एमटेक डिग्री होल्डर्स के लिए मौजूद करियर ऑप्शंस

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एमटेक की पढ़ाई यदि आपने पूरी कर ली है तो अब आपके दिमाग में यही चल रहा होगा कि आगे क्या किया जाए? आगे भी पढ़ाई की जाए या फिर अब नौकरी पाने की कोशिश की जाए? पढ़ाई यदि करनी है तो क्या पढ़ना उचित होगा और नौकरी यदि करनी है तो कहां और कैसे मिलेगी? एमटेक डिग्री होल्डर्स करियर ऑप्शंस को लेकर आपकी तरह ही कई बार शंकित रहते हैं। इस लेख में हम आपकी इसी शंका का समाधान लेकर आये हैं।

इस लेख में आप पढ़ेंगे:

  • अच्छी नौकरी कर रही आपका इंतजार
  • खड़ी कर सकते हैं खुद की कंपनी
  • शिक्षक बनने का अवसर
  • पीएचडी कर सकते हैं
  • मिलने वाली फेलोशिप और स्कॉलरशिप

अच्छी नौकरी कर रही आपका इंतजार

करियर ऑप्शंस after एमटेक डिग्री की बात करें तो बीटेक की पढ़ाई पूरी कर लेने के बाद आपके पास जो नौकरी के अवसर उपलब्ध होते हैं, उसी तरह के मौके एमटेक की डिग्री ले लेने के बाद भी आपको मिलते हैं। कहने का मतलब है कि जॉब प्रोफ़ाइल में कोई बदलाव नहीं आता है। फर्क केवल इतना होता है कि जब आप एमटेक की डिग्री प्राप्त कर लेते हैं, तो बीटेक की तुलना में नौकरी में आपकी भूमिका, आपका पद और आपकी जिम्मेवारियां, ये सभी बढ़ी हुई रहती हैं। इतना ही नहीं, सैलरी पैकेज भी बेहतर होता है।

बीटेक करने के बाद जब आप एमटेक डिग्री होल्डर भी बन जाते हैं, तो इसका फायदा आपको इस रूप में मिलता है कि तकनीकी बिंदुओं को लेकर आपकी समझ और आपकी जानकारी अधिक व बेहतर होती है, जिससे जो कार्य आपको सौंपे जाते हैं, उनके बारे में आपकी सोच-विचार करने और उन्हें संपादित करने की आपकी क्षमता बढ़ी हुई होती है। ऐसे में जब आप इन कार्यों को अंजाम देते हैं, तो ये बेहतरीन साबित होते हैं और लाभ दिलाने वाले भी होते हैं।

आईटी कंपनियों में रिसर्च एसोसिएट, सीनियर इंजीनियर्स और परियोजना प्रबंधक के रूप में आपको एमटेक की डिग्री हासिल करने के बाद नौकरी मिल सकती है। इसके अलावा विनिर्माण इकाईयों और शोध व अनुसंधान संगठनों आदि में भी बड़ी ही आसानी से आपको नौकरी प्राप्त हो सकती है।

खड़ी कर सकते हैं खुद की कंपनी

एमटेक डिग्री होल्डर्स करियर ऑप्शंस के तौर पर अपनी खुद की कंपनी या फिर स्टार्टअप के बारे में भी सोच सकते हैं। यह आपके लिए मुनाफे का सौदा साबित हो सकता है। दरअसल आमतौर पर होता यह है कि अपनी कंपनी खोलने के बारे में बहुत ही कम एमटेक डिग्री होल्डर्स सोचते हैं। जबकि आपको यह जानकर खुशी होगी कि एमटेक की डिग्री यदि आपने हासिल कर ली है, तो इसकी बुनियाद पर निधि और उपकरणों को लेकर आपको वेंचर कैपिटलिस्ट्स से काफी मदद मिल जाती है।

अपने काम को पूरी निष्ठा से करने की काबिलियत यदि आप रखते हैं और आप में बिजनेस सेंस होने के साथ-साथ निडरता भी है, तो निश्चित तौर पर अपनी खुद की कंपनी शुरू करना आपके लिए सर्वश्रेष्ठ करियर ऑप्शंस after एमटेक डिग्री हो सकता है।

शिक्षक बनने का अवसर

इसमें कोई दो राय नहीं कि शिक्षा के क्षेत्र में इन दिनों प्रगति द्रुत गति से हो रही है। खासकर उचच शिक्षा का क्षेत्र तेजी से आगे बढ़ रहा है। यही वजह है कि कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और डीम्ड विश्वविद्यालयों में शिक्षकों, व्याख्याताओं और प्रोफेसरों की मांग में भी इजाफा हो रहा है। ऐसे में यदि आप एमटेक की डिग्री प्राप्त कर चुके हैं और एकेडेमिक जॉब्स करना आपको पसंद है, तो आप इस दिशा में भी आगे बढ़ सकते हैं।

ख्याल आपको बस यह रखना है कि बेहतरीन कम्युनिकेशन और प्रेजेंटेशन स्किल्स आपके पास जरूर हो, क्योंकि एक शिक्षक के तौर पर ये चीजें सबसे ज्यादा मायने रखती हैं। इसमें आपकी खास रुचि और धैर्य भी होना चाहिए। साथ ही जर्नल्स और किताबों को पढ़ने में भी आपकी रुचि होनी चाहिए, ताकि आप स्टूडेंट्स को पढ़ाने के लिए खुद को अपडेट भी रख सकें।

पीएचडी कर सकते हैं

एमटेक डिग्री होल्डर्स करियर ऑप्शंस के रूप में पीएचडी का भी चयन कर सकते हैं। ऐसा आपको केवल उसी स्थिति में करना चाहिए जब आपके इरादे पूरी तरह से शिक्षण या शोध व अनुसंधान क्षेत्र में करियर बनाने के लिए तैयार हों।

चूंकि कई नये IITs, NITs, केंद्रीय विश्वविद्यालय और शोध व विकास संस्थान भारत सरकार की ओर से देश में उच्चतर शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए शुरू किए जा रहे हैं, तो ऐसे में पीएचडी करना एक लाभकारी कदम साबित हो सकता है।

पीएचडी के लिए स्पेशलाइजेशन

एमटेक के पीएचडी करना वाकई आपको सम्मानजनक स्थिति में लेकर जाएगा। इसलिए इसे पूरी गंभीरता से आपको लेना चाहिए। जहां तक स्पेशलाइजेशन की बात है तो यह निर्भर इस पर करता है कि एमटेक करने के दौरान आपका स्पेशलाइजेशन विषय क्या था। यदि आपने सिविल इंजीनियरिंग में एमटेक किया है, तो पीएचडी करते वक्त भी आपका स्पेशलाइजेशन का विषय सिविल इंजीनियरिंग से ही जुड़ा हुआ होगा। हालांकि, आपका शोध किस चीज में होगा, इसका निर्धारण आपकी जानकारी के स्तर और तार्किक क्षमता के आधार पर संस्थान के संबंधित विभाग ही करते हैं।

इन दिनों वैसे इंटर-डिसिप्लिनरी अप्रोच पीएचडी में बहुत ही लोकप्रिय होता जा रहा है। इसमें दो पीएचडी स्पेशलाइजेशन्स एक साथ चुनने का विकल्प आपके पास मौजूद होता है। ऐसे में आपको एक से ज्यादा विशेषज्ञों की आवश्यकता मार्गदर्शन के लिए पड़ती है।

मिलने वाली फेलोशिप और स्कॉलरशिप

  • पीएचडी प्रायः 3 वर्ष की अवधि की होती है, जो जरूरत के मुताबिक बढ़ाई भी जाती है। आईआईएससी बेंगलुरु और कई आईआईटी व एनआईटी जैसे संस्थानों से पीएचडी करने के दौरान 19 हजार से 24 हजार रुपये प्रतिमाह तक की फेलोशिप भी मिलती है।
  • पीएचडी स्टूडेंट्स को सूचना व प्रौद्योगिकी विभाग, विज्ञान व तकनीकी विभाग, सीएसआईआर, यूजीसी और एआईसीटीई की ओर से स्कॉलरशिप भी प्रदान किये जाते हैं। स्कॉलरशिप वैसे माइक्रोसॉफ्ट और शेल जैसी निजी कंपनियों की तरफ से भी दी जाती हैं।
  • पीएचडी करते वक्त आपको सही विशेषज्ञों का चुनाव करना चाहिए और पहले ही वर्ष से इसे लेकर गंभीर रहना चाहिए, ताकि अपने शोध कार्य मे आपको जल्दी सफलता मिल सके। स्कॉलरशिप का सही इस्तेमाल करना जरूरी है।

और अंत में

एमटेक डिग्री होल्डर्स करियर ऑप्शंस के रूप में किन-किन क्षेत्रों का चयन कर सकते हैं, इसके बारे में दोस्तों विस्तार से इस लेख में हमने आपको बताया है। वास्तव में इसके बाद संभावनाओं की कोई कमी नहीं है, बशर्ते कि आप अपनी रुचि के मुताबिक इन्हें पहचान लें और अपने कदम आगे बढ़ाएं।

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