इतिहास इस बात का साक्षी है की जब भी कोई क्रांति किसी देश में हुई है तो उसका प्रभाव युवा वर्ग और उसके भविष्य पर सबसे अधिक होता है। कुछ इस प्रकार का ही प्रभाव वर्ष 1980 के बाद भारत में दिखाई दिया। यह वह समय था जब सूचना और प्रसारण क्रांति का प्रभाव भारत में भी दिखाई दे रहा था। कागज और कलम के स्थान पर लोग अब कंप्यूटर स्क्रीन, की बोर्ड और माउस का इस्तेमाल सीख रहे थे। इस तकनीकी क्रांति ने युवा वर्ग के सामने रोजगार के नए अवसर खोल कर रख दिये थे। इन अवसरों के लिए विभिन्न प्रकार के कोर्स भी शुरू किए गए। स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर नए शुरू किए गए कोर्स में से एक प्रचलित कोर्स है मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लिकेशन यानि एमसीए ।
एमसीए की जानकारी:
दरअसल एमसीए कंप्यूटर तकनीक के क्षेत्र का स्नातकोत्तर कोर्स है जिसे कंप्यूटर स्नातक ही कर सकते हैं। शुरुआत में यह कोर्स तीन वर्ष का होता था, लेकिन अब कुछ संस्थान इसे दो वर्ष का भी करवाते हैं। इस कोर्स में प्रोग्रामिंग भाषा जैसे सी, सी++, जावा, डॉट नेट आदि में भी शिक्षा दी जाती है। इसी प्रकार पीएचपी, सीएसएस, जावास्क्रिप्ट, एचटीएमएल आदि जैसे क्षेत्र में विशेषज्ञता प्राप्त की जाती है।
एमसीए के बाद क्या करें :
जो छात्र सफलता से एमसीए कर लेते हैं उनके लिए रोजगार के अनेक अवसर खुल जाते हैं। एमसीए करने वाले छात्र कंप्यूटर और सूचना के क्षेत्रों में देश और विदेश में सरलता से अपना कैरियर बना सकते हैं । इस कोर्स को करने वाले छात्र निम्न पदों के लिए तैयार हो सकते हैं :
- सिस्टम डेवेलपमेंट अधिकारी:
सॉफ्टवेयर के डिजाइन और निर्माण का कार्य समहालते हैं । ,
- सॉफ्टवेयर डेवेलपर:
सॉफ्टवेयर का जरूरत के अनुसार डिजाइन तैयार करते हैं।
- एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर इंजीनियर:
आईटी प्रोडक्टस और सेवाओं के संबंध में तकनीकी बारीकियों का इस्तेमाल करते हुए निर्माण की रूपरेखा तैयार करते हैं।
- हार्डवेयर टेक्नोलॉजी इंजीनियर :
कंप्यूटर और संबन्धित उपकरणों के हार्डवेयर से संबन्धित कार्यों के ज़िम्मेदारी देखते हैं।
विभिन्न प्रकार की वेब साइट को डिजाइन, डेवेलपमेंट और देखभाल का काम करते हैं।
- नेटवर्किंग अधिकारी:
कार्यालयों में विभिन्न डिजिटल उपकरणों की नेटवर्किंग की ज़िम्मेदारी होती है।
- प्रोजेक्ट अधिकारी:
किसी एक विशेष प्रोजेक्ट के डिजाइन, निर्माण और देखभाल का काम करते हैं।
- सिस्टम एनेलिस्ट:
व्यवसाय की सफलता और कुशलता में वृद्धि करने के लिए विभिन्न तकनीकी हलों का निर्माण करते हैं।
- सॉफ्टवेयर प्रोग्रामर:
विभिन्न प्रकार के सॉफ्टवेयर की तकनीकी भाषा को लिखने का काम करते हैं।
- ट्रबलशूटर:
किसी भी संस्थान की जीवन रेखा समझे जाने वाले हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की देखभाल का काम करते हैं।
- टेक्निकल राइटर:
तकनीकी भाषा का इस्तेमाल करके प्रॉडक्ट और सेवाओं की समीक्षा करने में समर्थ होते हैं।
- सॉफ्टवेयर कंसल्टेंट:
किसी कंपनी या संस्थान के लिए उपयोगी सॉफ्टवेयर की उपलब्धता और उसकी बाद की देखभाल का कार्य करते हैं।
कहाँ मिलेगी एमसीए को नौकरी :
जो छात्र सफलता से एमसीए का कोर्स पूरा कर लेते हैं उन्हें विभिन्न सरकारी, सार्वजनिक और निजी कंपनियों और संस्थानों में बहुत अच्छे वेतन पर कार्य मिल जाता है। कुछ प्रतिष्ठित कंपनियों में एनटीपीसी, गेल, जैसी सरकारी कंपनियाँ हैं जो अपने यहाँ कंप्यूटर तकनीक के जानकारों को काम देतीं हैं। इसके अतिरिक्त एसेंटर, इन्फोसिस, विप्रो, टीसीएस, कोग्निजीएंट, आईबीएम, अमरीकन एक्स्प्रेस, एचसीएल, एचपी आदि जैसी निजी कंपनियाँ एमसीए उत्तीर्ण छात्रों को अपने यहाँ ऊंचे पद और वेतन पर नियुक्त करतीं हैं। एक अनुभव रहित एमसीए भी कम से कम दो से चार लाख का पैकेज प्राप्त कर लेता है और अनुभवी एमसीए के लिए अंतहीन आकाश है उड़ने के लिए।