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क्या है Chardham Pariyojana और क्यों है ये महत्वपूर्ण?

Char Dham की यात्रा का उत्तराखंड में बड़ा ही महत्व है। इनमें केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री धाम शामिल हैं। इन चारों धामों को जोड़ने के लिए केंद्र सरकार की ओर से एक महत्वकांक्षी चारधाम हाईवे परियोजना की शुरुआत की गई है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) की ओर से भी इसे मंजूरी मिलने के बाद इसके निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। इसके जरिए 900 किलोमीटर लंबे राजमार्ग से चारों तीर्थस्थलों को जोड़ा जा रहा है।

इस लेख के पठनीय बिंदु:

उत्तराखंड के चार धामों को जानें

Chardham Pariyojana क्या है?

क्या कहना है केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का?

नितिन गडकरी ने बीते 26 मई को चारधाम संपर्क परियोजना के अंतर्गत चंबा में निर्मित 440 मीटर लंबी सुरंग का उद्घाटन किया था। उन्होंने ऋषिकेश-धरासू रोड पर बेहद व्यस्त रहने वाले चंबा कस्बे के नीचे 440 मीटर लंबी सुरंग तैयार करने के लिए सीमा सड़क संगठन (BRO) की सराहना भी की थी। साथ ही राष्ट्र निर्माण की दिशा में महामारी के दौरान उन्होंने इसे एक असाधारण उपलब्धि भी बताया था।

चंबा की भीड़भाड़ से मिलेगी निजात

विकसित हो रहीं सभी सुविधाएं

चार धाम सड़क परियोजना से जुड़ीं अन्य महत्वपूर्ण बातें

निष्कर्ष

Chardham Pariyojana की दरकार निश्चित रूप से है, क्योंकि न केवल हर मौसम में चारों धाम की यात्रा करने के लिए यह सुविधाजनक और सुरक्षित सड़क मुहैया करा रही है, बल्कि सामरिक दृष्टि से भी इसका बड़ा महत्व है। परियोजना के दौरान चल रहे निर्माण कार्य के दौरान बस यह ध्यान रखना बहुत ही जरूरी है कि पर्यावरणीय मानकों को पूरा किया जाए और पहाड़ों की मरम्मत भी की जाए, ताकि उसकी मजबूती बनी रहे। कम-से-कम केदारनाथ आपदा से तो हमें यही सबक मिला है।