भारतीय संगीत में करियर बनाने के अवसर हैं हजार

3160
Career in Indian Music


आज की तारीख में संगीत केवल एक मनोरंजन का साधन ही नहीं रह गया है, बल्कि इस क्षेत्र में अब करियर बनाने के भी ढेरों विकल्प मौजूद हैं, जो आपको न केवल सम्मान दिलाते हैं, बल्कि आर्थिक रूप से भी आपको मजबूत बनाने वाले साबित हो रहे हैं। Career Counselling के वक्त Indian Music career को लेकर भी आप चाहें तो संगीत में अपनी रुचि का लाभ उठाते हुए जानकारी ले सकते हैं।

इस लेख में आपके लिए है-

  • भारतीय संगीत में करियर विकल्प
  • भारतीय संगीत के लिए कोर्सेज
  • भारतीय संगीत में कोर्सेज कराने वाले कॉलेज
  • भारतीय संगीत में संभावनाएं

भारतीय संगीत में करियर विकल्प

  • Career in Indian Music को लेकर युवाओं के बीच इन दिनों क्रेज तेजी से बढ़ता हुआ दिख रहा है। जो लोग संगीत के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं, उनमें संगीत के प्रति गहरी रूचि होना बहुत ही जरूरी है। यही नहीं, संगीत के साथ वाद्य यंत्रों की भी उन्हें अच्छी समझ होनी चाहिए। मेहनत करने के लिए उन्हें हमेशा तैयार रहना चाहिए।
  • संगीत एक ऐसी चीज है, जिसे इंसानों की सबसे अच्छी खोजों में से एक हम कह सकते हैं। संगीत एक जरिया है अपनी भावनाओं को प्रकट करने का। संगीत एक माध्यम है उन चीजों को अभिव्यक्त करने का, जो हम महसूस करते हैं।
  • यह एक ऐसा क्षेत्र है, जिसमें पूरी तरीके से विशेषज्ञता हासिल करना किसी के लिए भी आसान नहीं है। यही कारण है कि न केवल प्रतिभा, बल्कि कड़ी मेहनत और सच्ची लगन की भी जरूरत इस क्षेत्र में सफलता हासिल करने के लिए पड़ती है। अपनी प्रतिभा को निखारने के लिए आपको नियमित रूप से रियाज करना पड़ता है। यही नहीं, किसी अच्छे संस्थान से इसका प्रशिक्षण भी लेना जरूरी हो जाता है।
  • यह जमाना ऑनलाइन का है, तो संगीत के क्षेत्र में भी ऑनलाइन मार्केटिंग के बढ़ने की वजह से तेजी से विकास देखने के लिए मिल रहा है। संगीत की जब ऑनलाइन मार्केटिंग होती है, तो इससे इसकी लागत में करीब 20 फीसदी की कमी आ जाती है। यही कारण है कि इसकी उम्मीद भविष्य में बढ़ती ही जा रही है।
  • संगीत के क्षेत्र में करियर विकल्प इसलिए मौजूद हैं, क्योंकि एक अनुमान बताता है कि वार्षिक कारोबार संगीत का लगभग 1000 करोड़ रुपए के बराबर पहुंच गया है। जहां तक के संगीत के कारोबार की बात है, तो भारतीय फिल्मों के संगीत की इसमें 40 फ़ीसदी हिस्सेदारी है, जबकि 21 प्रतिशत हिस्सेदारी पुराने फिल्मी गीतों की, 10 फीसदी हिस्सेदारी भक्ति गीतों की और 7 फ़ीसदी हिस्सेदारी क्षेत्रीय फिल्मों के गीतों की है।
  • संगीत जगत के कारोबार के तेजी से बढ़ने के पीछे एक बहुत वजह यह है कि डिजिटल संगीत के प्रति युवाओं का आकर्षण लगातार बढ़ता ही जा रहा है।

भारतीय संगीत के लिए कोर्सेज

Career in Music के लिए रास्ते छोटे से लेकर बड़े शहरों तक में खुले हुए हैं। कहने का मतलब है कि ग्रेजुएशन से लेकर पोस्ट ग्रेजुएशन और सर्टिफिकेट डिप्लोमा एवं पार्ट टाइम कोर्सेज तक इन सभी जगहों पर उपलब्ध है।

  • विश्वविद्यालयों और कॉलेजों से भी संगीत के कोर्सेज किए जा सकते हैं और संगीत अकादमी में भी। स्कूली बच्चों से लेकर युवाओं तक के लिए अलग-अलग तरह के कोर्सेज उपलब्ध है, जिनमें एडमिशन लिया जा सकता है।
  • सामान्यतः सर्टिफिकेट कोर्स की अवधि 1 साल की, ग्रेजुएशन कोर्स की अवधि 3 साल की और पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स की अवधि 2 साल की होती है।
  • दसवीं के बाद संगीत में डिप्लोमा, संगीत में सर्टिफिकेट और वाद्य यंत्र में सर्टिफिकेट जैसे कोर्सेज मौजूद हैं।
  • 12वीं के बाद उपलब्ध कोर्सेज में संगीत में बीए (ऑनर्स), संगीत में बीए और संगीत में ग्रेजुएशन (बी. म्यूजिक) शामिल हैं।
  • संगीत में एमफिल, संगीत में एमए, संगीत में एमए (एम. म्यूजिक) जैसे कोर्सेज ग्रेजुएशन के बाद किए जा सकते हैं।
  • मास्टर्स की डिग्री लेने के बाद संगीत में आप पीएचडी भी कर सकते हैं।

भारतीय संगीत में कोर्सेज कराने वाले कॉलेज

Indian Music career के रूप में अपनाने के लिए देश के निम्नलिखित कॉलेजों और विश्वविद्यालयों से आप संगीत के कोर्सेज कर सकते हैं:-

  • बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी
  • अखिल भारतीय गांधर्व महाविद्यालय, मुंबई
  • प्रयागराज संगीत समिति, प्रयागराज
  • भारतीय कला केंद्र, दिल्ली
  • बनस्थली विद्यापीठ, बनस्थली राजस्थान
  • बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी, बिहार
  • इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय, मध्य प्रदेश
  • दिल्ली यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली
  • पटना यूनिवर्सिटी
  • अजमेर म्यूजिक कॉलेज, अजमेर

भारतीय संगीत में संभावनाएं

Career in Music के लिए आज के वक्त में संभावनाएं कम नहीं हैं। देश-विदेश में आजकल युवा संगीत से जुड़े बैंड बना रहे हैं और परफॉर्म भी कर रहे हैं। गायकों और वाद्य यंत्रों को बजाने वाले कलाकारों के बीच क्या खूब समन्वय देखने के लिए मिल जाता है। छोटे स्तर पर भी बहुत से बैंड्स आज बाजार में उतर आए हैं। स्कूलों और कॉलेजों तक में बैंड्स बनने लगे हैं।

  • बहुत से लोगों की सोच यह है कि जो लोग संगीत के क्षेत्र में करियर बनाते हैं, तकनीकी तौर पर उनके लिए कुछ खास संभावनाएं ही नहीं रहती हैं, जबकि वास्तविकता इससे बिल्कुल ही अलग है। आज की परिस्थितियों में तस्वीर एकदम अलग नजर आती है संगीत के क्षेत्र में भी विकल्पों की अब कोई कमी नहीं रह गई है।
  • टेलीविजन इंडस्ट्री को ही आप देख लें तो यहां म्यूजिक एडिटिंग, ध्वनि रिकॉर्डिंग, प्रोडक्शन, डीजे म्यूजिक और आरजे आदि में संगीत के जानकार एवं अनुभव रखने वाले लोगों की जरूरत हमेशा रहती है।
  • संगीत जानने वालों की मांग डांस बैंड, म्यूजिक शो, कंसल्ट, म्यूजिक कंपीटिशन, टीवी म्यूजिक प्रोग्राम, सिंफनी ऑर्केस्ट्रा, रॉक व जैज ग्रुप, नाइट क्लब एवं आर्म्ड फोर्सेज बैंड्स आदि में भी रहती है।
  • म्यूजिक इंडस्ट्री में कंपोजर, म्यूजिक सॉफ्टवेयर प्रोग्रामर, और म्यूजिशियन जैसे पदों के लिए संगीत के क्षेत्र में पारंगत लोगों की बड़ी मांग रहती है। यही नहीं, म्यूजिक एल्बम रिकॉर्डिंग, म्यूजिक डीलर, म्यूजिक बुक्स के प्रकाशन और म्यूजिक स्टूडियो के अलग-अलग विभागों में भी काम करने के बहुत से अवसर मौजूद होते हैं।
  • स्कूलों, कॉलेजों एवं अन्य संगीत के प्रशिक्षण से जुड़ीं संस्थाओं में भी संगीत शिक्षक के रूप में काम किया जा सकता है। संगीत के क्षेत्र में जिन्होंने विशेषज्ञता हासिल कर रखी है, उनकी यहां बड़ी मांग रहती है। इलेक्ट्रॉनिक म्यूजिक, म्यूजिक थ्योरी, म्यूजिक एजुकेशन, म्यूजिक हिस्ट्री एंड लिटरेचर, म्यूजिक थेरेपी, कंपोजीशन और म्यूजिकोलॉजी आदि में स्पेशलाइजेशन इसके लिए किया जा सकता है।
  • जो बच्चे दिव्यांग हैं या फिर जो लोग मानसिक तनाव से ग्रस्त हैं, उनके इलाज में भी आजकल संगीत थेरेपी का इस्तेमाल किया जा रहा है। संगीत तनाव को दूर करने में बड़ी भूमिका निभाता है। इसके लिए संगीत और थेरेपी की अच्छी तरह से जानकारी होनी बहुत ही जरूरी होती है। नर्सिंग होम, हॉस्पिटल और मेंटल हेल्थ सेंटरों में संगीत के जानकारों के लिए रोजगार के काफी अवसर मौजूद रहते हैं।
  • प्रोडक्शन म्यूजिक, म्यूजिक लाइब्रेरियन, फिल्म इंडस्ट्री, म्यूजिक सॉफ्टवेयर वर्चुअल रियलिटी एनवायरमेंट और म्यूजिक अरेन्जिंग जैसी विधाओं में भी यहां करियर बनाने के अवसर मौजूद हैं।
  • संगीत शोध संस्थाओं, एफएम चैनलों, सरकारी कला विभागों, म्यूजिक कंपनियों और प्रोडक्शन हाउस आदि में नौकरी के लिए प्रयास किये जा सकते हैं।

चलते-चलते

Career in Indian Music किस तरह से संभव है, इसके बारे में इस लेख में आपको हमने हर तरह की जानकारी उपलब्ध करा दी है। ऐसे में यदि आपको भी यह लगता है कि संगीत में आपकी गहरी दिलचस्पी है, तो आपको संगीत के क्षेत्र में करियर बनाने की दिशा में अपने कदम आगे बढ़ाने के बारे में जरूर सोचना चाहिए। नाम और शोहरत दोनों ही चीजें इस क्षेत्र में आपके लिए मौजूद हैं।

Leave a Reply !!

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.