क्या है अमेरिकी संविधान का 25वां संशोधन?

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US Constitution 25th Amendment


विश्व महाशक्ति अर्थात् सुपर पावर अमेरिका में, राजनीतिक उठा-पटक का माहौल तेजी से अपने समीकरण बदल रहा है और नौबत ये आ गई है कि, अब अमेरिका में, 25वें संशोधन पर विचार किया जा रहा है जो कि, मूलत राष्ट्रपति कार्यालय के भीतरी विवादो का समाधान करने के लिए प्रयोग किया जाता है तो क्या अमेरिका का राष्ट्रपति कार्यालय विवाद का अखाडा बन चुका है, क्या ट्रंप 25वें संशोधन का सामना करने के लिए तैयार है और आखिर क्या है अमेरिकी संविधान का 25वां संशोधन? आदि प्रश्न हमारे ही नहीं बल्कि आपके भी हैं इन प्रश्नो के जबाव पाने के लिए आप हमारे इस लेख के ध्यान से पढिये क्योंकि उपरोक्त सभी प्रश्नो के जबाव हम, इस लेख मे आपको प्रदान करेंगे ताकि आप अमेरिकी राजनीति के इस नये समीकरण का अपने स्तर पर मूल्यांकन कर सकें।

क्या आप जानते है अमेरिकी संविधान के बारे में?

  • हम, अपने सभी पाठको को बताना चाहते हैं कि, अमेरिकी संविधान को सबसे पुराने संविधान होने का गौरव प्राप्त है और यही अमेरिका का सर्वोच्च कानून है जिसे ’’ फिलाडेल्फिया सम्मेलन 17 सितम्बर, 1787 ’’ के तहत निर्मित किया गया था और 4 मार्च, 1789 को प्रभावी हुआ था व यही विश्व का पहला लिखित कानून भी कहलाता है।
  • अमेरिकी संविधान ने, विश्व के सामने एक आदर्श प्रस्तुत किया क्योंकि अमेरिकी संविधान मे, ही सबसे पहले –
  • राज्य के स्वरुप,
  • नागरिक अधिकार,
  • शक्ति पृथक्करण का सिद्धान्त और
  • न्यायिक पुनरावलोकन ( Judicial Review ) आदि की व्यवस्था की गई थी।
  • 4 मार्च, 1789 को अमेरिकी संविधान प्रभावी हुआ और इसके बाद भी इसमें 27 बार संवैधानिक संशोधन किया गया और इन संवैधानिक संसोधनो में पहले 10 संवैधानिक संसोधनो को ’’ बिल ऑफ राइट्स ’’ के नाम से जाना जाता है।
  • अमेरिकी संविधान अपने निर्माण से लेकर आज कर अनेको संघर्षो का बहादुरी से सामना करते हुए आज भी जीवन्त व आदर्श संविधान के रुप मे, स्थापित है।
  • अमेरिकी संविधान पूरी तरह से अपने नागरिको को समर्पित संविधान है क्योंकि इसकी प्रस्तावना में, कहा गया है कि, यह संविधान संयुक्त राज्य की जनता द्धारा तैयार किया गया हैं।
  • अमेरिकी संविधान में, पहला संवैधानिक संशोधन 1791 में, किया जिसके तहत ’’ बिल ऑफ राइट्स ’’ को ’’ मौलिक अधिकारो ’’ के रुप में, स्थापित किया गया आदि।

उपरोक्त बिंदुओ की मदद से हमें, अमेरिकी संविधान की एक संतुलित तस्वीर प्राप्त होती हैं जिसके आधार पर हम, अपने मूल विषय अर्थात् क्या है अमेरिकी संविधान का 25वां संशोधन? पर विचार-विमर्श व चर्चा कर सकते है।

क्या है अमेरिकी संविधान का 25वां संशोधन व इसके अलग-अलग खंड?

किसी भी संविधान में, उस देश की प्रत्येक प्रशासनिक व्यवस्था व आपात स्थिति का सामना करने के लिए व्यवस्थायें का जाती है ठीक इस प्रकार अमेरिकी संविधान निर्माताओ ने, भी राष्ट्रपति व उप राष्ट्रपति से संबंधित महत्वपूर्ण उपबंधो को अमेरिकी संविधान के 25वें संवैधानिक संशोधन मे, स्थापित किया हैं जिसे साल 1965 में प्रतिस्थापित किया गया था और साल 1967 में इसे राज्यो द्धारा स्वीकृति प्रदान की गई थी ताकि राष्ट्रपति या उप-राष्ट्रपति से संबंधित किसी भी आपात स्थिति का सरलतापूर्वक समाधान किया जा सकें।

अमेरिकी संविधान के 25वें संशोधन को मूलत राष्ट्रपति व उप-राष्ट्रपति से संबंधित आपात स्थितियो में, प्रयोग किया जाता है जैसे कि – राष्ट्रपति या उप-राष्ट्रपति की आकास्मिक मृत्यु की स्थिति में, राष्ट्रपति द्धारा अपने कर्तव्यो के निर्वहन की अक्षमता की स्थिति में व राष्ट्रपति द्धारा त्याग-पत्र दिये जाने की स्थितियो को स्पष्ट करता है।

उपरोक्त स्थितियो के समाधान के लिए 25वें संशोधन कि, व्यवस्था की गई है जिसके तहत राष्ट्रपति या उप-राष्ट्रपति को प्रतिस्थापित करने की व्यवस्था की गई हैं ताकि राष्ट्रपति कार्यालय अपने कार्यो का निर्वहन नियमित तौर पर कर सकें और देश की शासन व्यवस्था बिना किसी बाधा के चलती रहे।

25वें संशोधन के अलग-अलग खंड

हम, अपने सभी पाठको व विद्यार्थियो को अमेरिकी संविधान के अलग-अलग खंडो के बारे में, कुछ बिंदुओ की मदद से बताना चाहते हैं जो कि, इस प्रकार से है-

  • 25वें संशोधन का प्रथम खंड

25वें संशोधन के प्रथम खंड में, मूलत राष्ट्रपति की मृत्यु की स्थिति को उल्लेखित किया गया है और साथ ही साथ राष्ट्रपति द्धारा त्याग पत्र दिये जाने संबंधी स्थितियो का वर्णन किया गया है और साथ ही उन पारम्परिक या संवैधानिक प्रक्रियाओ का वर्णन किया गया हैं जिनका पालन करते हुए उप-राष्ट्रपति, राष्ट्रपति की मृत्यु स्थिति में उसका कार्य संभालता है या फिर त्याग पत्र की स्थिति मे, उसका पद-ग्रहण करता है।

  • 25वें संशोधन का द्धितीय खंड

25वें संशोधन के द्धितीय अर्थात् दूसरे खंड में, उप-राष्ट्रपति कार्यालय में होने वाली रिक्तियो व उनकी भर्तियों संबंधी प्रक्रिया का विस्तारपूर्वक उल्लेख किया गया है।

  • 25वें संशोधन का तीसरा खंड

25वें संशोधन का तीसरा खंड अति महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी खंड के तहत कार्यवाहक राष्ट्रपति का निर्णय लिया जाता है अर्थात् यदि राष्ट्रपति, उप-राष्ट्रपति से शासन कार्यो के संचालन में, अपनी अक्षमता प्रकट करता है तो उप-राष्ट्रपति उसके कार्यो को कार्यवाहर राष्ट्रपति के तौर पर ग्रहण करता है।

  • 25वें संशोधन का चौथा व अन्तिम महत्वपूर्ण खंड

जैसा कि, आप जानते हैं कि, तीसरे खडं के तहत राष्ट्रपति द्धारा अपनी अक्षमता प्रकट करने पर उप-राष्ट्रपति उसके कार्यो का संचालन कार्यवाहक राष्ट्रपति के रुप में, करता है लेकिन कई बार राष्ट्रपति अपनी अक्षमता का प्रकटीकरण उप-राष्ट्रपति के समक्ष नहीं करता है और इसी स्थिति का समाधान करने में, 25वें संशोधन का चौथा खंड अपनी भूमिका निभाता है जिसके तहत उप-राष्ट्रपति व कैबिनेट को राष्ट्रपति की अक्षमता को प्रमाणित करना पडता हैं और यही वे खंड है जिसकी मदद से राजनीतिक गठजोड़ करके राष्ट्रपति को उसके पद से हटाया जा सकता है अर्थात् 25वें संसोधन का सर्वाधिक महत्वपूर्ण बिंदु यही है जिसके आधार पर राष्ट्रपति के भविष्य का निर्णय किया जाता है।

उपरोक्त बिंदुओ की मदद से हमने आपको व अपने विद्यार्थियो को अमेरिकी संविधान के 25वें संशोधन व इसके अलग-अलग खंडो की जानकारी प्रदान की  है ताकि वे अमेरिकी 25वें संशोधन के प्रति अपनी समक्ष को विकसित व विस्तृत कर सकें।

क्या है अमेरिकी संविधान का 25वें संशोधन की प्रक्रिया?

जैसा कि, हमने आपको पहले सूचित किया हैं कि, अमेरिकी संविधान के 25वें संशोधन में कुल 4 खंड हैं जिनमें से सर्वाधित महत्वपूर्ण खंड हैं इस संशोधन का चौथा व अन्तिम खडं है जिसके तहत राष्ट्रपति द्धारा स्वयं अपने कर्तव्य निर्वहन की सूरत मे, अक्षमता की घोषणा ना किये जाने पर उप-राष्ट्रपति व कैबिनेट मिलकर बहुमत प्राप्त करके ये घोषित करते है कि, राष्ट्रपति अपने कर्तव्यो के निर्वहन में, अक्षम है लेकिन यदि राष्ट्रपति इसका विरोध करता है तो उस स्थिति में, उप-राष्ट्रपति को दोनो सदनो की सत्ता सौंपने के लिए 2/3 बहुमत प्राप्त करना होता है।

उपरोक्त खंड की मदद से ही राष्ट्रपति को उसके पद से विरक्त किया जा सकता है और साथ ही साथ नये राजनीतिक समीकरणो की स्थापना की जा सकती है।

कितनी बार हुआ है 25वें संशोधन का प्रयोग?

हम, उन कुछ गिने-चुने अवसरो के बारे में, आपको सूचित करना चाहते है जब अमेरिकी राजनीतिक व्यवस्था मे 25वें संशोधन का प्रयोग किया जो कि, इस प्रकार से है-

  • साल 1973 मे, हुआ 25वें संशोधन का प्रयोग

दिसम्बर, 1973 को अमेरिकी उप-राष्ट्रपति ’’ स्पीरो एग्न्यू ’’ ने, अपना त्याग-पत्र दिया था तत्कालीन राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने, गेराल्ड फोर्ड को 25वें संशोधन का प्रयोग करते हुए उप-राष्ट्रपति बनाया था और इस प्रकार 25वें संशोधन की मदद से उप-राष्ट्रपति बनने वाले व्यक्ति के तौर पर ’’ गेराल्ड फोर्ड ’’ का नाम अमेरिकी राजनीति में, दर्ज हो गया।

  • साल 1985 में, राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन की सर्जरी के समय हुआ 25वें संशोधन का प्रयोग

हम, सभी जानते हैं कि, 25वें संशोधन के तीसरे खंड में, राष्ट्रपति की शक्तियां अस्थायी तौर पर उप-राष्ट्रपति को हस्तांतरित की जाती है जिसे कुछ समय बाद पुन राष्ट्रपति द्धारा ग्रहण कर ली जाती है और इसी तीसरे खंड का प्रयोग करते हुए राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन में, 25वें संशोधन का प्रयोग साल 1985 मे, अपनी सर्जरी के दौरान किया था।

  • साल 2002 व 2007 में, हुआ 25वें संशोधन के तीसरे खंड का प्रयोग

25वें संशोधन के तीसरे खंड का प्रयोग साल 2002 व 2007 में, भी किया गया जब राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश को एनीस्थीसिया दी गई थी

25वां संशोधन कैसे खतरनाक साबित हो सकता हैं ट्रंप के लिए?

हम, सभी जानते हैं कि, वर्ल्ड सुपर पावर की कुर्सी डोनाल्ड ट्रंप के हाथ से निकल चुकी है क्योंकि हाल ही में, हुए चुनावो ने, ’’ जो बाईडेन ’’ जो कि, डेमोक्रेटिक दल के नेता है राष्ट्रपति के लिए जारी दौड़ में बाजी मार चुके है और अब कुछ प्रतिस्पर्धी दल व मौजूदा राष्ट्रपति को उनके बाकी बचे हुए कार्यकाल के लिए भी राष्ट्रपति पद पर नहीं रहने देना चाहते हैं जिसके लिए अमेरिकी संसद में, 25वें संशोधन पेश किया जा चुका है।

ट्रंप के लिए 25वें संशोधन किस  हद तक घातक और खतरनाक साबित हो सकता है इसका अंदाजा हम, इस बात से ही लगा सकते हैं कि, डेमोक्रेट दल की नेता ’’ नैंसी पेलोसी ’’ ने, ताजा बयान जारी करते हुए कहा है कि, यदि ट्रंप को 25वें संशोधन के मदद से उसके बाकी 13 दिनो के कार्यकाले के लिए राष्ट्रपति पद से नहीं हटाया जाता है तो वे व उनके समर्थक ट्रंप पर ’’ महाभियोग ’’ की प्रक्रिया भी चला सकते है जिससे ट्रंप को अतिरिक्त  मुश्किलो का सामना करना पड़ सकता हैं।

ट्रंप ने, खुद मोल ली है 25वें संशोधन की दुश्मनी?

जैसा कि, चुनावो में, अपने विपरित परिणामो को आता देख ट्रंप ने, विरोधी दल पर आरोप लगाया कि, चुनावो में, धांधली की गई है और अपने समर्थको को अप्रत्यक्ष तौर पर उपद्रव करने के लिए प्रोत्साहित किया और इसका नतीजा संसद पर हुए हमले के रुप में, सामने आया जब ट्रंप समर्थको ने, अमेरिकी संसद पर उपद्रव व हमला किया जो कि, अमेरिकी राजनीति के लिए एक शर्मनाक घटना बन चुकी है जिसके खिलाफ अमेरिकी राजनीति व अमेरिकी जनता का आक्रोश उबाल पर आ गया है जिसका निर्णायक परिणाम हमें, जल्द ही देखने को मिल सकता हैं और ट्रंप को, राष्ट्रपति के रुप में, अपने बचे हुए दिनो से भी समझौता करना पड़ सकता है।

दो शब्द

अमेरिकी राजनीति में, हुए व्यापक उलट-फेर अर्थात् राष्ट्रपति ट्रंप की हार और जो बाइडन की जीत ने, अमेरिका मे, अराजकता के माहौल का सृजन कर  दिया है जिसके फलस्वरुप ना केवल अमेरिका में बल्कि पूरे विश्व में, अमेरिका 25वें संशोधन की चर्चा जोरो-शोरो से हो रही हैं जिसे राष्ट्रपति ट्रंप के लिए दाबूत की अन्तिम कील के रुप में भी देखा जा रहा है जिसके अन्तिम परिणाम के लिए हमे, अमेरिकी राजनीति पर नजर बनाये रखनी होगी।

क्या है अमेरिकी संविधान का 25वां संशोधन? – आपके सवाल और हमारे जबाव –

सवाल 1– अमेरिका का संविधान कब बना और कब लागू हुआ?

जबाव – 17 सितम्बर, 1787 को फिलाडेल्फिया सम्मेलन के तहत अमेरिका के संविधान का निर्माण किया गया जिसे 4 मार्च, 1789 मे, लागू किया गया।

सवाल 2– अमेरिका के संविधान की सबसे बडी विशेषता क्या है?

जबाव – अमेरिका के संविधान को विश्व का सबसे पहला लिखित संविधान होने का गौरव प्राप्त है।

सवाल 3– अमेरिकी संविधान निर्माण के बाद शुरुआती दौर में, कितने संशोधन हुए?

जबाव – 27 संशोधन हुए जिन्हें ’’ बिल ऑफ राइट्स ’’ का नाम दिया गया।

सवाल 4– बिल ऑफ राइट्स को कब मौलिक अधिकारो का दर्जा दिया गया?

जबाव – 1791 में।

सवाल 5– अमेरिकी संविधान का 25वां संशोधन कब प्रस्तुत किया गया और कब लागू किया गया?

जबाव – 25वें संशोधन को 1965 में, प्रतिस्थापित किया गया व 1967 में, स्वीकृति प्रदान की गई।

सवाल 6– 25वें संशोधन में, कुल कितने खंड है?

जबाव – 4 खंड है।

सवाल 7– किस मौजूदा राष्ट्रपति को 25वें संशोधन के माध्यम से हटाने की पहल  की जा रही हैं?

जबाव – राष्ट्रपति ट्रंप।

सवाल 8– अमेरिका के अगले राष्ट्रपति के रुप मे, किसने चुनाव जीता हैं?

जबाव – डेमोक्रेट दल के जो बाइडन ने, राष्ट्रपति चुनाव जीता है।

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