खिलाड़ियों की पहचान: अब हुई और आसान

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भारतीय खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों के लिए 28 अगस्त 2017 का दिन याद रखने लायक है। इस दिन भारत के उपराष्ट्रपति श्री वेंकईया नायडू ने ‘नैशनल स्पोर्ट्स टेलेंट सर्च पोर्टल’ को शुरू कर दिया है। भारत के कोने-कोने में खेल प्रतिभाओं का अकूत भंडार है। भारत सरकार के युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय ने इस दिशा में सार्थक कदम उठाने के लिए इस पोर्टल की शुरुआत करी है। यह पोर्टल नरेंद्र मोदी जी की ‘मन की बात ’ है और इसकी घोषणा केंद्रीय खेल मंत्री श्री विजय गोयल ने 20 मई 2017 को एक कार्यक्रम के दौरान करी थी।

स्पोर्ट्स पोर्टल की खास बातें:

श्री गोयल ने इस पोर्टल के बारे में उस समय बताया था की अभी शुरुआत में यह पोर्टल अँग्रेजी और हिन्दी भाषा में काम करेगा। लेकिन बाद में इसमें क्षेत्रीय भाषाएँ भी उपलब्ध होंगी। इस पोर्टल का मुख्य उद्देशय उन सभी खिलाड़ियों को मंच प्रदान करना है जो साधनों की कमी के कारण स्टेडियम तक भी नहीं पहुँच पाते हैं।

28 अगस्त 2017 को जब इस पोर्टल को जारी किया गया तो मंत्रालय की ओर से इस पोर्टल के बारे में विस्तार से बताया गया। खेल मंत्रालय के अनुसार कोई भी आठ वर्ष या इससे ऊपर का व्यक्ति इस पोर्टल के माध्यम से अपनी कला को व्यापक मंच दे सकता है। इसके लिए बच्चा स्वयं या उसकी ओर से उसके माता-पिता, अध्यापक या फिर कोच संबन्धित बच्चे या व्यक्ति की कला का वीडियो उसके पूरे बायो डेटा के साथ अपलोड कर सकते हैं। खेल मंत्रालय प्राप्त किए गए प्रार्थना पत्रों को अच्छी तरह से जांच कर सही कला की पहचान करके उन्हें अच्छी ट्रेनिंग देगा।

इस पोर्टल में विभिन्न खेलों और उसके खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए हर खेल से संबन्धित कुछ विशिष्ट योजनाओं का विवरण उपलब्ध है। इस विवरण के अनुसार कुछ योजनाओं में खिलाड़ियों को हॉस्टल की सुविधा भी मिलेगी। पूरे देश में 36 खेलों के लिए 286 केंद्र खोले गए हैं जहां इस पोर्टल के द्वारा चुने गए खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। खिलाड़ियों की सुविधा के लिए इस पोर्टल के FAQ भाग में बहुत सारे सवालों के जवाब दिये गए हैं जिसमें इस योजना को समझने में उन्हें और सुविधा होगी।

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