स्कैनर क्या है और क्या हैं इसके प्रकार?

2395
scanner kya hai


स्कैनर एक ऐसी वस्तु है जिसकी मदद से हम, आसानी से अलग-अलग दस्तावेजो व मुद्रित सामग्रियो को स्कैन करके दीर्घकाल तक सुरक्षित रख पाते हैं और अपने दैनिक जीवन में, हम, अनेको बार स्कैनर्स का प्रयोग करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि, स्कैनर क्या हैं अर्थात् स्कैनर किया है (What is Scanner?) व इसके अलग-अलग प्रकारो की जानकारी यदि आपको नहीं तो हम, आपको अपने इस लेख में, विस्तार से स्कैनर क्या हैं और क्या हैं इसके प्रकार आदि की पूरी जानकारी प्रदान करेंगे ताकि आप आसानी से स्कैनरो से संबंधित अपने ज्ञान का विकास कर सकें और बाजार में, उपलब्ध अलग-अलग स्कैनरो की जानकारी प्राप्त करके अपनी सुविधानुसार अपने कार्य के लिए स्कैनर का चयन कर सकते हैं और अपनी दैनिक क्रियाओ को पूरा कर सकते हैं इसलिए स्कैनर क्या है और क्या हैं इसके प्रकारो से संबंधित हमारे आज के लेख को आपको बेहद ध्यानपूर्वक पढना चाहिए।

स्कैनर किया है? (What is Scanner?)

हम, सभी ने, स्कैनर शब्द को कहीं ना कहीं पढा और सुना होगा लेकिन फिर भी स्कैनर के बारे में, पूरा ज्ञान नहीं होता है और हमें, नहीं पता होता हैं कि, स्कैनर किया है (What is Scanner?) तो हम, आपको बताते है कि, स्कैनर एक डिजिटल या तकनीकी भाषा का शब्द है जिसका प्रयोग विशेषकर कम्प्यूटर संबंधी कार्यो व इसके अलग-अलग के क्षेत्रो में प्रयोग किया जाता है इसलिए यदि स्कैनर को सरलता से सरल शब्दो में परिभाषित करना हो तो हम, कह सकते है कि, किसी भी सामग्री को या हार्ड कॉपी को डिजिटल में, बदलने के लिए जिस तकनीक का प्रयोग किया जाता है उसे स्कैनिंग कहते है और जिस मशीन या तत्व की मदद ली जाती उसे स्कैनर कहते है।

स्कैनर को मूलत कम्प्यूटर का एक आन्तरिक अर्थात् इनपुट तत्व या अंग माना जाता है जिसकी मदद से हम, जटिल प्रतिबिंबो, तस्वीरों व अक्षरों को अध्ययन योग्य बनाते हैं अर्थात् उन प्रतिबिंबो व अक्षरो को सरलता से पढ़ पाते है और साथ ही साथ हम, उन प्रतिबिंबो, तस्वीर व अक्षरों को इनके डिजिटल रुप में, बदल पाते है।

यदि आप जानना चाहते हैं कि, स्कैनर किया है (What is Scanner?) तो हम, आपको बताते हैं कि, स्कैनर में, मूलत एक लेजर किरण का प्रयोग किया जाता है जिसका मदद से स्कैन की जाने वाली सामग्री की छवि हमें, मॉनीटर पर दिखाई देती है जो कि, स्कैनर से स्कैन किया हुआ उस सामग्री की डिजिटल रुप होता है। इसलिए यदि आपने फोटॉ-कॉपी या जेरोक्स मशीन देखा है तो आप आसानी से समझ सकते हैं कि, स्कैनर किया है व इसका प्रयोग कर सकते है।

क्या है स्कैनर का इतिहास? (What is History of Scanner?)

स्कैनर, जैसा कि, हम जानते हैं कि, स्कैनर, कम्प्यूटर का आन्तरिक तत्व होता है जिसकी मदद से हम, सामग्रियो को डिजिटल रुप में, प्रदर्शित करते है लेकिन क्या आप स्कैनर का इतिहास जानते हैं अर्थात् स्कैनर किया है? (What is Scanner?) यदि नहीं जानते हैं तो आपको घबराने की जरुरत नहीं हैं। हम, आपको बताते हैं कि, स्कैनर का इतिहास क्या है?

रसेल ए. किर्श नामक व्यक्ति ने, साल 1957 में, पहले स्कैनर का निर्माण अमेरिका के राष्ट्रीय ब्यूरो में किया था जिसे ’’ ड्रम स्कैनर ’’ का नाम दिया गया था और यही वो स्कैनर था जिसे पहली बार कम्प्यूटर के साथ प्रयोग किया गया था। इस पहले स्कैनर की मदद से सबसे पहले रसेल ए, किर्श के 3 वर्षीय बेटे की ब्लैक एंड व्हाइट 5 सेमीवर्ग की फोटो ली गई थी।

रसेल ए. किर्श ने सबसे पहले ब्लैक एंड व्हाइट स्कैनर का निर्माण किया गया था लेकिन समय के साथ इसमें काफी बदलाव हुए हैं जिसके बाद हमें, ब्लैक व रंगीन स्कैनरों की सुविधा प्राप्त हुई हैं जिसका प्रयोग हम, अलग-अलग कामों में, करते हैं और इन स्कैनर्स का लाभ प्राप्त करते हैं।

स्कैनर का क्या लाभ व नुकसान हैं और कहां-कहां इसका प्रयोग किया जाता है?

स्कैनर एक बहुआयामी मशीन हैं जिसके अनेको लाभ हैं और अनेको जगहो पर इन स्कैनर्स का प्रयोग किया जाता हैं जैस कि – बैंको में, सरकारी क्रियाकलापो में, परीक्षाओ में, दस्तावेजी क्रियाकलापो मे प्रयोग किया जाता है जिससे हमारी दैनिक जरुरते पूरी होती हैं और हम, सुविधापूर्वक अपना दैनिक जीवन जी पाते हैं। स्कैनर की मदद से हम किसी भी जरुरी दस्तावेज को स्कैन करके डिजिटली सुरक्षित कर पाते हैं जिससे उसके खोने या नष्ट होने की संभावना समाप्त हो जाती है और हम, दीर्धकाल तक उस दस्तावेज या सेवा का लाभ प्राप्त कर पाते हैं यही स्कैनर का सबसे बडा लाभ है।

जब बात आती है स्कैनर के नुकसान ही तो हम, कह सकते हैं कि, स्कैनर पर जो भी समाग्री स्कैन होने के बाद सुरक्षित होती है वो डिजिटली होती है इसलिए यदि गलती से वो डिलीट हो जाता हैं तो उसकी पुन-प्राप्ति नहीं हो पाती है यही स्कैनर का सबसे बडा नुकसान होता हैं जिसकी वजह से हमें, स्कैनर का प्रयोग अपने विवेक से करना चाहिए।

Different Types of Scanner? | स्कैनर के अलग-अलग प्रकार?

किसी भी वस्तु का सिर्फ एक ही प्रयोग नहीं होता है बल्कि उसके अनेको प्रयोग होते हैं इसी नियम का पालन करते हुए स्कैनर की मदद से अलग-अलग कार्यो को करने के लिए अलग-अलग प्रकार के स्कैनर्स का निर्माण किया गया हैं इसलिए यदि आप Different Types of Scanner ? स्कैनर के अलग-अलग प्रकारो के बारे में, नहीं जानते हैं तो हम, आपको स्कैनर के सभी उपलब्ध अलग-अलग प्रकारो की विस्तार से जानकारी प्रदान कर रहे हैं जो कि, इस प्रकार से है –

  • फ्लैटबेड स्कैनर

यदि हम, बात करते हैं डेस्कटॉप स्कैनर्स की तो सबसे पहले फ्लैटबेड स्कैनर का नाम आता हैं जो कि, समतल दस्तावेजो, तस्वीरो व अलग-अलग समाग्रियों के साथ बेहतर प्रयोग किया जा सकता है जिसका प्रयोग घर व कार्यलायो में, बहुतायत मात्रा में, किया जाता है। हम, आपको बता दे कि, फ्लैटबेड स्कैनर में, मूलत एक कांच की आयताकार एक बडी समतल सतह होती हैं जिस पर हम, अपने समतल दस्तावेज, तस्वीर व सामग्री को रखते हैं और उसके ऊपर उसे ढकने के लिए ढक्कननुना प्लास्टिक की सामग्री होती हैं जिससे हम, अपनी सामग्री को ढक देते हैं और सुविधापूर्वक अपनी सामग्री को स्कैन करके सुरक्षित रख पाते हैं।

इसके दूसरी विशेषता ये है कि, इस स्कैनर पर आप खुली किताबों को भी स्कैन कर सकते हैं। साथ ही साथ फ्लैटबेड स्कैनक के कई अलग-अलग रुप हैं जो कि, एक ही साथ कई तरह के कार्यो  सम्पन्न करते हैं जैसे कि – प्रिन्टर, स्कैनर, कॉपी मशीन व फैक्स मशीन आदि के रुप मे, कार्य करते हैं जिससे हमें एक ही स्कैनर की मदद से अलग-अलग कार्यो की सेवा प्राप्त होती हैं।

  • शीट फेड स्कैनर

यदि आपको एक साथ किसी भी दस्तावेज की बडी मात्रा को स्कैन करना है तो आपको शीट फेड स्कैनर का चयन ही करना चाहिए क्योंकि ये स्कैन फ्लैट बेड स्कैनर की तुलना मे, एक साथ दस्तावेजो की एक बडी मात्रा को जल्दी स्कैन करने की क्षमता रखता है। शीट फेड स्कैनर में, ऊपर की तरफ उपलब्ध ट्रे में, कागजो को रख दिया जाया है और आदेश देने पर स्कैनिंग शुरु कर दी जाती है लेकिन इसकी भी अपनी सीमा है जैसे कि, आप इसमें किताबो को स्कैन नहीं कर सकते हैं क्योंकि इसका डिजाइन किताबो को स्कैन करने के दृष्टि से अनुपयुक्त हैं।

  • ड्रम स्कैनर

जब कभी हमें, उच्च गुणवत्ता पर किसी सामग्री को स्कैन करने की जरुरत महसूस होती हैं तब हम, निश्चित तौर पर ड्रम स्कैनर का ही चयन करते हैं क्योंकि इसकी मदद से हम, किसी सामग्री को उच्च गुणवत्ता के साथ स्कैन कर पाते हैं जिससे हमें, अपनी डिजिटल सामग्री बेहद साफ-सुथरी मिलती हैं।

इस स्कैनर में, हमें अलग-अलग गुणवत्ता, तीक्ष्णता, रेंजो व रंगो के कई सारे विकल्प मिलते हैं जिनकी मदद से हम, अपने स्कैनिंग के अनुभव को आसानी से विकसित कर पाते हैं और स्कैनिंग की पूरी प्रक्रिया को सरल-सहज बना पाते हैं।

ड्रम स्कैनर मे, आप अच्छी गुणवत्तापूर्ण स्कैनिंग कर सकें इसके लिए एक विशेष फोटो-मल्टीप्लायर अर्थात् पी.एम ट्यूब का प्रयोग किया जाता हैं जो कि, मूलत एक लाइट सेंसिंग उपकरण होता है जिसकी मदद से अहम, उच्च गुणवत्ता दरो पर स्कैनिंग की सुविधा प्राप्त कर पाते हैं।

  • प्रोडक्शन स्कैनर

कीमत के स्तर पर देखें को प्रोडक्शन स्कैनर फ्लैटबेड स्कैनरो की तुलना में, बेहद अधि मंहगे होते हैं जिसकी वजह से इन स्कैनरो को सिर्फ अलग-अलग बडी कम्पनियों द्धारा ही खरीदा जाता है। प्रोडक्शन स्कैनरो की विशेषता ये होती हैं कि, इसमें हम, एक साथ एक बडी मात्रा में, दस्तावेजो को स्कैन कर पाते हैं जिसके लिए इस स्कैनर में, एक विशेष डिवाइस लगाया जाता हैं जिससे स्कैनिंग में, लगने वाले हमारे समय की बचत होती है और हम, एक साथ एक बडी स्कैन्ड सामग्री प्राप्त कर पाते हैं।

  • हेंडहेल्ड स्कैनर

इंसानी सुविधा को देखते हुए हेंडहेल्ड स्कैनर का निर्माण किया गया है। भले ही इसकी गुणवत्ता उतनी संतुष्टिदायक नहीं है लेकिन इसके सबसे बडी विशेषता है कि, इसकी मदद से हम, किसी भी आकार के वस्तु को आसानी से स्कैन कर सकते हैं जिसके लिए विशेष तौर पर इसकी संरचना छड़ीनुमा आकार में, की गई है ताकि इसे आसानी से व सुविधापूर्वक पकड़ा जा सकें और इसकी मदद से लक्षित सामग्री को स्कैन किया जा सकें।

  • इमेज स्कैनर्स

अलग-अलग कार्यो की पूर्ति के लिए अलग-अलग स्कैनरो का निर्माण किया गया हैं ठीक उसी प्रकार जब हमें, विशेष तौर पर सिर्फ इमेज अर्थात् तस्वीर को स्कैन करने के लिए स्कैनरो की खोज सकते हैं तो हमें, इमेज स्कैनर अपनी अलग-अलग विशेषताओ के साथ आकर्षित करता हुआ नजर आता है। इमेज स्कैनर्स का प्रयोग मूलत अलग-अलग प्रकारो की तस्वीरो को उच्च गुणवत्तापूर्ण दरो पर स्कैन करने के लिए प्रयोग किया जाता है जिससे हम, जरुरी तस्वीरो को उनकी मूल गुणवत्ता के साथ सुरक्षित रख पाते हैं।

  • बार कोड रिडर स्कैरन

बार कोड रिडर स्कैनर का प्रयोग मूलत दुकानो, मॉल्स व व्यावसायिक संगठनो में, किया जाता है क्योंकि यहां पर बहुतायत मात्रा में, वस्तुयें पाई जाती  जिनकी कीमतो को बार-बार देखना एक जटिल कार्य बन जाता है लेकिन इसी कार्य को सरल और सहज बनाने के लिए बार कोर्ड रिडर स्कैनर्स का प्रयोग किया जाता है जिसकी मदद हम, किसी भी वस्तु पर अंकित बार कोर को स्कैन करके उसकी पूरी जानकरी कीमत सहित प्राप्त कर लेते हैं जिससे हमें, कीमत या विशेष जानकारी प्राप्त करने की खोज में, अपने समय को नष्ट नहीं करना पडता हैं इस प्रकार हम, कह सकते हैं कि, बार कोड स्कैनर्स आसानी से बडी मात्रा में, प्रयोग किये जाते हैं जिनकी स्कैनर्स  की दुनिया में, अपनी उपयोगिता हैं।

  • MICR Scanner

Magnetic Ink Character Recognition स्कैनर का प्रयोग मूलत अलग-अलग बैंको में, बडी मात्रा में, चेको को स्कैन करने के लिए किया जाता है जिससे हमारे समय की बचत होती हैं और साथ ही साथ हम, कम समय में, चेको की एक बडी मात्रा को स्कैन कर पाते हैं क्योंकि चेको पर बैंको से संबंधित कई प्रकार की गोपनीय जानकारीयां होती हैं जिन्हें सुरक्षा के नजरिये गोपनीय रखा जाता हैं इसलिए कोड्स की मदद से उन्हें सुरक्षित रखा जाता हैं जिसे हमें, MICR Scanner की मदद से सुरक्षा को बरकरार रखते हुए स्कैन कर पाते हैं आदि।

अन्त हमने, आपके समने स्कैनर्स से संबंधित अलग-अलग स्कैनरो के प्रकारो का उल्लेख किया ताकि आप बाजारो में, उपलब्ध अलग-अलग स्कैनरो की जानकारी प्राप्त कर सकें और इनका लाभ प्राप्त कर सकें।

स्कैनर क्या है और क्या हैं इसके प्रकारो से संबंधित आपके सवाल और हमारे जबाव

प्रश्न 1– स्कैनर क्या है?

उत्तर 1- स्कैनर, कम्प्यूटर का इनपुट डिवाइस है जिसकी मदद से हम, अलग-अलग प्रकार के दस्तावेजो, तस्वीरो व मुद्रित समाग्रियो को स्कैन करके लम्बे समय के लिए सुरक्षित रख पाते हैं।

प्रश्न 2– पहले स्कैनर का निर्माण कब और किसके द्धारा किया गया?

उत्तर 2– पहले स्कैनर का निर्माण सन् 1957 में, रसेल ए. किर्श नामक व्यक्ति द्धारा किया गया था और इसी स्कैनर की मदद से सबसे पहले उन्हीं के 3 वर्षीय बेटे की तस्वीर को स्कैन किया गया था।

प्रश्न 3– बाजार मे, कितने प्रकार के स्कैनर आते हैं?

उत्तर 3– बाजार में, आपकी सुविधानुसार अलग-अलग प्रकार के स्कैनर आते हैं जिनसे आपकी अलग-अलग प्रकार की जरुरतों पूर्ति होती हैं और हम, अपनी दैनिक क्रियाओ को पूर्ण कर पाते हैं।

Leave a Reply !!

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.