Coronavirus के प्रसार को रोकने के लिए भारत 21 दिनों के लॉकडाउन और सामाजिक दूरी का अनुसरण कर रहा है। इस महामारी की स्थितिय के दौरान कंपनियां work from home कर रही हैं । जिस वजह से अधिकतर लोग laptop या computer से कार्य कर रहे है, समय बिताने के लिए भी लोग लैपटॉप या कंप्यूटर का उपयोग गेमिंग, इंटरनेट के लिए कर रहे है। काफी समय तक कंप्यूटर का उपयोग करने पर कंप्यूटर हैंग की समस्या एक आम बात है। अगर आप अपने कंप्यूटर या लैपटॉप के हैंग होने से परेशान हैं तो आज का ये लेख आप के लिए ही है। आज हम आपकी इस समस्या का पूर्ण समाधान आपको बताएँगे।
क्यों आती है कंप्यूटर में ‘हैंग’ की समस्या ?
हमारे कंप्यूटर में हैंग की समस्या आने के बहुत से कारण है, जिन पर यदि कार्य किया जाये तो हमारा कम्प्यूटर हमेशा वैसा ही कार्य करता रहेगा जैसा वह नया खरीदते समय करता था। तो आइये उन कारणो पर विस्तार से बात करते है।
कंप्यूटर की RAM का कम होना
कंप्यूटर के Hang होने का सबसे बड़े कारणों में से ये एक महत्वपूर्ण कारण है। Computer का अधिक समय तक उपयोग करने पर उसमे temp एवं prefetch फाइल एकत्रित हो जाती है, जो की बिना परमिशन के स्टोर हो जाती है। जब हम कंप्यूटर का उपयोग करते है तो ये ऑटो स्टार्ट हो जाती है और RAM का उपयोग करती है, जिससे हमारे उपयोग वाली एप्लीकेशन को आवश्यक RAM स्पेस नहीं मिल पता है और हमारा कंप्यूटर हैंग हो जाता है या ‘program not responding ‘ मैसेज आने लगता है।
DISK STORAGE का फुल हो जाना
हमारे कंप्यूटर में आवश्यकता से अधिक एप्लीकेशन इनस्टॉल से उसकी ‘C ‘ डिस्क स्टोरेज अनावश्यक रूप से भर जाती है जिस वजह से कंप्यूटर ‘हैंग’ होने लगता है। जितना हो सके कम से कम एवं केवल आवश्यक एप्लीकेशन ही कंप्यूटर में इनस्टॉल करने से इस समस्या से बचा जा सकता है।
RECYCLE BIN में ज्यादा DATA इकट्ठा हो जाना
हम समय समय पर अपने कंप्यूटर से डाटा डिलीट करते रहते है, यह डाटा परमानेंट डिलीट न होकर recycle bin में इकट्ठा हो जाता है। जिस वजह से कंप्यूटर हैंग करता है। टाइम टाइम पे recycle bin को empty करने से आप अपने सिस्टम को हैंग होने से बचा सकते हैं।
INTERNET SPEED का कम होना
कई बार देखा जाता है कि हमारे इंटरनेट नेटवर्क कि स्पीड काफी कम होती है जिस वजह से browsing करने में हैंग होने कि स्तिथि उत्पन्न हो जाती है। सही इंटरनेट स्पीड का चयन करके इस समस्या से बचा जा सकता है।
OLD VERSION एप्लीकेशन का उपयोग करना
समय समय पर सॉफ्टवेयर प्रोवाइडर की ओर से नए अपडेट प्रोवाइड कराये जाते है, यदि कंप्यूटर को अधिक समय तक अपडेट न किया गया हो तो old version application के कारण भी कंप्यूटर हैंग होने लगता है।
MULTIPLE APPLICATION एक साथ प्रयोग करना
हम अपने कंप्यूटर में RAM के एक सीमित स्पेस को ही इस्तेमाल कर सकते है, क्योकि कुछ RAM स्पेस कंप्यूटर के इंटरनल प्रोग्राम में उपयोग होता है। जिस वजह से यदि हम एक साथ multiple एप्लीकेशन का उपयोग करे, तब भी कंप्यूटर हैंग हो जाता है।
ORIGINAL WINDOWS का उपयोग न करना
कई बार देखा जाता है कि हम पैसे बचने के चक्कर में कंप्यूटर में पायरेटेड विंडोज का इस्तेमाल करते है, जिस वजह से विंडोज के कई महत्वपूर्ण अपडेट, कंप्यूटर में इनस्टॉल नहीं हो पाते है, और इन महत्वपूर्ण अपडेट के न होने कि वजह से कंप्यूटर हैंग होने लगता है।
COMPUTER में VIRUS होना
यदि हम कंप्यूटर में इंटरनेट का इस्तेमाल बिना किसी एंटी वायरस के करते है, तब इंटरनेट से डाटा के साथ कई प्रकार के वायरस कंप्यूटर में आ जाते है ओर अनावश्यक रूप से बैकग्राउंड में प्रोग्राम को run करने लगते है, जिस वजह से RAM कि खपत बढ़ जाती है और डिस्क भी 100% उपयोग होने लगती है, और कंप्यूटर हैंग करने लगता है।
COMPUTER HARDWARE का पुराना या ख़राब हो जाना
वर्तमान में समय के साथ-साथ टेक्नोलॉजी में बदलाव आ रहा है जिस वजह से नयी कम्प्यूटर एप्लीकेशन नयी टेक्नोलॉजी के हिसाब से डिज़ाइन हो रही है, कई बार नयी एप्लीकेशन पुराने हार्डवेयर के साथ सही से तालमेल नहीं बना पाती है और कम्प्यूटर हैंग करने लगता है। कई बार देखा जाता है कि कम्प्यूटर का कोई पार्ट ख़राब हो गया हो जिस वजह से ओवरहीटिंग एवं हैंग कि प्रॉब्लम आ जाती है- जैसे SMPS ख़राब होना।
समाधान
कम्पूटर से जुडी हर समस्या का समाधान होता है, कुछ थोड़ा जटिल होता है जिसे एक्सपर्ट के द्वारा किया जाता है और अधिकतर काफी सरल होता है, जिसे हम अपने आप भी कर सकते है। हर समस्या के लिए कम्प्यूटर को मकैनिक के पास ले जाने कि जरूरत नहीं होती है। इन्ही कुछ आसान सी ट्रिक को आज हम बताएँगे।
TEMP / PREFETCH फाइल को डिलीट करना
इसके लिए कम्प्यूटर का स्टार्ट आइकॉन प्रेस करना है , वहां सर्च पर run टाइप करना है। run एप्लीकेशन को ओपन करना है, वहां पर बने सर्च बार में टाइप करना है %TEMP% और OK पर click करना है । जो भी फाइल्स, लेफ्ट साइड में ओपन होंगी सबको सेलेक्ट करके डिलीट का देना है। इसी प्रकार से run एप्लीकेशन में %TEMP% के स्थान पर prefetch टाइप करना है, और ok को click कर देना है, लेफ्ट में ओपन सभी फाइल्स को सेलेक्ट करके डिलीट करना है। इस प्रकार से कम्प्यूटर में समय समय पर बन जाने वाली TEMP/prefetch फाइल को हटाते रहना चाहिए इससे कम्पूटर की स्पीड बढ़ जाती है और हैंग कि समस्या समाप्त होती है।
ANTI-VIRUS का उपयोग करना
यदि आप इंटरनेट का नियमित इस्तेमाल करते हो तथा पेन ड्राइव के द्वारा डाटा का आदान-प्रदान करते हो, तब इसकी काफी सम्भावनाये बढ़ जाती है कि आप एक अच्छे एंटी वायरस का उपयोग अपने कम्प्यूटर पर करे। क्योकि इंटरनेट से या किसी पेन ड्राइव के उपयोग से कई प्रकार के नुकसान देह वायरस कम्प्यूटर पर आ जाते है जो हमारी महत्वपूर्ण फाइल्स को ख़राब तथा कम्प्यूटर को हैंग कर देते है।
स्टोरेज डिस्क को 20% खाली रखे
कम्प्यूटर में आपने लोकल डिस्क स्टोरेज को देखा ही होगा। इन डिस्क स्टोरेज का अपना कुछ साइज होता है,जोकि GBs में होता है। हमे जरुरत है कि हम इन स्टोरेज डिस्क को कम से कम 20% तक खाली रखें। अत्यधिक रूप से भरी गयी स्टोरेज डिस्क भी कम्प्यूटर हैंग होने का कारण बनती है। सबसे ज़ादा ध्यान C डिस्क का रखें , क्योकि हमारी सभी एप्लीकेशन इसी डिस्क में इनस्टॉल होती है, इस डिस्क में जितना स्पेस रहेगा कम्प्यूटर के उतना ही कम हैंग होने की सम्भावना रहेगी।
इंटरनेट ब्राउज़र history /cache को समय समय पर हटाते रहना
कम्प्यूटर पर इंटरनेट इस्तेमाल करने के लिए हम जिस भी ब्राउज़र का इस्तेमाल करते है जैसे-Chrome, Firefox , MS Edge आदि। ब्राउज़र सेटिंग में जाकर पिछली history एवं cache/cookies आदि को समय समय पर डिलीट करते रहना चाहिए।
अन्य सावधानियां
- ऊपर दी गयी ट्रिक के अलावा कुछ अन्य सावधानियां भी है जैसे- अधिक समय तक लगातार कम्प्यूटर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए , क्योकि ये मशीन है, लगातार उपयोग करने से इनकी कार्य करने की क्षमता कम हो जाती है।
- समय समय पर recycle -bin को खाली करते रहना चाहिए, क्योकि recycle -बिन C डिस्क का स्टोरेज उपयोग करता है जिससे कम्प्यूटर slow हो जाता है।
- एकसाथ बहुत सारे प्रोग्राम का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए, जो जरुरत के प्रोग्राम है उन्ही को ओपन करे जिससे RAM कम उपयोग होगी और कम्प्यूटर बिना हैंग किये कार्य करता रहेगा।
चलते -चलते
कम्प्यूटर का चयन यदि अपने कार्य के अनुसार किया जाये, तो कम्प्यूटर में हैंग या स्लो होने वाली समस्या से निजाद पाया जा सकता है। कम्प्यूटर चयन में महत्वपूर्ण कारक है RAM और Processor यदि इनका सही से चयन किया जाये तो हैंग एवं स्लो होने वाली समस्या कभी नहीं आएगी। इनके बारे में हम अपने अगले लेख में बात करेंगे। ऊपर दी गयी ट्रिक्स का इस्तेमाल करके आप कम्प्यूटर के हैंग होने की समस्या से बचे सकते है। यदि इन ट्रिक्स से आपकी प्रॉब्लम हल होती है तो हमे कमेंट के द्वारा ज़रूर बताएं।
Offline होने के बावजूद बार बार internet explorar का software open हो जा रहा है
Hi Paritosh,
कृपया इन steps को follow करे .
1 – अपने कंप्यूटर के ‘control panel’ में जाए .
2- ‘Program & feature’ में क्लिक करे .
3- “Turn windows features on or off ” आप स्क्रीन के लेफ्ट साइड टॉप मे ये ऑप्शन देख पा रहे होंगे . इस पर click करे .
4 – आप के सामने एक small windows ओपन हो जाएगी, इसमें ‘Internet Explorer’ पर click करे .
5- ‘Yes’ पर click करे उसके बाद ‘Ok’ करके, प्रोसेसिंग का इंतजार करे .
6- अपने computer को restart करे . इसके बाद आप देखेंगे आपकी problem solve हो गयी है .
Laptop me jb bhi search ya type krna chahta hu to smoothing auto matic write hone lgta hai kyu answer dijiye