भारत के पड़ोसी मुल्क म्यांमार के राष्ट्रपति की भारत यात्रा हाल ही में हुई है। इस दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत आये म्यांमार के राष्ट्रपति यू विन मिंट की मौजूदगी में राजधानी नई दिल्ली में भारत-म्यांमार के बीच MOUs पर हस्ताक्षर किये गये हैं। इन MOUs की संख्या 10 है और ये सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे परीक्षार्थियों के लिए महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं में इनसे सवाल पूछे जा सकते हैं। तो आइए जानते हैं, भारत और म्यांमार के बीच हुए इन 10 आपसी सहयोग के समझौतों के बारे में:
1. व्यक्तियों की तस्करी की रोकथाम, बचाव, वसूली, प्रत्यावर्तन और तस्करी के पीड़ितों के फिर से एकीकरण के लिए एमओयू
इस एमओयू पर भारत की ओर से म्यांमार में भारत के राजदूत सौरभ कुमार, जबकि म्यांमार की ओर से भारत में म्यांमार के राजदूत मोई क्याऊ आऊंग ने हस्ताक्षर किये। दोनों देशों के बीच इस एमओयू के तहत न केवल बढ़ती मानव तस्करी पर अंकुश लगाने के प्रयास किये जाएंगे, बल्कि इसकी चपेट में लोगों को आने से रोकने और उनसे होने वाली वूसली को रोकने की भी कोशिशें की जाएंगी।
2. त्वरित प्रभाव परियोजनाओं (QIP) के कार्यान्वयन के लिए भारतीय अनुदान सहायता
जिन परियोजनाओं को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाना है, ताकि दोनों देशों के नागरिकों को उनका लाभ मिल सके, उनके तेजी से क्रियान्वयन के लिए भारत की ओर से अनुदान देकर मदद किये जाने के संबंध में आपसी सहयोग के इस समझौते पर हस्ताक्षर दोनों देशों के प्रतिनिधियों की ओर से किये गये हैं।
3. म्राउक ऊ टाउनशिप अस्पताल में भस्मक के निर्माण के लिए और ओओ टाउनशिप अस्पताल एवं राखिन राज्य विकास कार्यक्रम के तहत जीवा टाउनशिप में बीज भंडारण घरों व पानी की आपूर्ति प्रणालियों के निर्माण के लिए राखिन राज्य और यंगून में भारत के दूतावास के बीच परियोजना समझौता
अपने इस पड़ोसी देश के प्रति भारत की चिंताओं की यह MoU दर्शाता है, जिसमें म्यांमार में कई परियोजनाओं को पूरा करने के लिए भारत की ओर से प्रतिबद्धता जताई गई है, ताकि वहां भी विकास का चक्का घूमता रहे।
4. राखिन राज्य विकास कार्यक्रम के तहत राखिन राज्य के पांच टाउनशिप में सौर ऊर्जा द्वारा बिजली के वितरण के लिए राखिन राज्य और यंगून में भारत के दूतावास के बीच परियोजना समझौता
सौरभ कुमार ने भारत की ओर से और मोई क्याऊ आऊंग ने म्यांमार की ओर से आपसी सहयोग के इस समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं, जिसमें सौर ऊर्जा के इस्तेमाल को म्यांमार में प्रोत्साहित करने और इससे वहां के लोगों को बिजली उपलब्ध कराने को लेकर भारत की ओर से सहयोग का वचन दिया गया है।
5. राखिन राज्य विकास कार्यक्रम के तहत बुटाहेदुंग टाउनशिप में कवलियांग-ओह्ल्फ्यू रोड और कयांग ताउंग क्यो पांग रोड के निर्माण के लिए परियोजना समझौता
म्यांमार में बुटाहेदुंग टाउनशिप में परिवहन के साधनों की समस्य अच्छे रोड नहीं होने की वजह से है। ऐसे में कवलियांग-ओह्ल्फ्यू रोड और कयांग ताउंग क्यो पांग रोड भारत की मदद से बन जायेगा और लोगों की समस्याएं दूर हो जाएंगी।
6. राखिन राज्य विकास कार्यक्रम के तहत प्री-स्कूल के निर्माण के लिए समाज कल्याण, राहत और पुनर्वास मंत्रालय और यंगून में भारत के दूतावास के बीच परियोजना समझौता
म्यांमार के राखिन राज्य में शिक्षा का स्तर भी सुधरे और वहां के बच्चे भी शिक्षा का लाभ ले सकें, इस दिशा में भी भारत की ओर से मदद की जा रही है और आपसी सहयोग के इस समझौते के तहत भारतीय दूतावास वहां प्री-स्कूल का निर्माण करवाने जा रहा है।
7. लकड़ी की तस्करी के खिलाफ लड़ाई और बाघों व अन्य वन्यजीवों के संरक्षण को लेकर संयुक्त सहयोग के लिए एमओयू
म्यांमार में जो लकड़ी की तस्करी किये जाने और बाघों के साथ अन्य वन्यजीवों का शिकार तेजी से बढ़ा है, उस पर रोक लगाने के लिए भी भारत की ओर से म्यांमार की मदद की जायेगी।
8. पेट्रोलियम उत्पादों के क्षेत्र में सहयोग के लिए भारत और म्यांमार के विद्युत व ऊर्जा मंत्रालय के बीच एमओयू
भारत की ओर से इस एमओयू पर पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्रालय में संयुक्त सचिव सुनील कुमार, जबकि म्यांमार की ओर से म्यांमार के विद्युत व ऊर्जा मंत्रालय के तेल व गैस योजना विभाग के महानिदेशक यू थान जाऊ द्वारा हस्ताक्षर किये गये।
9. कम्यूनिकेशन के क्षेत्र में सहयोग के लिए भारत के केंद्रीय संचार मंत्रालय और म्यांमार के परिवहन व संचार मंत्रालय के बीच एमओयू
भारत की ओर से इस एमओयू पर संचार मंत्रालय के टेलीकम्यूनिकेशन विभाग के सचिव अंशु प्रकाश, जबकि म्यांमार की ओर से म्यांमार के भारत में राजदूत मोई क्याऊ आऊंग द्वारा हस्ताक्षर किये गये। इस समझौते के अंतर्गत कम्यूनिकेशन के क्षेत्र में म्यांमार में भारत की ओर से मदद की जायेगी।
10. स्वास्थ्य अनुसंधान के क्षेत्र में सहयोग के लिए Indian Council of Medical Research (ICMR) और म्यांमार के स्वास्थ्य व खेल मंत्रालय के मेडिकल रिसर्च डिपार्टमेंट के बीच एमओयू
भारत की ओर से इस एमओयू पर आईसीएमआर के प्रोफेसर बलराम भार्गव, जबकि म्यांमार की ओर से म्यांमार के भारत में राजदूत मोई क्याऊ आऊंग द्वारा हस्ताक्षर किये गये। इस समझौते के अंतर्गत स्वास्थ्य अनुसंधान के क्षेत्र में म्यांमार में भारत अपनी ओर से और सहायता प्रदान करेगा।
निष्कर्ष
म्यांमार के राष्ट्रपति की भारत यात्रा के दौरान भारत-म्यांमार के बीच जो MoUs पर हस्ताक्षर किये गये हैं, इनसे दोनों देशों के बीच के रिश्ते और मजबूत होंगे। साथ ही दोनों देश दक्षिण पूर्व एशिया में अपना प्रभाव और बढ़ा पाएंगे।