कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से होने वाली बीमारी COVID-19 की चपेट में अब विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार दुनियाभर के 209 देश हैं और दुनियाभर में कोरोना संक्रमितों की तादाद 8 अप्रैल को दोपहर दो बजे तक 13 लाख 17 हजार 130 पहुंच गई थी, जबकि मरने वालों की तादाद 74 हजार 304 थी। वहीं, भारत की बात करें तो केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार आठ अप्रैल को सुबह 8 बजे तक देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 4 हजार 643 थी, जबकि इसकी वजह से 149 लोग दम तोड़ चुके थे। इसके अलावा 401 लोग ठीक होकर अपने घर भी लौट चुके हैं।
इन आंकड़ों पर गौर करने के बाद यही पता चलता है कि कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव गति बहुत तेज है और इसे लेकर बेहद सावधान रहने की जरूरत है।
कोरोना वायरस से बचाव के लिए क्या करें?
WHO की ओर से कोरोना वायरस से बचाव के लिए कई सामान्य दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं, जिनका पालन करके आप खुद को, अपने परिवार को और अपने समाज को कोरोना महामारी के खतरे से बचा सकते हैं। ये गाइडलाइंस निम्नवत् हैं:
- अपने हाथों को नियमित अंतराल पर साबुन या हैंड वाश से कम-से-कम 20 सेकेंड तक अच्छी तरह से रगड़कर धोते रहें।
- आप चाहें तो हैंड सैनिटाइजर को भी हाथेलियों पर तब तक रगड़कर इसे साफ कर सकते हैं, जब तक कि ये पूरी तरह से गायब न हो जाएं।
- यह जरूर ध्यान रखें कि जिस sanitizer का इस्तेमाल आप कर रहे हैं, उसमें अल्कोहल की मात्रा कम-से-कम 60 प्रतिशत की हो।
- आप चूंकि बार-बार अलग-अलग सतह को छूते रहते हैं। यदि इन सतहों पर वायरस की मौजूदगी हो तो ये आपके हाथों में बैठ जाते हैं। यदि आप इन्हीं हाथों से अपनी आंखों, नाक या मुंह को छूते हैं, तो वायरस आपके शरीर में पहुंच जाते हैं। ऐसे में बेहतर यही होगा कि बार-बार अपनी आंखों, नाक और मुंह पर आप हाथ लगाने से जितना हो सके बचें।
- खांसते या छींकते वक्त किसी टिश्यू या फिर रूमाल आदि से अपने मुंह को कवर जरूर कर लें, क्योंकि कोरोना वायरस इनके जरिये निकलने वाले Droplets के जरिये फैलता है।
- यदि आपको बुखार आ गया है। सांस लेने में परेशानी हो रही है। साथ ही सर्दी और खांसी भी हो रही है तो बिना देरी किये आपको अपने healthcare provider से संपर्क साधना चाहिए। जरूरी नहीं, लेकिन हो सकता है कि आप कोरोना वायरस के संक्रमण का शिकार हो गये हों।
मास्क पहनना कितना जरूरी?
WHO और सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंटेशन (CDC) के अनुसार आपको मास्क कब पहनने चाहिए और ये मास्क कैसे होने चाहिए, इनके बारे में जानकारी निम्नवत् है:
- यदि आप कोविड-19 से संक्रमित किसी मरीज की देखभाल कर रहे हैं तो आप मास्क पहनें।
- आपको खांसी आ रही या फिर आप छींक रहे हैं तो मास्क पहनें।
- मास्क पहनना तभी मददगार है, जब आप नियमित अंतराल पर अपने हाथों को भी साबुन या सैनिटाइजर से साफ करते रहें।
- मास्क पहन करें, तो उसे सही तरीके से डिस्पोज करना भी न भूलें।
- CDC की गाइडलाइंस के मुताबिक यह जरूरी नहीं कि आप N-95 मास्क या कोई अन्य मास्क ही पहनें। आप घर पर भी तैयार मास्क पहन सकते हैं। साथ ही आप मास्क की जगह साफ कपड़े भी अपने चेहरे पर लपेटकर अपनी नाक और मुंह को ढक सकते हैं। N-95 मास्क उन डॉक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों के लिए बचा रहने दें, जो कोरोना संक्रमितों की देखभाल में लगे हैं।
सोशल डिस्टेंसिंग क्यों?
दुनिया के अन्य देशों की तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से भारत में 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की गई है, जो 14 अप्रैल को समाप्त होगी। लॉकडाउन का कदम इसलिए उठाया गया है, क्योंकि Coronavirus के इलाज के लिए जब कोई टीका या दवाई उपलब्ध नहीं है, तो ऐसे में केवल एक-दूसरे से WHO व CDC के मुताबिक केवल 6 फीट यानी कि दो हाथ की दूरी बनाकर ही बचा जा सकता है। इसलिए न केवल लॉकडाउन का गंभीरता से पालन करना जरूरी है, बल्कि जरूरी सेवाओं के इस्तेमाल के दौरान Social Distancing का पालन भी उतना ही जरूरी है।
घर में पालतू जानवर होने की स्थिति में
अमेरिका के ब्रोन्क्स चिड़ियाघर में नाडिया नामक एक टाइगर के कोरोना पॉजीटिव पाये जाने के बाद CDC की ओर से लोगों से अपील की गई है कि यदि घर में पालतू जानवर हैं तो बीमार होने की स्थिति में उनकी देखभाल घर के किसी और सदस्य को करने दें। उनके साथ खेलने या उन्हें छूने के बाद अपने हाथों को अच्छी तरह से धो लें। बीमार लोग बिल्कुल भी उनके साथ न खेलें। उन्हें किस न करें और उन्हें अपना जूठा भी खाने को न दें।
वर्क फ्रॉम होम का महत्व
सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखने का सबसे अच्छा तरीका Work from Home है, ताकि कोरोना वायरस के एक इंसान से दूसरे इंसान में होने वाले संक्रमण के चेन को तोड़कर इसे पूरी तरह से समाप्त किया जा सके। ऐसे में दुनियाभर की तमाम कंपनियों के साथ OpenNaukri की टीम भी अपने-अपने घरों से वर्चुअल नेटवर्क से जुड़कर वर्क फ्रॉम होम की अवधारणा को बखूबी मजबूत बनाते हुए अपनी जिम्मेवारियों का निर्वहन सफलतापूर्वक कर रही है। कोरोना से जंग में सरकार के प्रयासों को भी इससे मजबूती मिल रही है।
निष्कर्ष
सावधानी और सोशल डिस्टेंसिंग के अलावा कोरोना महामारी से बचने का कोई और उपाय दुनियाभर में किसी के पास इस वक्त मौजूद नहीं है। इसलिए बेहतर होगा कि अपने-अपने घरों में ही रहकर हम सरकार की ओर से दिये जा रहे दिशा-निर्देशों का पूरी गंभीरता से पालन करें, ताकि कोरोना के खिलाफ इस जंग में जीत अंततः हमारी हो।