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सहकारिता मंत्रालय क्या है?



विगत सप्ताह केंद्र सरकार द्वारा कई अहम फैसले लिए हैं, जिसमे मंत्रिमंडल मे विस्तार, मंत्रालयों मे फेर-बदल और नए सहकारिता मंत्रालय का गठन आदि प्रमुख रहे। केंद्र सरकार द्वारा 6 जुलाई 2021 को नए सहकारिता मंत्रालय के गठन की घोषणा की गयी तथा 7 जुलाई 2021 को सहकारिता मंत्रालय की बागडोर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हाथों मे सौप दी गई है। आज के इस लेख के माध्यम से हम सहकारिता मंत्रालय से सम्बंधित उन सभी प्रश्नो के उत्तर देने की कोशिश करेंगे जो आपके जेहन मे उठ रहें हैं। तो चलिए शुरू करते है आज का लेख सहकारिता मंत्रालय

इस लेख मे हम लाये हैं-

सहकारिता क्या है?

सहकारिता मंत्रालय क्या है?

क्या होगा सहकारिता मंत्रालय का उद्देश्य एवं कार्य ?

सहकारिता मंत्रालय क्यों जरूरी था?

महाराष्ट्र स्टेट फेडरेशन ऑफ को-ऑपरेटिव शुगर मिल्स के पूर्व प्रबंध निदेशक संजीव बाबर  एवं  ‘बैकुंठ मेहता सहकारी प्रबंधन संस्थान के सर्वे के अनुसार – भारत मे सहकारी समितियां अच्छे से अपना कार्य कर रही है तथा भली-भाँति फल-फूल रही हैं , किन्तु ऐसा बेहद काम राज्यों मे हो रहा है गुजरात, महाराष्ट्र, केरल आदि इसके अच्छे उदाहरण है। इस सहकारिता के प्रभाव को राष्ट्र व्यापी बनाने हेतु एक केंद्रीय नेतृत्व की आवश्यकता थी। सहकारिता मंत्रालय इसी आवश्यकता की पूर्ति करता है।

सहकारिता आंदोलन क्या है?

सहकारी आन्दोलन की विशेषताएँ

  1. यह सामूहिक हितों के लिये बनाया गया व्यक्तियों का एक संघ है।
  2. सहकारी संगठन की सदस्यता स्वैच्छिक होती है। कोई व्यक्ति जब चाहे इसका सदस्य बन सकता है तथा पूर्व सूचना देकर सदस्यता समाप्त कर सकता।
  3. इसकी प्रबन्ध व्यवस्था लोकतान्त्रिक सिद्धान्तों के आधार पर की जाती है।
  4. सहकारी संगठन एक धार्मिक एवं परोपकारी संगठन न होकरआर्थिक संगठन होता है।
  5. सहकारी संगठन लाभ की जगह सेवा को अधिक महत्व देता है।
  6. यह नैतिक उत्थान, ईमानदारी तथा आत्म सहायता पर आधारित सामाजिक एवं आर्थिक आन्दोलन है।
  7. इसमें सामाजिक सम्पत्ति का बँटवारा एक निश्चित न्यायपूर्ण आधार पर आधारित होता है।
  8. यह पारस्परिक सहायता द्वारा आत्म सहायता के सिद्धान्त पर आधारित है।
  9. इसमें पूंजीवाद एवं साम्यवाद दोनों के गुण पाये जाते हैं।
  10. यह लोकतन्त्र पर आधारित एक स्वत: संचालित (Autonomous) संस्था है जो स्वतन्त्रतापूर्वक अपनी प्रबन्ध व्यवस्था करती है।
  11. यह आन्दोलन व्यक्ति के साथ-साथ समुदाय के सर्वागीण विकास लिये प्रयास करता है।
  12. ‘काम करो’ इस आन्दोलन का नारा है।
  13. सहकारिता आंदोलन संघात्मक पद्धति पर आधारित है। इसमें विभिन्न इकाइयां मिलकर अपना एक संघ बनाकर अपने क्रियाकलाप संचालित करती है।

सहकारिता समितियों के लिए केंद्र सरकार की योजनायें

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना

कृषि डाक प्रसार सेवा

किसान कॉल सेंटर योजना

राष्ट्रीय गोकुल मिशन

सहकारिता से सम्बंधित प्रश्न -उत्तर

प्रश्न- सहकारिता की उत्पत्ति किस देश मे हुई?

उत्तर – ब्रिटेन

प्रश्न  -भारत में सहकारिता आंदोलन की शुरुआत कब हुई?

उत्तर -वर्ष 1904 में सहकारी साख समिति अधिनियम से

प्रश्न- भारत में सहकारी आंदोलन का जनक किसे माना जाता है?

उत्तर – एफ. निकालसन

प्रश्न- भारत में सर्वाधिक शहरी सहकारी बैंक किस राज्य में स्थित हैं?

उत्तर – महाराष्ट्र

प्रश्न-  क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के पर्यवेक्षण का प्राधिकार किसके पास है?

उत्तर- नाबार्ड

चलते -चलते

दोस्तों, इस लेख मे हमने सहकारिता मंत्रालय और उससे सम्बंधित तथ्यों की जरुरी उपलब्ध जानकारी आप के साथ साझा की है। चूँकि यह एक नया मंत्रालय बना है , तो इससे सम्बंधित सभी जानकारियां अभी उपलब्ध नही हैं। हम कोशिश करेंगे की हमारे आने वाले लेखों मे उस जानकारी को शामिल किया जाये। इसी के साथ हम अपने इस लेख को यहीं समाप्त करते हैं। धन्यवाद !