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कौन थे Shri Narayan Guru? जानें इनके बारे में सबकुछ



Shri Narayan Guru का नाम बीते दिनों चर्चा में इसलिए रहा है, क्योंकि उनकी कविताओं के अंग्रेजी अनुवाद को ‘Not Many, But One’ के नाम से भारत के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने लॉन्च किया है। श्री नारायण गुरु दरअसल एक महान दार्शनिक, महर्षि, अद्वैत दर्शन के प्रस्तावक, आध्यात्मिक व्यक्ति और एक महान कवि थे। इस लेख में हम आपको श्री नारायण गुरु के जीवन से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी दे रहे हैं।

इस लेख में आप पढ़ेंगे:

Shri Narayan Guru का प्रारंभिक जीवन

श्री नारायण गुरु की उपलब्धियां

राष्ट्रीय आंदोलन में श्री नारायण गुरु की भूमिका

श्री नारायण गुरु का दर्शन और साहित्य

विज्ञान के क्षेत्र में श्री नारायण गुरु का योगदान

श्री नारायण गुरु का निधन

वर्ष 1928 में 20 सितंबर को श्री नारायण गुरु का निधन हो गया था। इनकी पुण्यतिथि केरल में श्री नारायण गुरु समाधि के रूप में मनाई जाती है।

चलते-चलते

Shri Narayan Guru ने अपने जीवनकाल के दौरान आध्यात्मिक स्वतंत्रता और सामाजिक समानता के नए मूल्यों को हमेशा प्रोत्साहित किया। खासकर दलितों के आध्यात्मिक और सामाजिक उत्थान पर उनका हमेशा बल रहा। समाज में अपने योगदान के लिए श्री नारायण गुरु आज भी याद किए जाते हैं।