साप्ताहिक करेंट अफेयर्स 22 मार्च 2021 से 28 मार्च 2021

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current affairs in Hindi


कुंभ मेला: हरिद्वार

• Covid -19 के मध्य कुम्भ मेले का आयोजन हरिद्वार(उत्तराखंड) में किया जा रहा है , इस मेले में covid सुरक्षा के सभी नियमो का कड़ाई से पालन किया जा रहा है।

• कुम्भ मेले का आयोजन हिन्दू सनातन धर्म के अनुसार प्राचीन काल से किया जा रहा है। ह्वेनसांग के उपलब्ध लिखित प्रथम प्रमाण के अनुसार इसका आयोजन 6वी शताब्दी में सम्राट हर्षवर्धन के समय में किया गया था।

• कुम्भ मेला, UNESCO की ‘विश्व सांस्कृतिक धरोहर’ सूची में शामिल है, इसके अतिरिक्त भारत के अन्य 12 सांस्कृतिक प्रतीक भी इस सूची में शामिल है।

• कुम्भ मेले का आयोजन प्रत्येक 3 वर्ष के बाद क्रमशः प्रयागराज(गंगा, यमुना, सरस्वती नदी तट), हरिद्वार(गंगा नदी तट), उज्जैन(शिप्रा नदी तट) तथा नासिक(गोदावरी) आदि में किया जाता है।

• कुम्भ का तात्पर्य ‘घड़े’ या ‘कलश’ से होता है, प्राचीनकाल में समुद्र मंथन के बाद हुए देव-असुर संग्राम में ‘अमृत कलश’ से अमृत से की कुछ बूंदे धरती की तीन नदियों में जिस -जिस स्थानों में गिरी थी, वहां कुम्भ मेले का आयोजन किया जाता है। ये नदियां हैं , गंगा-यमुना-सरस्वती(प्रयागराज) , गंगा (हरिद्वार), शिप्रा(उज्जैन) तथा गोदावरी(नासिक)।

• उज्जैन में आयोजित होने वाले कुंभ मेले को ‘सिंहस्थ कुम्भ ” कहा जाता है।प्रयागराज में प्रत्येक 6 वर्ष के बाद ‘अर्धकुंभ’ तथा बारह वर्षों के बाद ‘पूर्ण कुम्भ’ मेले का आयोजन किया जाता है।

बिहार दिवस -22 मार्च

• बिहार दिवस मनाने की शुरुआत 2005 में तत्कालिक मुख्यमंत्री नितीश कुमार के द्वारा की गयी थी। बिहार देश के उन राज्यों में से एक है जो स्वतंत्रता से पूर्व अस्तित्व में थे।

• 22 मार्च 1912 को अंग्रेजी हुकूमत ने बिहार को बंगाल से पृथक करके एक अलग राज्य का दर्जा दिया था। बिहार का कुल भौगोलिक क्षेत्र लगभग 93.60 लाख हेक्टेयर है तथा ‘पटना’ बिहार की राजधानी है।

• प्राचीनकाल से ही बिहार विभिन्न भारतीय धर्मो की संस्कृति का केंद्र रहा है , यहाँ पर राजगीर, नालंदा, वैशाली, पावापुरी, बोधगया, विक्रमशिला, पटना , सासाराम जैसे प्रमुख स्थल हैं।

सिंधु जल संधि (IWT)

• भारत और पाकिस्तान के बीच प्रवाहित ‘सिंधु जल प्रणाली’ में जल का वितरण ‘सिंधु जल संधि (IWT)’ के द्वारा किया जाता है। इसी सम्बन्ध में प्रत्येक वर्ष एक बैठक प्रस्तावित होती है , जो जल्द ही आयोजित होने वाली है।

• इस बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व सिंधु जल आयुक्त प्रदीप कुमार सक्सेना करेंगे। सिंधु प्रणाली में मुख्यतः सिंधु, झेलम, चिनाब, रावी, ब्यास और सतलज नदियाँ शामिल हैं।

• 19 सितंबर, 1960 को कराची (पाकिस्तान) में पुनर्निर्माण और विकास के लिए विश्व बैंक की मध्यस्थता में भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब खान द्वारा सिंधु जल संधि (IWT)पर हस्ताक्षर किए गए थे।

विश्‍व क्षयरोग दिवस -24 मार्च

• 24 मार्च 1882 में क्षय रोग (TB) के जीवाणु की खोज डॉ. रॉबर्ट कोच ने की थी। इस दिन प्रतिवर्ष विश्व स्वास्थ्य संगठन (डबल्यूएचओ) के तत्वाधान में पूरे विश्व में टीबी से संबंधित कई कार्यक्रम चलाए जाते हैं।

• क्षयरोग दिवस का मुख्य उद्देश्य क्षयरोग/तपेदिक से स्वास्थ्य, समाज और अर्थव्यवस्था को होने वाले नुकसान के प्रति लोगो में जागरूकता बढ़ाना तथा इस वैश्विक महामारी की रोकथाम के लिये किये जा रहे प्रयासों में तेज़ी लाना है।

• वर्ष 2021 के लिए इसकी थीम ‘द क्लॉक इज टिकिंग’ रखी गई है।डब्ल्यूएचओ की एक रिपोर्ट के अनुसार विश्वभर में हर दिन औसतन 4000 लोगों की मौत सिर्फ इस जानलेवा बीमारी के चलते हो जाती है।

67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार – 2019

• Covid -19 के चलते 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार का आयोजन एक वर्ष की देरी के साथ 22 मार्च 2021 को किया गया है। इन पुरस्कारों की घोषणा केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने की है।

• सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म- ‘मरक्कर: लॉयन ऑफ द अरेबियन सी’ (मलयालम फिल्म).

• सर्वश्रेष्ठ अभिनेता – धनुष और मनोज बाजपेयी (संयुक्त रूप से).

• सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री – कंगना रनौत(‘मणिकर्णिका और ‘पंगा’).

• सर्वश्रेष्ठ गायक – बी प्राक – तेरी मिट्टी(केसरी).

• सर्वश्रेष्ठ सिनेमैटोग्राफी- जल्लीकट्टू (मलयालम फिल्म).

• सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म – छिछोरे.

• राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भारत में सिनेमा के क्षेत्र में दिया जाने वाला सबसे बड़ा पुरस्कार है। इसकी स्थापना 10 अक्टूबर 1954 में की गयी थी।

• फिल्म समारोह निदेशालय, भारत सरकार के द्वारा यह पुरस्कार प्रदान किया जाता है।

शहीद दिवस – 23 मार्च

• 23 मार्च 1931 को अंग्रेजो ने भारतीय स्वतंत्रता सेनानी भगतसिंह, सुखदेव और राजगुरु को फांसी में चढ़ा दिया था।

• उस समय और आज भी भगतसिंह, सुखदेव और राजगुरु भारतीय युवाओं के आदर्श थे और हैं , उनकी देश के लिए शहादत को याद करने के उद्देश्य से प्रत्येक वर्ष 23 मार्च को ‘शहीद दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।

• शहीद दिवस का महत्व आज की पीढ़ी के लिए इसलिए भी बढ़ जाता है क्योकि हम आधुनिकता के इस दौर में उन लोगो के बलिदान और प्रयासों को भूलते जा रहे हैं, जिन्होंने अपनी जान केवल इस आधार पर कुर्बान कर दी की हमारी आने वाली नस्ले आजादी की खुली हवा में साँस ले सके।

वर्ल्ड हैपीनेस रिपोर्ट-2021

• हाल ही में , संयुक्त राष्ट्र ने वर्ल्ड हैपीनेस पर अपनी रिपोर्ट जारी की है, इस रिपोर्ट को ‘वर्ल्ड हैपीनेस रिपोर्ट-2021’ नाम दिया गया है।

• यह रिपोर्ट 149 देशों में किये गए सर्वे के आधार पर तैयार की गयी है , इस रिपोर्ट के अनुसार फ़िनलैंड विश्व का सबसे खुशहाल देश है।

• भारत को इस रिपोर्ट में 139वां स्थान मिला है, सबसे कम खुशहाल देशो में अफगानिस्तान का स्थान सबसे ऊपर है।

• इस रिपोर्ट के आधार पर दक्षिण एशिया में नेपाल 87वें, बांग्लादेश 101वें, पाकिस्तान 105वें, म्यांमार 126वें और श्रीलंका 129वें स्थान पर है।

• वर्ल्ड हैपीनेस रिपोर्ट, संयुक्त राष्ट्र की ‘सस्टेनेबल डेवलपमेंट सॉल्यूशन्स नेटवर्क’ विंग के द्वारा तैयार की जाती है. इस रिपोर्ट का आधार’ जीवन की गुणवत्ता, सकारात्मक और नकारात्मक भावों, प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद, हेल्दी लाइफ एक्सपेक्टेंसी और नागरिकों की राय आदि है।

विश्व जल दिवस – 22 मार्च

• ‘जल है तो कल है’ जल की महत्वता को जन-जन तक पहुंचाने के लिए तथा निकट भविष्य में इसकी कमी की ओर लोगो का ध्यान खींचने के उद्देश्य से ‘विश्व जल दिवस’ का आयोजन किया जाता है।

• साल 1992 में रियो डि जेनेरियो में आयोजित पर्यावरण तथा विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (UNCED) में ‘विश्व जल दिवस” को मनाये जाने के विचार को संस्तुति प्रदान की गयी थी।

• प्रथम ‘विश्व जल दिवस’ 22 मार्च 1993 को मनाया गया था। साल 2021 की थीम- वेल्यूइंग वॉटर है, इसका लक्ष्य लोगों को पानी का महत्व समझाना है।

• पृथ्वी की सतह पर जो पानी है उसमें से केवल 3% पानी ही पीने योग्य है जिसमें से 2.4 प्रतिशत ग्लेशियरों और उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव में जमा हुआ है और केवल 0.6 प्रतिशत पानी नदियों, झीलों और तालाबों में है जिसे इस्तेमाल किया जा सकता है।

साहित्यकार शरद पगारे ‘व्यास सम्मान’ से सम्मानित

• केके बिड़ला फाउंडेशन की तरफ से साल 2020 के लिए ‘व्यास सम्मान’ के लिए वरिष्ठ साहित्यकार शरद पगारे के नाम की घोषणा की गयी है।

• साहित्यकार शरद पगारे को यह सम्मान वर्ष 2010 में आए उनके उपन्यास ‘पाटलिपुत्र की सम्राज्ञी’ के लिए दिया जा रहा है।

• प्रोफेसर शरद पगारे का जन्म 05 जुलाई 1931 को खंडवा मध्य प्रदेश में हुआ था। वे इतिहास के प्रतिष्ठित विद्वान, शोधकर्ता और एक प्रतिभावान अध्यापक रहे हैं।

• शरद पगारे को मध्यप्रदेश साहित्य अकादमी, भारतभूषण सम्मान के अतिरिक्त कई अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।

• व्यास सम्मान की स्थापना साल 1991 में केके बिड़ला फाउंडेशन द्वारा की गई थी। यह सम्मान किसी भारतीय लेखक को पिछले दस वर्ष के भीतर प्रकाशित उसकी किसी उत्कृष्ट कृति को मिलता है।

चलते चलते

• विश्व गौरैया दिवस किस तिथि को मनाया जाता है?- 20 मार्च

• अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस का आयोजन किस तिथि को किया जाता है?- 21 मार्च

• हाल ही में ,केंद्रीय राज्य मंत्री आर.के. सिंह ने LED बल्ब से सम्बंधित किस योजना की शुरुआत की है?- ‘ग्राम उजाला’

• स्वतंत्रता सेनानी और समाजवादी नेता डॉ. राम मनोहर लोहिया की जयंती किस तिथि को मनाई जाती है?- 23 मार्च

• विश्व मौसम विज्ञान दिवस किस तिथि को मनाया जाता है ?- 23 मार्च

• भारत के पहले ‘पशु चिकित्सा एम्बुलेंस नेटवर्क’ की स्थापना किस राज्य द्वारा की गयी है?- आंध्र प्रदेश

• एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन कहाँ स्थित है? – जम्मू-कश्मीर

• हाल ही में , किस भारतीय पैरा-एथलीट ने विश्व शूटिंग पैरा स्पोर्ट वर्ल्ड कप 2021 स्वर्ण पदक जीता है?- सिंहराज

• दुनिया की पहली शिप टनल का निर्माण कहाँ किया जाना प्रस्तावित है ?- नॉर्वे

• भारत के प्रथम अर्ध-सैनिक बल असम राइफल्स का स्थापना दिवस किस तिथि को मनाया जाता है?- 24 मार्च

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