8 October – Indian Air Force Day: अदम्य साहस की दास्तां

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8th October Indian Air Force Day
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जब उरी में सेना के कैंप पर आतंकवादी हमला हुआ तो उसके बाद भारत ने आतंकियों पर सर्जिकल स्ट्राइक करके इसका बदला लिया। बीते 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर भी हुए आतंकी हमले का बदला भारत ने आतंकियों पर एयर स्ट्राइक करके ले लिया। सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक इन दोनों ही अभियानों को भारतीय वायु सेना ने पूरी सटीकता और बहादुरी के साथ अंजाम दिया। कारगिल युद्ध में भारतीय वायु सेना की महत्वपूर्ण भूमिका रही थी। 8 अक्टूबर, 2021 को भारतीय वायु सेना की स्थापना के 89 साल पूरे हो जाएंगे। इसकी स्थापना 8 अक्टूबर, 1932 को आधिकारिक तौर पर हुई थी, जिसके बाद से ही 8 अक्टूबर को Indian Air Force Day के रूप में मनाया जाने लगा।

भारतीय वायुसेना का इतिहास

एयर मार्शल सुब्रतो मुखर्जी, जो कि भारतीय नौसेना के संस्थापक सदस्यों में से एक थे, उन्होंने 1 अप्रैल, 1954 को पहले भारतीय वायु सेना प्रमुख के रूप में कार्यभार संभाला था। वर्तमान में भारतीय वायु सेना को दुनिया की चैथी सबसे बड़ी वायु शक्ति माना जाता है। सभी भारतीय सशस्त्र सेनाओं में ही वायु सेना ही इसका सबसे नया अंग है।

  • भारतीय विधायिका ने जब 8 अक्टूबर, 1932 को भारतीय वायु सेना विधेयक को पारित किया तो उसी के तहत इसकी स्थापना हो गई। इसलिए इस दिन को Air Force Day in India के रूप में मनाया जाने लगा।
  • बेंगलुरु, अंबाला, पुणे, आगरा और चंडीगढ़ में वायु सेना के केंद्र स्थित हैं।
  • द्वितीय विश्वयुद्ध में भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) ने जो उल्लेखनीय योगदान दिया, उसके लिए इसे रॉयल की भी उपाधि दी गई थी। जिस वक्त अगस्त, 1945 में द्वितीय विश्वयुद्ध की समाप्ति हुई थी, उस वक्त रॉयल इंडियन एयर फोर्स में 1600 अधिकारी सहित 28 हजार 500 कर्मचारी कार्यरत थे।
  • भारत के आजाद होने के वक्त भारत एवं पाकिस्तान के बीच रॉयल इंडियन एयर फोर्स की संपत्ति बांट दी गई और जनवरी, 1950 में जब भारत गणतंत्र घोषित हुआ तो इसके बाद रॉयल की उपाधि हटा दी गई।

भारतीय वायुसेना की उपलब्धियां

  • 8 अक्टूबर को Indian Air Force Day यूं ही नहीं मनाया जाता है। देश को भारतीय वायु सेना की उपलब्धियों पर गर्व है। गर्व हो भी क्यों न? भारतीय वायु सेना की ताकत से आज दुनिया हैरान है। इसके पास 857 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट676 फाइटर एयरक्राफ्ट, 323 ट्रेनर एयरक्राफ्ट, 16 अटैक हेलिकॉप्टर और 809 अटैक एयरक्राफ्ट मिलाकर 666 हेलिकॉप्टर हैं। यही नहीं, पर्सिवल प्रेंटिस, हार्वार्ड स्पिटफायर, एच. टी-2, टाइगर मॉथ डाकोटा और वैंपायर जैसे विमान ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट के तौर पर भारतीय वायु सेना के पास हैं। टेंपीट, स्पिटफायर, वैंपायर, हंटर, तूफानी और नैट जैसे लड़ाकू विमान दुश्मनों के दांत खट्टे करने के लिए काफी हैं। कैनबरा व लिबरेटर जैसे बॉम्बर्स एयरक्राफ्ट से भी दुश्मन थर-थर कांपते हैं। प्राकृतिक आपदाओं व अन्य संकटों में बॉक्सकार, डीवान सी-119, ऑटर्स, डाकोटा, वाइकाउंट, पैकेट और इलिशिन जैसे ट्रांसपोर्ट एयरक्राप्ट तुरंत मदद पहुंचाने में सक्षम हैं।
  • भारतीय वायु सेना की ताकत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसके पास वर्तमान में लगभग 1350 लड़ाकू विमान हैं। वर्ष 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान 18 हजार फीट की ऊंचाई पर भारतीय वायु सेना ने दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिये थे और इसकी सार्थकता साबित कर दी थी कि तुम हमारी चोटियों की बर्फ को यूं मत कुरेदो। दहकता लावा हृदय में है। जलाकर खाक कर देंगे।
  • सैन्य अभियानों और प्राकृतिक आपदाओं के वक्त मदद पहुंचाने के अतिरिक्त दुनिया में शांति स्थापित करने के प्रयासों के तहत भारतीय वायु सेना का कांगो युद्ध, गोवा मुक्ति संग्राम, बांग्लादेश की आजादी के युद्ध आदि में भी अहम योगदान रहा है। भारतीय वायु सेना का ध्येय वाक्य ‘नभः स्पृशं दीप्तम है’, जिसका अर्थ है आपका रूप आकाश तक दमक रहा है। भारतीय वायु सेना अपने इस ध्येय वाक्य पर पूरी तरह से खरा उतरती है।

भारतीय वायुसेना से जुड़ीं दिलचस्प बातें

  • केवल 5 पायलटों व 4 विमानों के साथ भारतीय वायु सेना की पहली स्क्वाड्रन शुरू हुई थी। फ्लाइट लेफ्टिनेंट सेसिल बौशियर स्क्वाड्रन-1 के कमांडिंग अफसर थे
  • भारतीय वायु सेना को सेना के नियंत्रण से मुक्त कराने और स्वतंत्र फोर्स बनाने का श्रेय एयर मार्शल सर थामस वाकर को जाता है।
  • ब्रिटिश सेना का हिस्सा रहते हुए द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान भारतीय वायु सेना ने अपना पहला हमला जापान में किया था।
  • 8 अक्टूबर को Indian Air Force Day के अवसर पर सभी वायु सेना स्टेशनों के हवाई अड्डों पर पारंपरिक सैन्य परेड का आयोजन होता है।

चलते-चलते

सभी भारतीयों को 8 October – Indian Air Force Day के महत्व का एहसास होना चाहिए, क्योंकि भारतीय वायु सेना की क्षमता का ही परिणाम है कि हमारा देश पूरी तरह से न केवल दुश्मनों से, बल्कि प्राकृतिक आपदाओं से भी काफी हद तक अपनी रक्षा कर पाने में सक्षम है। बताएं, Indian Air Force Day के दिन आप क्या करेंगे?

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