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‘दिव्यांगता खेल केंद्र’ क्या हैं ?



भारत सरकार देश के दिव्यांग जनो में खेल के प्रति रूचि को बढ़ावा देने के लिए ‘दिव्यांगता खेल केंद्र’ की शुरुआत करने जा रही है।  20 जून 2021 को केन्द्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने गुजरात के जामनगर मे अमृत महोत्सव मे वर्चुअल माध्यम से शिरकत करते हुए इस बात की घोषणा की है।  जामनगर में भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की एडीआईपी योजना के तहत दिव्यांगजनों को सहायता एवं सहायक उपकरणों के वितरण के लिए आयोजित  सामाजिक अधिकारिता शिविर’ को सम्बोधित करते हुए कहा कि देश के दिव्यांगजनों में खेलों के प्रति रुचि और पैरालंपिक में उनके अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए मंत्रालय ने देश के विभिन्न हिस्सों में पांच दिव्यांगता खेल केंद्र’ खोलने का निर्णय लिया है। आज का हमारा यह लेख देश के दिव्यांग लोगो को समर्पित है , इस लेख मे हम ‘दिव्यांगता खेल केन्द्र’ तथा दिव्यांगता से सम्बंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियों के बारे मे बात करेंगे।

लेख के महत्वपूर्ण बिंदु –

दिव्यांगता खेल केंद्र

चूँकि हमारा आज का यह लेख दिव्यांग लोगो को समर्पित है। तो आइये इससे सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारियों के बारे मे बात करते हैं।

दिव्यांग व्यक्तियों का अधिकार अधिनियम 2016

सामाजिक अधिकारिता शिविर

अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगता दिवस

दिव्यांगजनों के लिए योजनायें

केन्द्र एवं राज्य सरकारों द्वारा दिव्यांगजनों के लिए चलायी जा रही योजनायें.

दिव्यांगजन सहायता योजना (Scheme of Assistance to Disabled Persons – ADIP)

सुगम्य भारत अभियान

दीनदयाल विकलांग पुनर्वास

विशिष्ट दिव्यांग पहचान योजना

विशिष्ट दिव्यांग पहचान योजना के बारे मे अधिक जानकारी के लिए आप हमारा यह लेख पढ़ सकते हैं – What is UDID Project?

उत्तरप्रदेश दिव्यांगजन शादी विवाह प्रोत्साहन योजना 2021

सारसंक्षेप

दोस्तों यह लेख दिव्यांगता खेल केन्द्र से प्रारम्भ हुआ था, तो मैं चाहूंगा कि इसे  समाप्त भी इसी के साथ किया जाये। यदि हम बात करे भारत के ओलम्पिक मे प्रदर्शन के बारे में तो पाएंगे हमारे देश ने पिछले 116 साल के 24 ओलम्पिक खेलों में केवल 9 स्वर्ण पदक जीते हैं। अब यदि हम पैरालम्पिक खेलो में भारत के प्रदर्शन की बात करें तो 2 ओलम्पिक खेलों में ही हमारे खिलाड़ियों द्वारा 2 स्वर्ण पदक प्राप्त किये गए हैं। पैरालम्पिक खेलों में भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन के मद्दे नजर केन्द्र सरकार की दिव्यांगता खेल केन्द्र खोलने की पहल सराहनीय है। हमारे देश में ग्वालियर, मध्य-प्रदेश में एक दिव्यांगता खेल केन्द्र निर्माणाधीन है। धीरे-धीरे सम्पूर्ण राज्यों में दिव्यांगता खेल केन्द्र खोले जायेंगे, जिससे हमारा देश अधिक से अधिक विश्व स्तर के खिलाड़ियों को तैयार कर पायेगा। इसी प्रकार से पैरालम्पिक खेलों में भारत का प्रदर्शन धीरे-धीरे बढ़िया होते चले जायेगा।यदि हम बात करे पैरालंपियन खिलाड़ियों की तो  दीपा मालिक , देवेंद्र झांझरिया, मानसी जोशी ,मरियप्पन टी , वरुण सींग भाटी आदि खिलाड़ियों ने देश का नाम ऊँचा किया है।  

इसी के साथ हम आज का दिव्यांगता को समर्पित अपना यह लेख यहीं समाप्त करते हैं। यदि आपको हमारे द्वारा दी जा रही जानकारी पसंद आ रही है।  तो कृपया इसे अपने अन्य दोस्तों तक अवश्य शेयर करे , धन्यवाद।