भारत की पहली बिना ड्राइवर वाली ट्रेन (India’s First Driverless Train)

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Driverless train India


हम, अपने सभी भारतवासियो को बधाई, मुबारकबाद और साथ ही शुभकामनायें देना चाहते हैं क्योंकि भारत सरकार ने, अपनी पहली मानव रहित ट्रेन का संचालन सफलतापूर्वक कर लिया है। India’s First Driverless Train के तहत दिल्ली मैट्रो की पहली ड्राइवर लैस ट्रेन को मैजेंटा लाइन पर चलाया गया है जिसे जल्द ही पिंक लाइन पर चलाया जायेगा। इस मानव रहित ट्रेन ने, पहले से अधिक रफ्तार पकडी है वहीं दूसरी तरफ इस मानव रहित ट्रेन में, मानवीय त्रुटियों की सभी संभावनाओ को समाप्त कर दिया गया है जिसकी मदद से अब ट्रेन को सुरक्षापूर्वक संचालित किया जायेगा जिससे हमारे यात्रियों व आम जनता को मेट्रो की मानव रहित अर्थात् India’s First Driverless Train का एक सुखद व आनन्दपूर्ण अनुभव प्राप्त होगा। 

28 दिसम्बर का दिन बना ऐतिहासिक

हम, कल्पना करते थे कि, क्या कोई ट्रेन ऐसी होगी जो कि, बिना ड्राइवर के चलेगी? अर्थात् India’s First Driverless Train की कल्पना करते थे लेकिन अब इसे भारत सरकार ने, कल्पना से वास्तविकता के धरातल पर उतार दिया है। हम, ऐसा इसलिए कह रहे हैं कि, भारत सरकार ने, 28 दिसम्बर, 2020 को भारत की पहली बिना ड्राइवर वाली ट्रेन अर्थात् India’s First Driverless Train को हरी झंडी दिखाई।

28 दिसम्बर, 2020 का दिन जो कि, सोमवार का दिन था भारतीय इतिहास में एक ऐतिहासिक दिन बन गया हैं क्योंकि 28 दिसम्बर, 2020 को सप्ताह के पहले कार्य-दिवस के शुभ अवसर पर भारत के प्रधानमंत्री श्री. मोदी ने, भारत की अर्थात् दिल्ली मैट्रो कि, पहली बिना ड्राइवर वाली ट्रेन अर्थात् India’s First Driverless Train का शुभारम्भ कर दिया हैं जिसके कई दीर्घकालीन सकारात्मक प्रभाव हमें, देखने को मिलेंगे।

मानवीय त्रुटियों से पूरी तरह सुरक्षित होगी India’s First Driverless Train

मानवीय त्रुटियों की वजह से हमें, कई बडी और खौफनाक रेल दुर्घटनायें देखने को मिलती रही हैं लेकिन अब इस क्षेत्र में, क्रान्तिकारी कदम उठाते हुए भारत सरकार ने, India’s First Driverless Train का शुभारम्भ कर दिया है जो कि, पूरी तरह से स्वचालित अर्थात् ऑटोमैटिक होगी जिससे मानवीय त्रुटियों की सभी संभावनाओ को समाप्त किया जायेगा।

मैजेंटा लाइन पर चली India’s First Driverless Train

भारत की पहली बिना ड्राइवर वाली ट्रेन का संचालन शुरुआती दौर में, सबसे पहले मैजेंटा लाइन पर किया गया हैं जो कि, जनकपुरी वेस्ट, बॉटनिकल गार्डन और एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन के बीच संचालित की जायेगी  और ताजा उपलब्ध सूत्रो के मुबातिक ऐसी उम्मीद जताई जा रही हैं कि, अगले साल से इसे पिंक लाइन पर भी चलाया जा सकता हैं।

यात्रियो की बेहतर यात्रा अनुभव के लिए शुरु हुई एन.सी.एम.सी कार्ड प्रणाली

भारत सरकार ने, बिना ड्राइवर वाली ट्रेन का संचालन करके पहले ही एक ऐतिहासिक व क्रान्तिकारी कदम की शुरुआत कर दी हैं जिसे और प्रभावी और सुविधाजनक बनाने के लिए इसके साथ-साथ एन.सी.एम.सी कार्ड प्रणाली को शुरु किया हैं जिसका पूर्ण रुप हैं National Common Mobility Card जिसे मैजेंटा लाइन के स्टेशनो पर ही शुरु किया गया हैं अर्थात् जनकपुरी वेस्ट, बॉटनिकल गार्डन व एयरपोर्ट एक्सप्रेस पर शुरु किया गया हैं जिसके संबंध में, प्रधानमंत्री श्री. मोदी ने कहा कि, इस कार्ड की मदद से हमारे यात्रियो को यात्रा करने में, अधिक सुविधा होगी और उनके यात्रा अनुभव को नई पहचान मिलेंगी।

3 कमांड सेंटरो से संचालित की जायेगी पहली मानव-रहित ट्रेन

भारत की पहली मानव रहित ट्रेन को दिल्ली मैट्रो के कुल 3 अलग-अलग कमांट सेंटरो से संचालित किया जायेगा जिसमें किसी भी प्रकार से मानवीय सहयोग नहीं ली जायेगी और ना ही मानवीय त्रुटि की संभावना छोडी जायेगी। साथ ही साथ हम, आपको बताते चलते हैं कि, भारत की पहली मानव रहित ट्रेन के सफल संचालन को सुनिश्चित करने के लिए अर्थात् किसी भी समस्या को हल करने के लिए ’’ Communication Based Train Control Signaling Technology का प्रयोग किया गया हैं ताकि यदि किसी भी प्रकार की समस्या होती है तो उसे जल्द से जल्द ठीक करके इसके संचालन को सुविधापूर्वक बनाया जायेगा।

कॉमन मोबिलिटी कार्ड के अलग-अलग प्रयोग

हांलाकि, अभी भारत की पहली मानव रहित ट्रेन का संचालन केवल मैजेंटा लाइन पर किया गया हैं जिसे जल्द ही पिंक लाइन पर भी संचालित किया जायेगा और इस पूरी प्रक्रिया को सरल, सहज व सुविधापूर्वक बनाने के लिए कॉमन मोबिलिटी कार्ड की व्यवस्था की गई हैं जिसे मूलत 4 मार्च, 2019 में, आधिकारीक तौर पर शुरु किया गया था जिसकी मदद से आप कई तरह के मौलिक कार्यो को सम्पन्न कर सकते हैं जैसे कि – मेट्रो, टोल-टैक्स, ट्रेन टिकट, पार्किंग शुल्क व बस किरायो का भुगतान करके अपने समय की बचत कर सकते हैं।

कॉमन मोबिलिटी कार्ड को राष्ट्रीय रुपे योजना के तहत शुरु किया गया है जो कि, भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम द्धारा लांच किया गया था जिसका एकमात्र लक्ष्य विदेशी कार्ड्स जैसे कि – वीसा व मास्टर कार्ड्स आदि से होने वाले  लेन-देन के खर्च को कम करके सुविधाजनक बनाना है।

देश के प्रमुख बैंक जारी करते हैं कॉमन मोबिलिटी कार्ड

कॉमन मोबिलिटी कार्ड का महत्व ये हैं कि, इसे देश के अलग-अलग कुल 25 प्रमुख बैंको द्धारा जारी किया जाता हैं जिसमें भारतीय स्टेट बैंक से लेकर पंजाब नेशनल बैंक भी शामिल है जिसकी मदद से आप इन सभी प्रमुख बैंको से कॉमन मोबिलिटी कार्ड को प्राप्त कर सकते है और दैनिक जीवन में, की जाने वाली अपनी भुगतान प्रक्रिया को सरल व सुलभ बना सकते है।

India’s First Driverless Train से संबंधित आपके सवाल और हमारे जबाव

सवाल 1– देश की पहली मानव रहित ट्रेन को किसने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया?

जबाव 1– प्रधानमंत्री श्री. मोदी।

सवाल 2 – India’s First Driverless Train को किस लाइन पर चलाया गया हैं?

जबाव 1– भारत की पहली मानव रहित ट्रेन को अभी मैजेंटा लाइन पर शुरु किया गया है जिसे जल्द ही पिंक लाइन पर शुरु किया जायेगा।

सवाल 3 – मानव रहित ट्रेन को किसी भी समस्या से बचाने के लिए किस तकनीक का प्रयोग किया गया है?

जबाव 3-  Communication Based Train Control Signaling Technology।

सवाल 4– कॉमन मोबिलिटी कार्ड को किन स्टेशनो के बीच शुरु किया गया हैं?

जबाव 4– जनकपुरी वेस्ट, बॉटनिकल गार्डन व एयरपोर्ट एक्सप्रेस के बीच इस कार्ड को शुरु किया गया है।

सवाल 5– कुल कितने बैंक जारी करते हैं कॉमन मोबिलिटी कार्ड?

जबाव 5– भारत के कुल 25 प्रमुक बैंक द्धारा कॉमन मोबिलिटी कार्ड की सुविधा प्रदान की जाती हैं।

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