अजंता-ऐलोरा की गुफ़ा

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अजंता -एलोरा की गुफाएं भारतीय इतिहास की सबसे प्राचीनतम और उत्कृष्ट धरोहरों में से एक है। यह बहुत ही प्रसिद्ध और विशालकाय गुफाएं हैं । यह गुफाएं लगभग 200 साल पुराणी हैं । यह गुफाएं भारत में ही नहीं विदेशों में भी बहुत लोकप्रिय हैं । इन गुफाओं की विशेषता उनकी प्रसिद्ध मूर्तियां, हरियाली, और प्राचीनतम चित्रकारी है । इन गुफाओं के समीप वाघूरा नामक नदी बहती है जो बहुत ही आकर्षक है ।

यह गुफाएं पर्यटकों के लिए एक आकर्षक का केंद्र है।यह गुफाएं भारत के महाराष्ट राज्य के पास औरंगाबाद जिले में स्थित है । यह बहुत ही विशालकाय चटानों को काटकर बनायीं गयी हैं। अजंता में लगभग 29 और एलोरा में 34 गुफाएं हैं ।यह कहा जाता है की इन गुफाओं के नीचे एक अन्य शहर भी बसा हुआ है. परन्तु यह किसी को नजर नहीं आता है|

अजंता की गुफ़ा
1. यह गुफा औरंगाबाद से 101 किलोमीटर दूर स्तिथ है। इस गुफा की खोज आर्मी ऑफिसर जॉन स्मिथ ने 1819 में की थी ।

2. इस गुफा में बौद्ध धर्म की कई प्राचीन मूर्तियाँ हैं। इन गुफाओं में विभिन्न प्रकार की सुन्दर और प्राचीन चित्रकारी दीवारों पर सुसज्जित है ।

3. अजंता में बानी गुफा में केवल 6 ही , गुफा संख्या 1 ,2, 9,10,16,17 शेष हैं ।

4. अजंता की गुफा को दो भागों में विभाजन किया गया है , एक भाग में बौद्ध धर्म और दूसरे भाग में महायान संस्कृति पायी जाती है ।

5. कहा जाता है की यह उनीसवीं शताब्दी की गुफाएं हैं , यहाँ की मूर्तियां बहुत ही अद्भुत हैं ।

6. अजंता गुफा में बने चित्र पुराने दौर की याद दिलाती है। अजंता की गुफाओं की मूर्तियों को हथोड़े और चीनी से तराशा गया है , जो बहुत ही अद्भुत और अविस्मरणीय है ।

7. इसमें सबसे ऊँचा ५२ फिट का है । इन सब के रूपों में विभिन्ता है , जो देखी नहीं जाती है । इन में से कई साधारण हैं तो कई अद्भुत हैं ।

एलोरा की गुफ़ा

1. एलोरा की गुफा औरंगाबाद से सिर्फ 30 किलोमीटर दूर है ।

2. इन गुफाओं में बौद्ध, हिन्दू और जैन धर्म का अपना अनोखा संगम देखने को मिलता है ।

3. इस गुफा में सुन्दर मुर्तियॉं हैं, जिन्हें विशेष तरीके से तयार किया गया है । यह गुफाएँ 350 से 750 ईसा पूर्व में सामने आयी थी ।

4. ऐलोरा की गुफा में 30 गुफाएँ है । यह बहुत ही आकर्षक है , जो पयर्टको को अपनी और खिंचती हैं।

5. इन गुफाओं में विशेषकर बौद्ध प्रतिमाएँ हैं जिन्हें देखकर यह लगता हैं की वह आज भी हमारे समुख हैं और हमें शांति और सद्भावना का पाठ पढ़ाते हैं

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