भारतीय वायुसेना ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाक अधिकृत कश्मीर स्थित बालाकोट में आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक करके दिखा दिया कि वह किसी भी ऑपरेशन को अंजाम देने में कितनी सक्षम है। भारतीय वायुसेना में यदि आप भी शामिल होना चाहते हैं तो इसके लिए एयर फोर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट (AFCAT) का आयोजन किया जाता है। इसके जरिये अलग-अलग वर्गों में परमानेंट कमीशन एवं शॉर्ट सर्विस कमीशन के अवसर मिल जाते हैं। हालांकि, संघ लोक सेवा आयोग की ओर से भी भारतीय वायुसेना में कमीशन अधिकारी के तौर पर नियुक्ति के लिए सीडीएस व एनडीए की परीक्षा आयोजित करवाई जाती है।
एयर फोर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट के बारे में
- महिलाएं एवं पुरुष दोनों आवेदन कर सकते हैं।
- फ्लाइंग टेक्निकल व ड्यूटी ब्रांच में कमीशन ऑफिसर के पदों पर नियुक्ति के लिए इसमें पास होना जरूरी है।
- साल में दो बार एफकैट का आयोजन होता है। आवेदन मई और दिसंबर में शुरू होते हैं।
- फरवरी और अगस्त में ऑनलाइन टेस्ट होता है। यह आईटी आधारित होता है।
- ऑफिसर काडर के लिए एफकैट, जबकि एयरमैन काडर के लिए शेड्यूल्ड टेस्ट फॉर एयरमैन रिक्रूटमेंट (STAR) का आयोजन होता है।
- दोनों के लिए लिखित परीक्षा अब ऑनलाइन ही होती है।
- अब देशभर में इसके लिए 760 परीक्षा केंद्र बना दिये गये हैं।
- हर छः माह पर इस टेस्ट में शामिल होने वाले करीब 6 लाख प्रतिभागियों को अब टेस्ट के लिए कम दूरी की यात्रा करनी पड़ेगी।
AFCAT योग्यता
- गणित व भौतिकी के साथ 12वीं पास हों।
- ब्रांच के मुताबिक न्यूनतम 60 फीसदी अंकों के साथ बीटेक/बीई/स्नातक/बीकॉम की डिग्री हो।
- फ्लाइंग, ग्राउंड ड्यूटी ब्रांच (टेक्निकल/नॉन टेक्निकल) में भर्ती के लिए उपरोक्त अर्हताओं के साथ उम्मीदवारों की उम्र 20 से 24 साल की होनी चाहिए।
ग्राउंड ड्यूटी टेक्निकल
- इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन या फिर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियर्स से ग्रेजुएशन मेंबरशिप उत्तीर्ण हो।
- इलेक्ट्रॉनिक्स व मैकेनिकल शाखाओं के लिए इसके तहत भर्ती होती है।
- गणित व भौतिकी में न्यूनतम 60 फीसदी अंकों के साथ इंडस्ट्रियल/मैकेनिकल/एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में 4 साल की डिग्री हो।
- उम्र 20 से 26 साल तक हो।
एडमिनिस्ट्रेशन एंड लॉजिस्टिक्स
- 60 फीसदी अंकों के साथ स्नातक या फिर परास्नातक यानी कि पोस्ट ग्रेजुएट हों।
- अकाउंट्स के लिए वाणिज्य में स्नातक/पीजी सीए/आईसीडब्ल्यू पास हों।
- एजुकेशन शाखा के लिए 50 फीसदी अंकों के साथ पोस्ट ग्रेजुएट हों और उम्र 20 से 26 साल की हो।
- मेटेरोलॉजी के लिए पोस्ट ग्रेजुएट हों और उम्र 20 से 26 साल तक हो।
एनसीसी विशेष एंट्री (NCC Special Entry)
- एनसीसी एयर विंग सीनियर डिवीजन का ‘सी’ सर्टिफिकेट हो।
- बाकी योग्यता फ्लाइंग शाखा के मुताबिक ही है।
- उम्र 20 से 24 साल की होनी चाहिए।
AFCAT के लिए चयन प्रक्रिया
- पहले लिखित परीक्षा होती है।
- फिर इंजीनियरिंग नॉलेज टेस्ट के तहत टेक्निकल ब्रांच, इंटेलिजेंस टेस्ट, ग्रुप टेस्ट, साइकोलॉजिकल टेस्ट, मेडिकल टेस्ट एवं इंटरव्यू आदि चरणों से गुजरना होता है।
- लिखित परीक्षा में न्यूनतम योग्यता हासिल करने वाले उम्मीदवारों की सूची बनती है।
- सफल उम्मीदवारों को चयन बोर्ड द्वारा बुलाया जाता है।
- एनसीसी विशेष एंट्री एवं मेटेरोलॉजी के उम्मीदवारों को सीधे एएफएसबी के देहरादून के एक, मैसूर के दो, गांधीनगर के तीन और वाराणसी के चार केंद्रों में से किसी एक पर बुलाया जाता है।
- फ्लाइंग शाखा के उम्मीदवारों को केवल वाराणसी, मैसूर और देहरादून शाखाओं में ही आमंत्रित किया जाता है।
एएफएसबी टेस्ट (AFSB Test)
- पहले चरण में स्क्रीनिंग टेस्ट के तहत ऑफिसर इंटेलिजेंस रेटिंग टेस्ट पिक्चर परसेप्शन व चर्चा परीक्षण के साथ दस्तावेजों का भी परीक्षण होता है।
- दूसरे चरण में दोपहर बाद साइकोलॉजिकल टेस्ट होता है और फिर अगले पांच दिनों तक ग्रुप डिस्कशन और साक्षात्कार चलता है।
- फ्लाइंग ब्रांच में कंप्यूटराइज्ड पायलट सेलेक्शन सिस्टम (CPSS) से अनुशंसित हुए प्रतिभागियों को प्राथमिकता मिलती है।
अन्य जरूरी बातें
- उम्र 25 साल से कम हो तो आप अविवाहित होने चाहिए।
- पुरुषों के लिए लंबाई 157.5 सेंटीमीटर एवं महिलाओं के लिए 152 सेंटीमीटर होनी चाहिए।
- रतौंधी न हो और न ही चश्मा लगा हो।
- प्रशिक्षण के वक्त रु 56 हजार 100 का स्टाइपेंड मिलता है और नियक्ति के बाद लेवल 10 के अनुसार वेतन।
- अन्य जरूरी जानकारी हेतु www.careerairforce.nic.in और afcat.cdac.in/AFCAT चेक करें।