो उन्होंने पुर्तगाल से ब्राजील की आजादी की शपथ लेने की घोषणा कर दी।
  • वर्ष 1820 में पुर्तगाल में संवैधानिक विद्रोह हो गया था। ऐसे में राजा डोम VI को अपने घर लौट जाना पड़ा। पुर्तगाल में तब एक बड़ी राजनीतिक क्रांति हो गई थी। लोग ऐसा संविधान चाह रहे थे, जिसमें कि उनके अधिकारों में बढ़ोतरी हो। ऐसे में राजा को ब्राजील छोड़कर पुर्तगाल भागना पड़ा था।
  • वर्ष 1822 में झड़पें होने लगी थीं। ब्राजील में जो शाही सरकार थी, उसने दासों और स्वयंसेवकों को भी अपनी सेना और नौसेना का हिस्सा बना लिया था। रियो डी जेनेरियो और ब्राजील के मध्य भाग पर उसने नियंत्रण प्राप्त कर लिया था। पुर्तगालियों के स्वामित्व से नौसेना ने 11 युद्धपोतों को छुड़ा भी लिया था।
  • ब्राजील के पहले सम्राट डोम पेड्रो बने थे। डोम पेड्रो को ही हो अल्कानतारा भी कहा जाता है। अल्कानतारा का शासन 1823 से 1831 तक चला था।
  • पुर्तगालियों ने 1532 ई में यहां पर बसना शुरू कर दिया था। वर्ष 1534 तक उन्होंने इसे अपना एक सक्रिय उपनिवेश भी बना लिया था। सबसे पहले ब्राजील को 15 उपनिवेशों में किंग जॉन तृतीय ने विभाजित किया था। हालांकि, कई तरह की प्रशासनिक समस्याएं यहां मौजूद थीं, जिनकी वजह से राजा को यहां गवर्नर जनरल की नियुक्ति करनी पड़ी थी।
  • खेतों में काम करने के लिए लोग चाहिए थे। ऐसे में अफ्रीकियों को यहां लाया गया। दक्षिण पूर्व में पुर्तगाली अपना विस्तार करना चाह रहे थे। आखिरकार 1567 में उन्होंने जहां रियो डी जेनेरियो को अपने कब्जे में ले लिया, वहीं 1615 में साओ लुईस पर भी उनका कब्जा हो गया। इस तरह से जो डचों और अंग्रेजों के गढ़ थे, वे इनके कब्जे में आ गए थे।
  • ब्राजील एक गणतंत्र के रूप में 15 नवंबर, 1889 को सामने आया था। हालांकि, उसने अपना स्वतंत्रता दिवस 7 सितंबर को रखा था। वर्ष 1949 से ब्राजील में 7 सितंबर को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता रहा है और इस दिन ब्राजील में संघीय अवकाश घोषित रहता है।
  • दरअसल 7 सितंबर ही वह दिन था, जब वर्ष 1822 में पुर्तगाल से अपनी आजादी का दावा ब्राजील ने कर दिया था।
  • सही मायने में देखा जाए तो अपनी आजादी के लिए ब्राजीलवासियों को ज्यादा संघर्ष नहीं करना पड़ा था। इसकी वजह थी कि उन्होंने यह लड़ाई अपने मूल देश पुर्तगाल से ही जीती थी।
  • इपिरंगा नदी के किनारे ब्राजील की आजादी के बारे में अल्कानतारा ने घोषणा की थी। उस दौरान उन्होंने अपनी वर्दी से पुर्तगाली प्रतीक को निकाल कर फेंक दिया था। उन्होंने घोषणा की थी कि मैं अपने खून से, अपने सम्मान से और ईश्वर की मदद से ब्राजील को बनाऊंगा।
  • इसी के बाद डोम पेड्रो ब्राजील के सम्राट बन गए थे। पुर्तगाली ताकतों को उन्होंने ब्राजील छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया था। इस तरह से वर्ष 1889 में ब्राजील से राजशाही का उन्मूलन हो गया। इसके बाद ब्राजील एक गणतंत्र के रूप में दुनिया के नक्शे पर आया था।
  • ब्राजील को आजादी तो प्राप्त हो गई थी, लेकिन इसके बाद भी यहां तब तक राजशाही कायम रही थी, जब तक कि इसे उखाड़ कर फेंक नहीं दिया गया।

Brazil के Independence Day के Facts

बात यदि Brazil के Independence Day के Facts की करें तो यह वाकई बड़ा ही रोचक है।

  • पूरी दुनिया यही जानती है कि 7 सितंबर ब्राजील का स्वतंत्रता दिवस है। वहीं, पुर्तगाली में इसे ‘दिया दा इंडिपेंडेंशिया’ के नाम से जाना जाता है। यही नहीं, इसे ‘सेते डे सेटेम्ब्रो’ और ‘दिया दा पटरिया’ के तौर पर भी जाना जाता है। सेते डे सेटेम्ब्रो ‘7 सितंबर’ के लिए प्रयुक्त हुआ है, जबकि दिया दा इंडिपेंडेंशिया का मतलब ‘राष्ट्रीय दिवस’ है।
  • ब्राजील के झंडे पर जब हम नजर डालते हैं तो इसमें ब्लू रंग का ग्लोब देखने के लिए मिलता है इनमें 27 चमकते हुए सितारे भी नजर आते हैं। ये 27 सितारे दरअसल ब्राजील के 27 राज्यों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। इन सभी सितारों को कई वर्षों से जोड़ा गया है।
  • ब्राजील के झंडे में हरा, पीला और नीला रंग देखने के लिए मिलता है। ब्राजील के लोगों को ये रंग बड़े प्रिय हैं। हरा रंग यहां के हरे-भरे जंगलों का प्रतिनिधित्व करता है। उसी तरीके से पीला रंग ब्राजील की धन-संपदा का द्योतक है।
  • ब्राजील के झंडे में बीच में ब्लू रंग का ग्लोब देखने के लिए मिलता है। यह ब्राजील की स्थिति को बयां करता है कि वह ब्रह्मांड के एक केंद्र के रूप में इस दुनिया में मौजूद है।
  • एक पुर्तगाली नाम से ब्राजील को अपना नाम प्राप्त हुआ है। पुर्तगालियों ने जो ब्राजील को मूल नाम दिया था, वह था ‘लैंड ऑफ द होली क्रॉस।’
  • ब्रासीलिया को ब्राजील की नई राष्ट्रीय राजधानी के तौर पर 21 अप्रैल, 1960 को मान्यता दी गई थी।
  • यदि ऊपर से ब्रासीलिया को देखा जाए तो इसकी आकृति बिल्कुल एक हवाई जहाज की तरह नजर आती है। कॉफी के मामले में ब्राजील दुनिया का सबसे बड़ा निर्यातक देश है।

कैसे मनाता है ब्राजील स्वतंत्रता दिवस कैसे मनाता है? (How does Brazil celebrate Independence Day?)

  • ब्राजील के स्वतंत्रता दिवस के दिन इसकी राजधानी ब्रासीलिया में सैन्य परेड का आयोजन होता है। साथ में सैन्य परेड आयोजित किए जाते हैं। संगीत कार्यक्रमों का भी आयोजन होता है।
  • शाम के वक्त यहां जमकर आतिशबाजी भी होती है। जितने भी राज्य ब्राज़ील में हैं, इन सभी की राजधानियों में भी परेड का आयोजन किया जाता है और पार्टियां आयोजित होती हैं।

निष्कर्ष

7 सितंबर का इतिहास (History of September 7) ब्राजील की औपनिवेशिक ताकतों से आजादी का गवाह है। अपनी आजादी के बाद से ब्राजील ने अभूतपूर्व प्रगति भी की है और दक्षिण अमेरिका के सबसे प्रमुख देश के रूप में आज यह जाना जाता है। आज 7 सितंबर को अपनी आजादी के दिन यहां सड़कों पर उतर कर हजारों की तादाद में लोग जश्न मनाते हुए नजर आ रहे हैं। उनकी कोशिश यही है कि यह आजादी हमेशा कायम रहे।

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