Career in Astrology in India: कोर्सेज, योग्यता, संभावनाएं

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Career in Astrology in India को लेकर बहुत से स्टूडेंट्स बड़े शंकित रहते हैं और यही वजह है कि यहां हम आपको इसके बारे में एकदम सटीक जानकारी विस्तार से उपलब्ध करा रहे हैं।

भारत में आदि काल से ही ज्योतिष का बड़ा महत्व रहा है। वास्तव में ज्योतिष भारत में न केवल धर्म और आस्था से जुड़ा हुआ है, बल्कि इसका संबंध विज्ञान से भी है। यही वजह है कि ज्योतिष के साथ कई बार आप विज्ञान शब्द भी जुड़ा हुआ देखते हैं। एस्ट्रोलॉजी यानी कि ज्योतिष विज्ञान में भी आप चाहें तो अपने लिए एक संतोषजनक कॅरियर बना सकते हैं। ज्योतिष के क्षेत्र में कॅरियर बनाने से न केवल आप अपने सपनों को साकार कर पाएंगे, अपितु आर्थिक रूप से सबल होने के साथ सम्मानपूर्वक अपनी जिंदगी भी व्यतीत कर पाएंगे।

Astrology courses in India की तो जानकारी हम आपको इस लेख में उपलब्ध करा ही रहे हैं, साथ ही हम आपको इससे जुड़े संस्थानों के बारे में भी जानकारी दे रहे हैं, जहां से आप अपनी एस्ट्रोलॉजी की पढ़ाई पूरी कर सकते हैं। इसके अलावा इस लेख में हम आपको ज्योतिष विज्ञान के क्षेत्र में कॅरियर की असीम संभावनाओं से भी रू-ब-रू कराने जा रहे हैं, ताकि आप सही वक्त पर अपने कॅरियर को लेकर उचित निर्णय ले सकें।

क्या है ज्योतिष? (What is Astrology)

इंसानों की यह प्रवृत्ति रही है कि वे ज्यादा से ज्यादा चीजों के बारे में जानकारी हासिल करना चाहते हैं। यही वजह है कि अब तक इस दुनिया में ढेरों खोजें और आविष्कार हो चुके हैं। जिस तरीके से मनुष्य दुनिया में मौजूद चीजों के बारे में जानने की इच्छा रखता है, उसी तरीके से मानव अपने खुद के भविष्य के बारे में भी सही-सही जानकारी चाहता है। इंसानों की इसी इच्छा के फलस्वरुप ज्योतिष का जन्म हुआ, जो कि ग्रहों, नक्षत्रों, ब्रह्मांड और प्रकृति की स्थिति के आधार पर यह बताता है कि किसी का भविष्य किस तरह का होने वाला है। इन चीजों के अध्ययन को ही ज्योतिष का नाम दे दिया गया है।

ज्योतिष का महत्व (Importance of Astrology)

  • प्राचीन काल से ही यह विधा चलती आ रही है और ऋषि-मुनियों द्वारा भी इसे प्रयोग में लाया जाता था। ज्योतिष में ग्रहों की गणितीय गणना की जाती है।
  • इसमें यह पता लगाया जाता है कि ग्रहों की स्थिति से किसी भी इंसान की जिंदगी अनुकूल और प्रतिकूल तरीके से किस तरह से प्रभावित होने वाली है।
  • साथ ही ज्योतिष में आपके ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति का पता लगाकर आपकी कुंडली में मौजूद दोषों के बारे में भी जानकारी हासिल की जाती है। इन दोषों का निवारण किस तरीके से होगा, इसके बारे में भी ज्योतिष में बताया जाता है।
  • कोई भी पर्व-त्योहार या फिर शुभ आयोजन होता है, तो ज्योतिषी के पास जाकर हम शुभ मुहूर्त और शुभ तारीख आदि के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं।
  • हमारा कॅरियर कैसा होगा, हमें कैसा जीवनसाथी मिलेगा, हमारी भावी जिंदगी सुख में गुजरेगी या फिर कष्ट में, इस तरह की सारी जानकारी ज्योतिष में गणितीय गणना के आधार पर प्रदान की जाती है।
  • ज्योतिष से प्राप्त जानकारी के आधार पर आप इसी के द्वारा बताए गए उपायों को करके अपने भविष्य को सही आकार देने का प्रयास कर सकते हैं।

Career in Astrology in India: संभावनाएं

भारत में ज्योतिष की बात करें, तो इस क्षेत्र में कॅरियर के लिए काफी संभावनाएं मौजूद हैं, जो इस प्रकार हैं:-

  • ज्योतिष की पढ़ाई करके स्टूडेंट्स न केवल इससे संबंधित किसी कंपनी में काम कर सकते हैं, बल्कि वे खुद एक ज्योतिष के रूप में लोगों की समस्याओं का समाधान बता सकते हैं।
  • ज्योतिष की पढ़ाई पूरी करने के बाद स्टूडेंट्स खुद का रोजगार शुरू कर सकते हैं और दूसरों को भी अपने यहां काम करने का अवसर दे सकते हैं।
  • एक ज्योतिष के रूप में इसकी पढ़ाई कर चुके स्टूडेंट्स दूसरों का भविष्य देखने का काम कर सकते हैं। वे दूसरों की कुंडली में मौजूद दोषों का समाधान बता सकते हैं।
  • वे अपने पास आने वाले लोगों की पत्रिका बना सकते हैं।
  • ज्योतिष की पढ़ाई करने के बाद आप अखबारों और मीडिया चैनलों से भी विशेषज्ञ के रूप में जुड़ कर आमजनों के लिए जरूरी बातें बता सकते हैं।
  • सोशल मीडिया के जरिए ज्योतिष के रूप में स्थापित हो चुके लोग दूसरों की समस्याओं को सुनकर उनका समाधान उपलब्ध करा सकते हैं।

भारत में ज्योतिष के कोर्स (Astrology courses in India)

भारत में ज्योतिष के मुख्य रूप से तीन कोर्सेज उपलब्ध हैं, जो निम्नवत हैं:-

1) ज्योतिष में बीए (BA in Astrology)

2) ज्योतिष में डिप्लोमा (Diploma in Astrology)

3) ज्योतिष में सर्टिफिकेट (Certificate in Astrology)

ज्योतिष में पढ़ाई जाने वाली चीजें (Syllabus of Astrology)

  • ज्योतिष की मूलभूत चीजें
  • ग्रहों का महत्व, प्रभाव और व्यवहार
  • राशि चिह्न
  • दशाओं की समझ
  • कुंडली का अध्ययन
  • तुलना और भविष्यवाणी
  • कुंडली में दोष
  • दोषों का निवारण
  • जेमोलॉजी
  • होरोस्कोप
  • न्यूरोमोलॉजी
  • वास्तु शास्त्र
  • ज्योतिष में तिथि
  • ज्योतिष में कारण
  • केस अध्ययन

ज्योतिष कोर्सेज के अध्ययन के लिए योग्यता (Eligibility for Astrology Courses)

  • ज्योतिष में डिग्री पाठ्यक्रम के अध्ययन के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से 10+2 या इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य है।
  • ज्योतिष में डिप्लोमा पाठ्यक्रम के अध्ययन के लिए भी किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से इंटरमीडिएट की डिग्री हासिल करना जरूरी होता है।
  • ज्योतिष में सर्टिफिकेट कोर्स भी इंटरमीडिएट या ग्रेजुएशन के बाद किया जा सकता है।
  • कई संस्थानों द्वारा ज्योतिष में स्नातकोत्तर कोर्स भी करवाए जाते हैं, जिसके लिए ग्रेजुएशन की डिग्री जरूरी होती है।
  • वर्तमान में ज्योतिष के क्षेत्र में कॅरियर बनाने के लिए कंप्यूटर और इंटरनेट की भी अच्छी जानकारी होना बहुत ही महत्वपूर्ण हो गया है।
  • ज्योतिष के क्षेत्र में कॅरियर बनाने के लिए अध्यात्म में भी थोड़ी रुचि होनी बहुत ही जरूरी होती है।
  • जो लोग ज्योतिष के रूप में कॅरियर बनाना चाहते हैं, उनकी जिंदगी का उद्देश्य केवल पैसा कमाना ही नहीं, बल्कि दूसरों की सेवा करना भी होना चाहिए।
  • ज्योतिष के क्षेत्र में एक अच्छा कॅरियर बनाने के लिए आपके अंदर दूसरों को प्रभावित करने की क्षमता का होना भी बहुत ही जरूरी है।

ज्योतिष की शाखाएं (Branches of Astrology)

  • तारकीय ज्योतिष विज्ञान: इसके अंतर्गत नक्षत्र ज्योतिष नक्षत्रों और उनके पर्यावरण, जबकि सौर ज्योतिष सूर्य का अध्ययन करके सितारों की गणना करते हुए कुंडली के आधार पर भविष्य की जानकारी देते हैं।
  • हस्तरेखा ज्योतिष विज्ञान: इसमें ज्योतिष हाथों, पैरों और मस्तक की रेखाओं का अध्ययन करके भविष्य के बारे में बताते हैं।
  • अंक ज्योतिष विज्ञान: अंक शास्त्र से ही ज्योतिष का उदय हुआ है। इसमें नक्षत्रों की दशा का अध्ययन करके भविष्य में आने वाले दोषों का समाधान किया जाता है।
  • वास्तु ज्योतिष विज्ञान: भवन आदि के निर्माण से संबंधित चीजों का वास्तु ज्योतिष में अध्ययन किया जाता है।
  • रत्न ज्योतिष विज्ञान: इसमें इस चीज का अध्ययन किया जाता है कि ग्रहों, नक्षत्रों, राशियों और हाथों की लकीरों के मुताबिक किस-किस तरह के रत्न धारण करने चाहिए, जिससे कि ग्रह और नक्षत्र किसी भी तरह का नुकसान न पहुंचाएं। रत्न ज्योतिष का सही तरीके से अनुसरण करके जिंदगी में संपन्नता और खुशहाली पाई जा सकती है।

भारत में निम्नलिखित संस्थानों से ज्योतिष की अच्छी पढ़ाई की जा सकती है:-

  • वास्तु एस्ट्रोलॉजी, चेन्नई
  • विक्रम यूनिवर्सिटी, मध्य प्रदेश
  • केंद्रीय संस्कृति विद्यापीठ, तिरुपति
  • बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी
  • यूनिवर्सिटी ऑफ मुंबई
  • भावनगर यूनिवर्सिटी, गुजरात
  • वास्तु श्री अकादमी, नई दिल्ली
  • इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ एस्ट्रोलॉजी, नई दिल्ली
  • रुद्राक्षम वास्तु एकेडमी, राजस्थान
  • श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विद्यापीठ, नई दिल्ली
  • महर्षि कॉलेज ऑफ वैदिक एस्ट्रोलॉजी, राजस्थान
  • शास्त्र यूनिवर्सिटी, चेन्नई
  • रविशंकर यूनिवर्सिटी, रायपुर, छत्तीसगढ़
  • एकेडमी ऑफ एस्ट्रो वास्तु रिसर्च, नई दिल्ली
  • रूद्राक्षम वास्तु एकेडमी, राजस्थान

और अंत में

इसमें कोई शक नहीं कि Career in Astrology in India इस देश में उपलब्ध सबसे अच्छे कॅरियर विकल्पों में से एक है। इसलिए यदि आपकी भी रुचि ग्रह-नक्षत्रों में अधिक है और आप दूसरों को अपने शब्दों से प्रभावित करने की काबिलियत रखते हैं, तो ज्योतिष के क्षेत्र में आपको कॅरियर बनाने के बारे में गंभीरता से सोचना चाहिए। दोस्तों, यदि आपको यह जानकारी पसंद आई हो तो इसे दूसरों के साथ भी शेयर करना न भूलें।

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