Plastic Ban in India – Need and Benefits

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Plastic Ban in India - Need and Benefits


स्पेन के दक्षिणी हिस्से में समुद्र तट पर एक स्पर्म व्हेल जब मृत अवस्था में बहकर पहुंची तो इसने काफी सुर्खियां बटोरी, क्योंकि जांच के बाद उसके पेट और आंतों में जमे हुए 64 पाउंड के प्लास्टिक कचरे को उसकी जान जाने की वजह पाया गया। इसने प्लास्टिक कचरे की भयावहता को सबके सामने लाकर रख दिया और अंटार्कटिक से लेकर आर्कटिक तक हर जगह फैल चुके प्लास्टिक से हो रहे नुकसान से बचने के लिए वैश्विक प्रयासों की आवश्यकता को लेकर भी सोचने को मजबूर कर दिया। यहां हम आपको दुनिया के साथ plastic ban in India के बारे में हर जरूरी जानकारी उपलब्ध करा रहे हैं।

प्लास्टिक से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य

  • प्लास्टिक भी सिंथेटिक फाइबर की तरह ही एक पॉलीमर है। कॉटन और सिल्क जैसे प्राकृतिक पॉलीमर के साथ सिंथेटिक फाइबर यानी नायलॉन, पॉलिस्टर, रेयॉन और एक्रेलिक जैसे कृत्रिम पॉलीमर भी होते हैं।
  • जल एवं हवा के साथ प्रतिक्रिया नहीं करने के गुण के साथ प्लास्टिक के अत्यंत हल्का, मजबूत, टिकाऊ और धातुओं की तुलना में सस्ता होने के कारण इसका बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होता है। इसी वजह से प्लास्टिक पर हमारी निर्भरता इतनी बढ़ती चली गई कि आज यह मानव जाति के लिये भस्मासुर बन गया है।
  • अपने नॉन-बायोडिग्रेडेबल गुण की वजह से यह इको-फ्रेंडली नहीं है और पर्यावरण के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रहा है।
  • ये अत्यंत धीमी गति से जलते हैं और पूरा भी नहीं जलते। जलने के दौरान प्लास्टिक वातावरण में खतरनाक विषैले धुएं भी छोड़ते हैं, जिससे प्रदूषण के साथ प्राकृतिक संसाधनों और हमारे स्वास्थ्य बेहद प्रतिकूल असर पड़ता है। इसलिए benefits of plastic ban के बारे में जानना बेहद जरूरी बन पड़ा है।

Benefits of Plastic Ban

  • Benefits of plastic ban in India के तहत सबसे बड़ा लाभ ये है कि इससे वातावरण का Food Chain सुरक्षित रहेगा और स्थलीय व जलीय जीवन के साथ समुद्री जीवन भी प्रदूषण से बचेगा। गहरे समुद्र में पहुंचे गये प्लास्टिक कचरे सूर्य का प्रकाश न पहुंच पाने और कम तापमान होने की वजह से बेहद धीमी गति से नष्ट होते हैं। विशेषकर 5 मिलीमीटर से ज्यादा बड़े नहीं होने वाले माइक्रोप्लास्टिक वैज्ञानिकों के लिये चिंता का सबब बन गये हैं।
  • मछली, कछुआ, सी-बर्डस, मैमल्स और अकशेरुकी जैसे जीव प्लास्टिक के इन कचरों को जेली फिश या भोजन समझ कर खा जाते हैं, जो उनके शरीर में पहुंचकर जैव-संचयन (bio-accumulation) की वजह बन जाते हैं। इन जीवों के अंदर इनका उपापचय न हो पाने की वजह से इनकी मौत हो जाती है। इसलिए plastic ban around the world बहुत जरूरी है।
  • प्लास्टिक मिट्टी की उर्वरा शक्ति को कम कर रहे हैं। ये भूमिगत जल को प्रदूषित करते जा रहे हैं। इसमें मौजूद हानिकारक रसायन जैसे Styrene Trimer, Bisphenol-A और Polystyrene पीने योग्य पानी को प्रदूषित कर रहे हैं। इसमें मौजूद Phthalates और Bisphenol-A कैंसर का कारण बन रहे हैं। हमारे तंत्रिका तंत्र और इम्यून क्षमता को नुकसान पहुंचाने वाली कार्बन मोनोऑक्साइड, डाइऑक्सीन, हाइड्रोजन साइनाइड जैसी जहरीली गैसें प्लास्टिक जलने पर पैदा करती हैं। जानलेवा मच्छरों और कीट-पतंगों के लिए ये breeding ground की तरह काम कर रहे हैं।

Plastic Ban in India

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने plastic ban in India का आह्वान किया है। देश में Plastic Waste Management Rules 2016 के तहत 50 माइक्रोन से कम मोटाई वाले प्लास्टिक बैग पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है। Benefits of plastic ban in India को देखते हुए कुछ समय पहले पर्यावरण मंत्रालय की ओर से Plastic Waste Management (amendment) rules 2018 को भी अधिसूचित किया गया है, जिसमें रिसाइक्लिंग नहीं किये जा सकने वाले का प्रयोग चरणबद्ध तरीके से बंद किया जा रहा है।
  • सूखे कचरे जैसे कि प्लास्टिक, पेपर, धातु, शीशा और गीले जैसे कि किचन और बगीचे के कचरे को उनके स्रोत पर ही केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और Solid Waste Management Rules, 2016  के अनुसार अलग किया जा रहा है। प्लास्टिक को किसी-न-किसी रूप में उत्तर-प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, राजस्थान, सिक्किम, नगालैंड और त्रिपुरा सहित 20 से अधिक राज्य प्रतिबंधित कर चुके हैं।

Plastic Ban Around the World

  • कुछ समय पहले केन्या की राजधानी नैरोबी में United Nations Environment Aassembly में 200 से भी अधिक देश महासागरों व समुद्रों को लास्टिक कचरे से मुक्ति दिलाने के लिए एक संकल्प पारित कर चुके हैं। कानूनी रूप से बाध्यकारी संधि नहीं होने के बावजूद आगे की दिशा तय करने में यह मददगार साबित हो सकती है। यह United Nations Environment Programme के उसी संकल्प का एक हिस्सा है, जो fiscal incentives देकर कचरे में कमी लाने और प्रदूषण के खिलाफ कड़े नियम बनाने की वकालत करता है।
  • Plastic ban around the world को ध्यान में रखते हुए गैर सरकारी संगठन The Ocean  Cleanup की ओर से दुनियाभर के समुद्रों में फैले प्लास्टिक कचरे को हटाने के लिए अत्याधुनिक तरीके विकसित किये जा रहे हैं। इसी ने अगले पांच वर्षों में Great Pacific Garbage Patch को समुद्री धाराओं की मदद से साफ करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। यही नहीं, benefits of plastic ban की महत्ता को समझते हुए चिली, श्रीलंका, ओमान और दक्षिण अफ्रीका भी समुद्र को कचरे से मुक्त कराने के लिए चल रहे अभियान से हाल ही में जुड़ चुके हैं। हमें उम्मीद करनी चाहिए कि ये सभी प्रयास रंग लाएं।

आगे क्या?

Benefits of plastic ban in India के बारे में जागरूकता फैलाने के अलावा देश में सड़क निर्माण जैसे कार्य में भी प्लास्टिक के कचरे का उपयोग शुरू कर दिया गया है। जीवाश्म ईंधन के लिये दी जाने वाली सब्सिडी को सभी देशों को खत्म करने की जरूरत है, क्योंकि रॉ-प्लास्टिक को तैयार करने में पेट्रोलियम का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल हो रहा है। प्लास्टिक प्रदूषण को खत्म करने के लिए सिंगल यूज वाले प्लास्टिक बैग पर बैन और plastic ban around the world आज की जरूरत है।

निष्कर्ष

प्लास्टिक से होने वाले नुकसान को देखते हुए plastic ban in India का न केवल हर किसी को समर्थन करना चाहिए, बल्कि व्यक्तिगत तौर पर खुद भी इसका इस्तेमाल करने से बचना चाहिए, क्योंकि इसमें नुकसान किसी एक का नहीं, बल्कि सभी का है।

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