अगर आपने सीबीएसई के 10वीं या 12वीं की परीक्षा पास की है और किसी सब्जेक्ट में आए अपने मार्क्स को लेकर संतुष्ट नहीं हैं। तो इस टेंशन को जाइए भूल, क्योंकि सीबीएसई ने आपके इस प्रॉब्लम का हल भी निकाल लिया है। अब स्टूडेंट अपने मार्क्स को और भी ज्यादा बेहतर करने के लिए दोबारा एग्जाम दे सकते हैं। जी हां, सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन उन सभी स्टूडेंट को दोबारा मौका दे रहा है, जिन्होंने परीक्षा पास तो कर ली है, लेकिन परीक्षा में मिले अपने मार्क्स से नाखुश हैं। ऐसे में स्टूडेंट को अपना लक्ष्य प्राप्त करने का ये दूसरा मौका दे रही है सीबीएसई।
सीबीएसई द्वारा 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए आयोजित इम्प्रूवमेंट एग्जाम से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां
- सीबीएसई इम्प्रूवमेंट एग्जाम केव उन छात्रों के लिए है, जिन्होंने 10वीं या 12वीं की परीक्षा पास की है। जो बच्चे इन परीक्षा में फेल हो गए हैं, उनके लिए ये एग्जाम नहीं है।
- कोई भी स्टूडेंट केवल एक बार ही ये परीक्षा दे सकता है। दूसरे बार ये परीक्षा देने की अनुमति सीबीएसई नहीं देता।
- इम्प्रूवमेंव एग्जाम केवल थ्योरी पेपर के लिए लिया जाता है।
- इसमें सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि इम्प्रूवमेंट एग्जाम अगले साल लिया जाता है। यानी कि अगर किसी छात्र ने साल 2018 में 10वीं या 12वीं की परीक्षा दी और रिजल्ट आने के बाद वो इम्प्रूवमेंट एग्जाम देना चाहता है, ये परीक्षा 2019 में होने वाले परीक्षा के साथ ही ली जाएगी।
- इस परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन भी उस वक्त ही होता है, जब बाकी बच्चों का होता है। इसके लिए छात्र ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। ये रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन अगस्त, सितम्बर या अक्टूबर महीने में की जाती है।
- इस एग्जाम की फीस आपके पिछले साल के रजिस्ट्रेशन फीस के बराबर ही होती है।
- इस एग्जाम में शामिल होने वाले छात्र प्राइवेट छात्र में तौर पर परीक्षा में सम्मिलित किए जाते हैं।
- ये परीक्षा देने के लिए परीक्षार्थी को दोबारा स्कूल या कॉलेज जाने की जरुरत नहीं होती है।
- इम्प्रूवमेंट एग्जाम एडिशनल सब्जेक्ट्स के लिए नहीं लिए जाते हैं।
- इसमें छात्र या तो केवल एक विषय का भी एग्जाम दे सकता है या फिर सभी पांचों विषयों का भी।
नोट– सीबीएसई द्वारा आयोजित इम्प्रूवमेंट एग्जाम को कम्पार्टमेंटल एग्जाम के तौर पर ना लें । ये परीक्षा उससे बिल्कुल अलग है।
मार्क्सशीट– इम्प्रूवमेंट एग्जाम से जुड़ी मार्क्सशीट सभी जगह मान्य है। अगर किसी परीक्षार्थी का इस परीक्षा में मार्क्स अच्छा ना आए तो उस परिस्थिति में उसके पहले वाले मार्क्सशीट भी मान्य होंगे।
ये उन लोगों के लिए एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है, जिन्हें किसी भी कॉम्पिटेटिव एग्जाम में शामिल होने के लिए अच्छे मार्क्स की जरुरत होती है। क्योंकि कई बार छात्र कुछ नंबर की वजह से अच्छे कॉलेज में एडमिशन नहीं ले पाते या किसी कॉम्पिटेटिव एग्जाम में क्वालिफाई नहीं कर पाते, तो ऐसे में ये इम्प्रूवमेंट एग्जाम काफी मददगार साबित हो सकता है।