देश का नाम रोशन करने की चाहत भला किसकी नहीं होती? जिस क्षेत्र में जिससे बन पड़े, उसी की कोशिश होती है कि वह अपने इस वतन के लिए कुछ ऐसा करके दिखाए, जिस पर पूरी दुनिया को नाज हो। भारत में कई ऐसे खिलाड़ी भी हुए हैं, जिन्होंने लाख संघर्ष के बावजूद हिम्मत नहीं हारी और खेल के क्षेत्र में कुछ ऐसे मुकाम हासिल किये, जिसकी वजह से केवल उनके परिवार और उनके दोस्तों को ही नहीं, बल्कि आज पूरे देश को नाज है। इन्हीं खिलाड़ियों में से एक नाम राखी हल्दर का है। वही राखी हल्दर, जो इंडियन वूमेन वेटलिफ्टर हैं और जो नेशनल वेटलिफ्टिंग चैंपियन भी बनी हुई हैं। नेशनल वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में हाल ही में राखी हल्दर ने 64 किग्रा वर्ग में गोल्ड मेडल जीता है। यहां हम आपको इन्हीं राखी हल्दर के बारे में बता रहे हैं, ताकि आप भी उनकी उपलब्धियों पर न केवल गर्व महसूस कर सकें, बल्कि उनसे प्रेरणा भी प्राप्त कर सकें।
मिला गोल्ड मेडल
खुदीराम अनुशीलन केंद्र में आयोजित हुए National Weightlifting Championship में राखी हल्दर ने 210 किग्रा का वजन उठाने में कामयाबी हासिल की। वैसे, बीते वर्ष यानी कि 2019 के जून में भी राखी हल्दर ने स्वर्ण पदक तब अपने नाम कर लिया था, जब उन्होंने राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप में स्नैच में 94 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 120 किग्रा वजन उठाकर कुल 214 किग्रा वजन उठाया था। तब भी राखी हल्दर ने खूब सुर्खियां बटोरी थीं। इस टूर्नामेंट जो राखी ने अंक हासिल किये, 2020 टोक्यो ओलिंपिक के लिए कट तैयार करते वक्त ये अंक उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होंगे। हाल ही में हुए नेशनल वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में स्नैच में 93 किग्रा वजन को उठाने में राखी को सफलता मिली। इसके बाद राखी ने क्लीन और जर्क में भी 117 किग्रा का वजन उठा लिया। इस तरह से उन्होंने 210 किग्रा का वजन उठाने के साथ ही स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया।
सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
राखी हल्दर रेलवे स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड का एक भारतीय महिला भारोत्तोलक के तौर पर प्रतिनिधित्व करती हैं। राष्ट्रीय भारोत्तोलन विजेता राखी को इस दौरान दूसरा स्थान हासिल हुआ। हालांकि, राखी हल्दर का सर्वश्रेष्ठ व्यक्गित प्रदर्शन बीते दिसंबर में देखने को मिला था, जब उन्होंने कतर इंटरनेशनल कप में न केवल कांस्य पदक जीते थे, बल्कि इस दौरान उन्होंने दो नये राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी कायम कर दिये थे। राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप की चैंपियन रह चुकीं इंडियन वूमेन वेटलिफ्टर राखी हल्दर ने स्नैच के साथ कुल भार में उस दौरान अपने करियर के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में पहले से सुधार लाया था और 95 किग्रा स्नैच में, जबकि 123 किग्रा क्लीन एंड जर्क में भार उठाने के साथ कुल 218 किग्रा का वजन उठाकर इतिहास रच दिया था।
लगा रही हैं एड़ी-चोटी का जोर
राखी हल्दर पश्चिम बंगाल की रहने वाली हैं। पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने वेटलिफ्टिंग में शानदार प्रदर्शन किया है, जिसकी बदौलत उन्होंने अपनी एक खास पहचान बना ली है। राखी हल्दर ने हाल ही में कोलकाता में सीनियर वीमेंस नेशनल वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने के बाद कहा था कि उनकी बाईं जांघ में दर्द होने की वजह से वे बहुत अच्छी तरह से वजन नहीं उठा सकीं, मगर वे अपने प्रदर्शन को और निखारने की कोशिश कर रही हैं। साथ ही ओलिंपिक के लिए भी क्वालीफाई करने के लिए उन्होंने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है। ओलिंपिक क्वालीफायर लिस्ट में नेशनल वेटलिफ्टिंग चैंपियन राखी हल्दर 19वें स्थान पर हैं।
राष्ट्रमंडल खेलों में
रेलवे की कर्मचारी राखी हल्दर ने बीते सितंबर में थाईलैंड के पट्टाया में हुए विश्व चैंपियनशिप में कुल 214 किग्रा वजन उठाने में सफलता हासिल की थी। हाल ही में पूर्व वर्ल्ड चैंपियन और राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीत चुकीं सैखोम मीराबाई चानू ने नेशनल वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में अपना ही रिकॉर्ड तोड़ते हुए 49 किग्रा वर्ग में 203 किग्रा कुल वजन उठाया था और गोल्ड मेडल जीत लिया था। वर्ष 2020 में टोक्यो में होने जा रहे ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई करने के लिए किसी भी वेटलिफ्टर को नवंबर 2019 से अप्रैल 2020 तक 6 माह के तीन पीरियड में हरेक में से कम-से-कम एक में प्रतिभाग करना जरूरी है। कुल मिलाकर यह 6 महीने का होना चाहिए और इस दौरान उस वेटलिफ्टर को कम-से-कम एक गोल्ड और एक सिल्वर मेडल जीतना जरूरी है।
कारवां बढ़ता गया
इंडियन वूमेन वेटलिफ्टर राखी हल्दर का जन्म 7 जून, 1993 को पश्चिम बंगाल में हुआ था। उन पर बचपन से ही खेल के क्षेत्र में ही करियर बनाने का जुनून सवार था। राखी हल्दर को वेटलिफ्टिंग में अपनी क्षमता के बल पर रेलवे की नौकरी भी प्राप्त हुई और रेलवे की ओर से खेलते हुए वे देश का मान बढ़ा रही हैं। राखी हल्दर को उज्बेकिस्तान के ताशकंद में 2016 में आयोजित हुए सीनियर एशियन वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में चैथा स्थान हासिल हुआ था। इसी वर्ष उन्होंने मलयेशिया के पेनांग में आयोजित कॉमनवेल्थ सीनियर वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में कास्य पदक अपने नाम किया था। साथ ही इसी वर्ष राखी हल्दर तमिलनाडु के नागरकोल में हुए सीनियर नेशनल वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने में कामयाब रही थीं। इसके अलावा कर्नाटक के मूडबिदरी में 2017 में आयोजित हुए सीनियर नेशनल वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में राखी हल्दर ने गोल्ड मेडल जीता था।
चलते-चलते
इंडियन वूमेन वेटलिफ्टर राखी हल्दर आज किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं, क्योंकि वे न केवल नेशनल वेटलिफ्टिंग चैंपियन हैं, बल्कि उनका शानदार प्रदर्शन लगातार जारी है। राखी का खेल बाकी खिलाड़ियों को भी प्रेरित करने वाला है।