इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग में कैसे बनाएं करियर

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Career in Electronics & Instrumentation Engineering


मशीनों में यदि आपकी रुचि है और एक इंजीनियर के रूप में आप करियर बनाना चाहते हैं, तो आपको career in Electronics and Instrumentation Engineering के बारे में सोचना चाहिए। Career guidance के वक्त आजकल करियर काउंसलर इसके बारे में भी जानकारी देते हैं। इस कोर्स को कर लेने के बाद आप न केवल इंडस्ट्री में काम करने के काबिल बन जाते हैं, बल्कि इंडस्ट्री में मौजूद प्रतिस्पर्धात्मक माहौल में भी आप मजबूती से डटे रहते हैं।

इस लेख में आप पढ़ेंगे:

  • Career in Electronics and Instrumentation Engineering के लिए योग्यता
  • एडमिशन के लिए प्रमुख प्रवेश परीक्षाएं
  • Electronics and Instrumentation Engineering career का महत्व
  • सालाना मिलती है इतनी सैलरी

Career in Electronics and Instrumentation Engineering के लिए योग्यता

  • इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग में यदि आप दाखिला लेना चाहते हैं, तो इसके लिए आपका 10+2 उत्तीर्ण होना जरूरी है। इसमें आपके मुख्य विषयों के रूप में भौतिकी, रसायन और गणित होने चाहिए।
  • जहां सामान्य उम्मीदवारों के लिए 50% अंक जरूरी होते हैं, वहीं ओबीसी उम्मीदवारों के लिए 45% और अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए 40% अंकों की अनिवार्यता होती है।
  • यदि आप 10+2 के अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रहे हैं, तब भी आप एडमिशन के लिए अप्लाई कर सकते हैं। इसकी शर्त बस यह है कि आप ने अपनी पढ़ाई पूरी कर ली हो और अंतिम परीक्षा में हिस्सा लेने वाले हों। आप JEE एग्जाम में हिस्सा ले सकते हैं या फिर अन्य संस्थानों की परीक्षा में भी शामिल हो सकते हैं।

एडमिशन के लिए प्रमुख प्रवेश परीक्षाएं

  • AIEEE
  • JEE
  • CET
  • COMED-K

B.E. Electronics and Instrumentation Engineering वाले प्रमुख संस्थान

Electronics and Instrumentation Engineering career की दिशा में आगे बढ़ने के लिए देशभर में कई विश्वविद्यालय और कॉलेज मौजूद हैं, जहां आप दाखिला लेकर इसकी पढ़ाई कर सकते हैं। इनकी जानकारी निम्नवत है:-

  • भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास, चेन्नई
  • भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रुड़की
  • भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गुवाहाटी
  • राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, तिरुचिरापल्ली
  • भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर
  • भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, नई दिल्ली
  • सीवी रमण कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, भुवनेश्वर
  • हिंदुस्तान यूनिवर्सिटी, चेन्नई
  • मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ, सिक्किम
    -एमईएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, मलप्पुरम,
  • जेईएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, नादिया, पश्चिम बंगाल
  • फ्यूचर इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट, कोलकाता
  • महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी, कोट्टायम
  • एलबीएस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी फ़ॉर वूमेन, तिरुअनंतपुरम
  • विमल ज्योति इंजीनियरिंग कॉलेज, कन्नूर
  • आसनसोल इंजीनियरिंग कॉलेज, पश्चिम बंगाल

Electronics and Instrumentation Engineering career का महत्व

आजकल कई औद्योगिक इकाइयों में इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरों की मांग बहुत बढ़ गई है। वह इसलिए कि इनके यहां इंस्ट्रूमेंटेशन सिस्टम की मेंटेनेंस से लेकर डिजाइनिंग और निर्माण कार्यों तक में इनकी जरूरत पड़ती है। आज के वक्त में अधिकतर लोग किसी भी जानकारी के लिए अपने मोबाइल फोन में सर्च करते हैं और वे तुरंत परिणाम चाहते हैं।

इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरों की यह जिम्मेदारी होती है कि वे नेटवर्क की गुणवत्ता और इसकी गति को लगातार मेंटेन करके रखें। इतना ही नहीं, इस क्षेत्र में जो भी तकनीकी विकास हो रहे हैं, उनसे भी इन्हें खुद को हमेशा अपडेट रखने की जरूरत होती है। स्वास्थ्य क्षेत्र में भी इनकी मांग बढ़ गई है, क्योंकि इन्हें उच्च गुणवत्ता वाले मेडिकल उपकरण तैयार करने होते हैं, जिन्हें डॉक्टर इस्तेमाल में लाते हैं। मेडिकल क्षेत्र में इनकी भूमिकाएं कुछ इस तरह विभाजित होती हैं:-

  • एनालॉग इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग
  • इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग सर्किट डिजाइन
  • कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग
  • पावर इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग
  • डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग

Career in Electronics and Instrumentation Engineering के लिए संभावनाएं अपार हैं, क्योंकि इसकी पढ़ाई पूरी कर लेने वालों को इंडस्ट्री में ऑटोमेशन कंट्रोल, डेवलपमेंट, डिजाइन, क्वालिटी कंट्रोल, फैब्रिकेशन, इंस्पेक्शन, मेंटिनेस और सर्विस जैसी कई चीजों में काम करने का अवसर मिल सकता है। यही नहीं, पावर प्लांट, खाद्य प्रसंस्करण, कागज, खाद और रसायन जैसी कई प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज में भी उन्हें काम करने का मौका मिल सकता है।

इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी कर लेने वालों को उड्डयन, ऑटोमोबाइल, जैव रसायन और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे क्षेत्रों में भी काम करने का मौका मिलता है।

सालाना मिलती है इतनी सैलरी

भारत में Electronics and Instrumentation Engineering career वालों के लिए उनका आर्थिक भविष्य सुनहरा है, क्योंकि इस क्षेत्र में जो लोग काम शुरू करते हैं, उन्हें शुरुआत में ही आराम से हर साल 4 से 5 लाख रुपये मिल जाते हैं। हालांकि यह अनुभव और कुशलता पर काफी हद तक निर्भर करता है। एक नजर डालते हैं सैलरी पर:

  • इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर- न्यूनतम 3 लाख और अधिकतम 5 लाख रुपये।
  • इंस्ट्रूमेंटेशन एंड कंट्रोल टेक्नीशियन- न्यूनतम 5 लाख और अधिकतम 8 लाख रुपये।
  • इलेक्ट्रिकल आर एंड डी इंजीनियर- न्यूनतम 3 लाख और अधिकतम 4 लाख रुपये।
  • ऑटोमेशन इंजीनियर- न्यूनतम 3 लाख और अधिकतम 4 लाख रुपये।
  • टेस्टिंग एंड क्वालिटी मेन्टेन्स इंजीनियर- न्यूनतम 3 लाख और अधिकतम 5 लाख रुपये।
  • मैकेनिकल इंजीनियर- न्यूनतम 6 लाख और अधिकतम 8 लाख रुपये।
  • सीनियर सेल्स मैनेजर- न्यूनतम 8 लाख और अधिकतम 9 लाख रुपये।
  • पावर इलेक्ट्रॉनिक्स एंड ड्राइव्स इंजीनियर- न्यूनतम 3 लाख और अधिकतम 9 लाख रुपये।
  • ग्रेड-II टेक्नीशियन- न्यूनतम 4 लाख और अधिकतम 5 लाख रुपये।
  • जूनियर इंजीनियर- न्यूनतम 8 लाख और अधिकतम 10 लाख रुपये।
  • इंजीनियर ट्रेनी- न्यूनतम 7 लाख और अधिकतम 9 लाख रुपये।
  • इंजीनियरिंग एग्जीक्यूटिव- न्यूनतम 5 लाख और अधिकतम 7 लाख रुपये।
  • सीनियर मैनेजमेंट स्टाफ- न्यूनतम 7 लाख और अधिकतम 9 लाख रुपये।

Electronics and Instrumentation Engineering से संबंधित अन्य कोर्सेज

ऐसे कई कोर्सेज हैं, जो इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग से जुड़े हुए हैं और ये एक-दूसरे के साथ पारस्परिक सहयोग बनाते हुए काम करते हैं। ये निम्नवत हैं:-

  • बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग इन इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग
  • बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
  • बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग इन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग

चलते-चलते

Career in Electronics and Instrumentation Engineering के लिए संभावनाओं के द्वार इसलिए खुले हुए हैं, क्योंकि आज अलग-अलग औद्योगिक इकाइयों में इस क्षेत्र में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी कर लेने वालों की मांग लगातार बढ़ती ही जा रही है। खास तौर पर स्वास्थ्य क्षेत्र में बढ़ती चुनौतियों के बीच नए-नए मेडिकल उपकरण तैयार करने की वजह से भी इनकी महत्ता बढ़ गई है। इसके अलावा डिजिटल क्रांति की वजह से भी इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियर की मांग में तेजी से इजाफा देखने के लिए मिला है। इसलिए इस क्षेत्र में करियर बनाना अपने भविष्य को सुरक्षित करने जैसा हो सकता है।

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