ब्राउज़र क्या है व what is browser शायद ही आज के समय में, किसी का प्रश्न हो क्योंकि हम सभी अर्थात् ग्रामीण भारत से लेकर शहरी भारत तक स्मार्टफोन्स व कम्प्यूटर्स का प्रयोग करते हैं जिसकी मूल विशेषता ब्राउज़र नामक एक सॉफ्टेवयर होता है जिसकी मदद से हम, अपने घर में, बैठे-बैठे विश्व के किसी भी कोने की त्वरित जानकारी, आने वाले भविष्य की झलक और बीते हुए इतिहास के पन्नो को पलट सकते हैं और उनकी जानकारी प्राप्त कर सकते है और ये सब कुछ हम कर पाते हैं सिर्फ और सिर्फ ब्राउज़र की मदद से।
इसलिए आज के समय में, ब्राउज़र क्या हैं अर्थात् what is browser व इससे संबंधित सभी चीजो की आम जानकारी रखना बेहद जरुरी हैं क्योंकि इससे हमारा सामान्य ज्ञान तो बढ़ता ही बढ़ता है साथ ही साथ हम, तकनीक अर्थात् टेक्नोलॉजी का बेहतर प्रयोग व प्रचार-प्रसार कर पाते है और इसके दूरगामी लाभो से खुद को लाभान्वित कर पाते है इसलिए हम, अपने आज के इस लेख में, आपको ब्राउज़र क्या हैं, what is browser, इसके अलग-अलग प्रकार, प्रयोग और इससे संबंधित अन्य तमाम जरुरी जानकारीयां प्रदान करेंगे ताकि हमारे सभी पाठक व युवा ब्राउज़र व उससे संबंधित मूलभुत जानकारी प्राप्त कर सकें व समाज में, इसका सकारात्मक प्रचार-प्रसार कर सकें।
Important Points of this Article
- क्या है ब्राउज़र का इतिहास?
- ब्राउज़र क्या है? (what is browser?)
- ब्राउज़र काम कैसे करता है?
- ब्राउज़र्स के अलग-अलग प्रकार कौन-कौन से हैं?
- ब्राउज़र के अलग-अलग अंग कौन से हैं?
क्या है ब्राउज़र का इतिहास?
दुनिया की प्रत्येक सजीव व निर्जीव वस्तु का एक इतिहास होता है इसी प्रकार हम, हर दूसरे मिनट किसी भी प्रकार की जानकारी प्राप्त करने के लिए जिस ब्राउज़र का प्रयोग करते हैं उसका भी गौरवशाली व क्रान्तिकारी इतिहास रहा है जिसके सभी पहलूओ को आपके सामने विस्तार से प्रदान करने के लिए हम, कुछ बिंदुओ की मदद ले रहे हैं जो कि, इस प्रकार से है-
- दुनिया का सबसे पहला ब्राउज़र ’’ वर्ल्ड वाइट वेब ( World Wide Web ) ’’ था जिसका निर्माण W3 C ( World Wide Consortium ) नामक कम्पनी के द्धारा जिसके डायरेक्टर ’’ टीम बर्नस ली ’’ द्धारा 1989 मे, किया गया लेकिन 1991 में, इस ब्राउज़र का नाम ’’ नैक्सस ( Nexus ) ’’ कर दिया गया था,
- कुछ समय बाद ’’ NCSCA – National Center for Super Computing Application ’’ द्धारा ’’ Mosaic ’’ नामक ब्राउज़र का निर्माण किया गया था और यही उस मौजूदा समय का एकमात्र ऐसा ब्राउज़र था जो कि, टेक्स्ट व इमेज्स को एक साथ प्रदर्शित करता था,
- आधुनिकता के साथ कुछ प्रमुख ब्राउज़र्स का निर्माण किया गया जैसे कि – Firefox, Opera and Internet Explorer आदि। इन सभी ब्राउज़र ने, इन्टरनेट के प्रयोग को तीव्र गति, स्पष्टता, सरलता और सहजता प्रदान की जिससे जन-जन के लिए इन्टरनेट का प्रयोग करना आसान हो गया,
- हम, सभी जानते हैं कि, माइक्रोसॉफ्ट का इन्टरनेट व इससे संबंधित अलग-अलग चीजो की दुनिया में, एक जाना-माना नाम है और माइक्रोसॉफ्ट द्धारा ही Internet Explorer का निर्माण किया गया था लेकिन शुरुआती दौर में, इसमें संगीत, चित्रो व फिल्मो आदि सुविधा प्रदान नहीं की गई थी लेकिन बदलते समय की मांग के अनुसार खुद को ढालते हुए Internet Explorer ने, अपने भीतर मल्टीमीडिया के सभी फीचर्स को लांच किया जिससे इसके प्रयोगकर्ता की संख्या में, 60 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई और इस प्रकार माइक्रोसॉफ्ट ने, अपने Internet Explorer ब्राउज़र की मदद से दुनिया के पहले ब्राउज़र को सदा के लिए पीछे छोड़ दिया,
- मशहूर एप्पल कम्पनी ने, अपना पहला ब्राउज़र बनाया जिसका नाम ’’ McaWWW or SAMBA ’’ का निर्माण किया जिसे ’’ Macintosh Computer’s ’’ में, प्रयोग किया गया था। इस दौर मे भी माइक्रोसॉफ्ट के Internet Explorer का वर्चस्व कायम रहा,
- इतिहास मे, पहली बार साल 2004 में, माइक्रोसॉफ्ट के Internet Explorer को कड़ी व निर्णायक चुनौती का सामना करना पड़ा क्योंकि Firefox को आधिकारीक तौर पर लांच किया गया जिसने साल 2010 तक आते-आते Internet Explorer के अधिकांश प्रयोगकर्ताओ को अपनी तरफ आकर्षित करने में, भारी सफलता पाई और इसके प्रयोगकर्ताओ का प्रतिशत 50 प्रतिशत तक जा पहुंचा। इस प्रकार Internet Explorer को Firefox द्धारा पछाड़ दिया गया,
- साल 2010 में, ही अपने 10 प्रतिशत उपयोकर्ताओ के साथ Google Chrome ने भी ब्राउज़र्स की दुनिया में, दुनिया में, कदम रखा और साल 2021 आते-आते Firefox को बीता हुआ इतिहास बनाते हुए Google Chrome ने, 77.03 प्रतिशत मौको पर खुद को इन्टरनेट सर्च मे साबित किया और आज तक ब्राउज़र्स की गिनती मे, पहले स्थान पर बना हूआ है जबकि कुछ अन्य ब्राउज़र्स जैसे कि – सफारी, फायरफॉक्स व एज आदि दूसरे व तीसरे स्थान पर अस्तित्वमान हैं।
उपरोक्त बिंदुओ की मदद से हमने आपको ब्राउज़र्स के गौरवशाली व महत्वपूर्ण इतिहास से परिचित करवाया ताकि ब्राउज़र्स को लेकर आपके सामान्य ज्ञान में, वृद्धि हो सकें।
ब्राउज़र क्या है? (What is browser?)
ब्राउज़र्स के इतिहास को पढ़कर आप सामान्य तौर पर समझ ही गये होंगे कि, ब्राउज़र्स क्या होते है लेकिन यदि फिर कुछ समझना बाकी रह गया है तो हम, उसकी पूर्ति इस भाग में, कुछ बिंदुओ की मदद से कर रहे हैं जो जकि, इस प्रकार से हैं-
- ब्राउज़र, एक सॉफ्टवेयर होता हैं अर्थात् इसे हम, एक एप्पिलकेशन के तौर पर मान सकते है जिसका प्रमुख कार्य हमारे द्धारा खोजी गई सामग्री से संबंधित सभी अधिकतम जानकारी प्रदान करने वाली वेबसाइटो की सूची हमारे सामने प्रस्तुत करना हैं जिसके बाद हम, किसी भी एक वेबसाइट पर क्लिक करते हैं और अपने अपनी खोजी गई जानकारी प्राप्त करते हैं।
- ब्राउज़र, एक ऐसा सॉफ्टवेयर हैं जिसका प्रयोग हम, अपनी सुविधा के अनुसार कर सकते हैं अर्थात् हम, इसका प्रयोग अपने स्मार्टफोन पर, पर्सनल कम्प्यूटर पर और लैपटॉप पर आसानी से कर सकते हैं और अपनी गई जानकारी को विस्तृत ढंग से प्राप्त कर सकते हैं।
- ब्राउज़र व सर्च इंजन को एक समझने की गलती बिलकुल ना करें क्योंकि दोनो में, मूलभुत अन्त हैं और दोनो के कार्यक्षेत्र एक-दूसरे से बिलकुल विपरित है क्योंकि ब्राउज़र मूलतः हमारी खोज की सामग्री की पूर्ति करने वाले अलग-अलग वेबसाइट्स को प्रस्तुत करने का कार्य करता है वहीं दूसरी ओर सर्च इंजन का कार्य इन्टरनेट पर उपलब्ध अलग-अलग वेबसाइट्स का डेटा स्टोर करना होता है।
इस प्रकार जब हम, किसी सामग्री की खोच इन्टरनेट पर करते हैं तो सर्च इंजन उस सामग्री से संबंधित वेबसाइट्स को सर्वर पर डालता है जहां से ब्राउज़र उन सभी वेबसाइट्स की सूची व्यवस्थित करके हमारे सामने प्रदर्शित करता है और हम, किसी एक वेबसाइट पर क्लिक करके अपनी इच्छित सामग्री प्राप्त कर पाते हैं। कुछ प्रमुख सर्च इंजन इस प्रकार से है – गूगल, बींग, याहू व यानडैक्स आदि।
उपरोक्त सभी बिंदुओ की मदद से हमने आपको ब्राउज़र की पूरी जानकारी प्रदान करने की कोशिश की ताकि आप ब्राउज़र्स से संबंधित अपनी जानकारी को विस्तार दे पाये।
ब्राउज़र काम कैसे करता है?
ब्राउज़र बेहद व्यवस्थित ढंग से कार्य करता है क्योंकि ब्राउज़र हमारी मांग के अनुसार वर्ल्ड वाइट वेब ( World Wide Web ) मे, मौजूद सामग्रियो को हमारे समाने प्रस्तुत करता है जिसमें टेक्स्ट, पेजेज, इमेज्स, संगीत व वीडियो आदि शामिल होता है।
अति सरल भाषा में, कहे तो ब्राउज़र का काम कुछ इस प्रकार से होता है जैसे कि, जब आप अपने ब्राउज़र में, URL – Universal Resource Locator के तौर पर https:// www. Opennaukar.com को सर्च करते है तब ये वेब पेज किसी सर्वर पर उपलब्ध होता है जिसे आप तक पहुंचाने के लिए या नीतिगत ढंग से परोसने का काम ब्राउज़र ही करता हैं। अंत, इस प्रकार हमने जाना कि, ब्राउज़र किस प्रकार कार्य करता है और हम, कैसे इसका लाभ प्राप्त करते हैं।
ब्राउज़र्स के अलग-अलग प्रकार कौन-कौन से हैं?
ब्राउज़र्स के कई अलग-अलग प्रकार हैं जिनका प्रयोग हम, अपने दैनिक जीवन की खोजपूर्ण जरुरतो को पूरा करने के लिए करते है जिनकी एक विस्तृत सूची इस प्रकार से हैं –
- Google Chrome
Google Chrome को साल 2008 में, गूगल ने, अपने विशेष उत्पाद अर्थात् प्रोडक्ट के तौर पर लांच किया था और इसके प्रयोग क्षेत्र को बढ़ाने के लिए इसे सभी मंचो जैसे कि – Android, iOS, Windows and Linux पर प्रयोग करने योग्य बनाया गया है और साथ ही साथ आप में अलग-अगल एक्सटेंशन का प्रयोग कर सकते हैं और सबसे बडी बात ये हैं कि, ब्राउज़र के रुप में, ये अपनी सेवायें बिलकुल मुफ्त प्रदान करता हैं।
- Mozilla Firefox
Mozilla Firefox, एक ऐसा ब्राउज़र है जिसे Google Chrome के बाद दूसरे नंबर पर गिना जाता हैं जो कि, एक ओपन-सोर्स प्लेटफॉर्म का प्रयोग करता है जिससे हम, सरलता से इन्टरनेट का प्रयोग कर पाते हैं।
- JioPages
एक लम्बे समय से हम, सभी भारतवासी विदेशी कम्पनियों के ब्राउज़र्स का प्रयोग करते आ रहे थे लेकिन जल्द ही हमें, JioPages नामक ब्राउज़र मिला जो कि, पूरी तरह से भारतीय हैं जिसकी मदद से आपको तीव्र गति, सुरक्षित और सर्वश्रेष्ठ तरीके से ब्राउज़र का उपयोग करने मे, मदद मिलती है>
- Opera
Opera को साल 1995 में, लांच किया गया था जो कि, Android, iOS, Windows and Linux आदि मंचो पर सुगमतापूर्वक चलने वाले बेहतरी जाने-माने पुराने ब्रारउज़र्स की गिनती मे, गिना जाता है और अपने बेहतर प्रदर्शन के लिए जाना जाता हैं जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण ये हैं कि, आज भी लाखो की संख्या में, लोग Opera ब्राउज़र का प्रयोग करते है।
- Microsoft Edge
Android, iOS, Windows and Linux आदि मंचो पर आसानी से चलने वाले इस ब्राउज़र का निर्माण माइक्रोसॉफ्ट कम्पनी के द्धारा किया गया था जो कि, आपको कुछ उल्लेखनीय फीचर्स प्रदान करता हैं जैसे कि – Tracking Prevention, AdBlock Plus and In Private Mode आदि की मदद से हम, इस ब्राउज़र का प्रयोग आसानी से व सरलता से कर पाते हैं आदि।
उपरोक्त सभी ब्राउज़र्स का को ब्राउज़र्स की दुनिया में, एक विशेष और प्रमुख स्थान हैं जिसकी मदद से हम, इन्टरनेट के अथाह सागर मे, डूबकर अपने ज्ञान का विकास कर पाते है और असीमित सूचनाओ का लाभ प्राप्त कर पाते है।
ब्राउज़र के अलग-अलग अंग कौन से हैं?
हम, अपने सभी पाठको व युवाओ को ब्राउज़र के उन सभी अलग-अलग अंगो के बारे में, बताना चाहते हैं जिसकी मदद से हम, ब्राउजर्स का प्रयोग आसानी से व सुगमता से कर पाते हैं जो कि, इस प्रकार से हैं-
- User Interface,
- Browser Engine,
- Rendering Engine,
- Networking,
- Java Script Interpreter,
- Data Storage and
- User Interface Backend Etc.
उपरोक्त ब्राउज़र के अलग-अलग अंगो की मदद से हम, आसानी से ब्राउज़र का प्रयोग कर पाते है और इसका लाभ ले पाते है।
निष्कर्ष
ब्राउज़र से संबंधित आपकी जानकारी को विस्तार प्रदान करने के लिए हमने इस लेख में, आपको ब्राउज़र व इससे संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान ताकि हम, आप और सभी ब्राउज़र को लेकर अपने ज्ञान को विकसित करक जानकार बन सकें और साथ ही साथ इसका प्रचार-प्रसार करके दूसरो को भी ब्राउज़र का सफल प्रयोग करने के लिए प्रेरित व प्रोत्साहित कर सकें, यही हमारे इस लेख का मूल लक्ष्य हैं।
प्रश्नावली
सवाल 1– ब्राउज़र किसे कहते है?
जबाव – ब्राउज़र एक सॉफ्टवेयर होता है जो कि, इन्टरनेट सर्वर पर मौजूद अलग-अलग वेबसाइट्स को व्यवस्थित ढंग से हमारी खोजी गई सामग्री की पूर्ति के लिए प्रस्तुत करता है।
सवाल 2– सबसे पहले ब्राउज़र का नाम क्या था और इसका निर्माण किसने किया था?
जबाव – सबसे पहले ब्राउज़र का नाम – वर्ल्ड वाइड वेब था जिसका निर्माण साल 1989 में, टीम बर्नस ली के द्धारा किया गया था।
सवाल 3- Google Chrome को कब लांच किया गया था?
जबाव – साल 2008 में।
सवाल 4- वर्ल्ड वाइड वेब को नैक्सस नाम कब दिया गया?
जबाव – 1991 में।
सवाल 5– माइक्रोसॉफ्ट कम्पनी के ब्राउज़र का नाम क्या है?
जबाव – इन्टरनेट एक्सप्लोरर।
सवाल 6– ब्राउज़र का प्रयोग हम, किन इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसो में, कर सकते हैं¿
जबाव – ब्राउज़र का प्रयोग हम, स्मार्टफोन, कम्प्यूटर और लैपटॉप मे, कर सकते हैं।
सवाल 7– ब्राउज़र का क्या लाभ है¿
जबाव – ब्राउज़र का सबसे प्रमुख लाभ ये हैं कि, इसकी मदद से हम, कहीं भी और कभी भी किसी भी तरह की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और अपने ज्ञान में, वृद्धि कर सकते हैं। ब्राउज़र ने, दुनिया को हमारी ऊंगलियो पर लाकर रख दिया हैं जिसकी हर, जानकारी हम, त्वरित ढंग से प्राप्त कर सकते हैं और खुद को समाज के साथ जोड़कर अपना व अपनो का विकास कर सकते हैं।