शारीरिक शिक्षा के स्नातकों के लिए करियर के विकल्प

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शारीरिक शिक्षा क्या है?
चिकित्सा विज्ञान में तरक्की के बाद आज हमें मालूम है कि स्वस्थ रहने के लिए शारीरिक व्यायाम अनिवार्य है। इस शारीरिक व्यायाम को अगर छोटी उम्र से ही जीवन शैली में तब्दील कर दिया जाए तो हम देश का भविष्य स्वस्थ हाथों में दे सकते है। व्यायाम का सबसे आसान और मजेदार जरिया है खेलकूद। हर खेल के पीछे विज्ञान जुड़ा है। अगर सही ज्ञान के साथ इसे अपनाया जाए तो इसके अनेक फायदे है। खेल में आप एक अच्छा कॅरियर भी बना सकते है। इसी विज्ञान के अध्ययन को शारीरिक शिक्षा कहते है।

शारीरिक शिक्षा केवल खेलकूद के बारे में नहीं है। यह विज्ञान नीचे दिए गए हर क्षेत्र से जुड़ा हुआ है।

  • शारीरिक व्यायाम
  • मनोरंजन
  • फिटनेस
  • खेल
  • पोषण
  • स्वच्छता

शारीरिक शिक्षा में कौन कौन सी डिग्री प्राप्त कर सकतें है?

शारीरिक शिक्षा के बढ़ते हुए महत्त्व को लेकर इस विषय में स्नातकों की जरुरत बढती जा रही है। इस विषय में आप निम्न डिग्री प्राप्त कर सकते है।

  • Diploma in Physical Education (D.P.Ed)
  • Bachelor of Physical Education (B.P.Ed)
  • Certificate Course on Physical Education (C.P.Ed)
  • Master of Physical Education (M.P.Ed)

शारीरिक शिक्षा में डिग्री प्राप्त करने के बाद कौन सा करियर चुने?

इस डिग्री के बारे में कई लोगों को यह गलतफहमी रहती है कि इन स्नातकों की जरुरत सिर्फ हाई स्कूल या कॉलेज में शिक्षक के तौर पर ही होती है। शारीरिक शिक्षा में डिग्री प्राप्त करने के बाद आपके पास कई करियर विकल्प मौजूद है। ज्यादा गौर करने की बात यह है कि आगे जा कर यह विकल्प और भी बढ़ने वाले है। यहाँ पर मौजूदा हालात में कौन कौन से विकल्प उपलब्ध है इसके बारे में बताया गया है।

कोच
किसी भी खेल में कोच का स्थान अमूल्य होता है। अगर कोच सही हो तो वह एथलिट या खिलाड़ी के कॅरियर को राष्ट्रिय या अंतरराष्ट्रीय स्तर तक ले जा सकता है। पिछले कुछ वर्षों में भारत में क्रिकेट के अलावा अन्य खेलों में भी नए खिलाड़ी उभर रहे है जो ओलिंपिक जैसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का नाम रोशन कर रहे है। इन खिलाडियों से प्रेरित होकर खेल में कॅरियर बनाने की इच्छा रखने वाले लोग बढ़ रहे है। इसी लिए अच्छे कोच की मांग भी बढ़ रही है।

स्पोर्ट्स इंस्ट्रक्टर
यह वे लोग है जो एथलिट को व्यक्तिगत रूप से ट्रेनिंग देते है। इनको किसी एक खेल में महारत हासिल होती है जिससे वे एथलिट के खेल को निखार सकते है। शारीरिक स्वास्थ्य के अलावा ये लोग अच्छे सायकोलॉजिस्ट भी होते है जिससे एथलिट को दबाव में अच्छा प्रदर्शन करने में सहायता मिलती है।

शिक्षक या असिस्टेंट प्रोफेसर
आज हर स्कूल में शारीरिक शिक्षा एक अनिवार्य विषय बन चुका है। इसी लिए हर स्कूल में इस विषय के कम से कम एक शिक्षक की जरुरत होती है। इनका कार्य विद्यार्थीयों को व्यायाम के जरिये स्वस्थ रखना और खेल के प्रति उनकी दिलचस्पी बढ़ाना है। आप सोच सकते है कि जैसे जैसे स्कूल की संख्या बढ़ रही है वैसे ही इस विषय के शिक्षकों की मांग भी बढाती जा रही है। इसके अलावा आप कई खेल और व्यायाम के लिए कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर भी बन सकते है।

संशोधन
अगर आपने इस विषय में PhD की डिग्री प्राप्त की है तो देश के कई खेल संस्थानों में बतौर वैज्ञानिक काम करने का अवसर प्राप्त कर सकते है।
इनके अलावा आप स्पोर्ट्स मेनेजर, फिजिकल थेरेपिस्ट या स्पोर्ट्स जर्नालिस्ट के तौर पर भी काम कर सकते है।

कौन से संस्थान में नौकरी मिल सकती है?
यह एक व्यापक विषय होने के कारण कई संस्थानों में इसके स्नातकों की मांग रहती है। इनमे स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी, स्पोर्ट्स अकादमी, फिटनेस सेंटर इत्यादि शामिल है। अगर आप एक अच्छे एथलिट या खिलाड़ी रह चुके है तो आप निजी तौर पर कंसल्टेशन, ट्रेनिंग या कोचिंग भी दे सकते है।

यह समय है बहाव से अलग होकर कुछ नया सोचने का और नए तरीकों को अपनाने का। इस लिए इस विषय को अपनाये और अच्छी आय वाला और सफल करियर बनाएं।

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