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कोरोना महामारी से बचाव के दो मूल मंत्र- सावधानी और सोशल डिस्टेंसिंग



कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से होने वाली बीमारी COVID-19 की चपेट में अब विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार दुनियाभर के 209 देश हैं और दुनियाभर में कोरोना संक्रमितों की तादाद 8 अप्रैल को दोपहर दो बजे तक 13 लाख 17 हजार 130 पहुंच गई थी, जबकि मरने वालों की तादाद 74 हजार 304 थी। वहीं, भारत की बात करें तो केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार आठ अप्रैल को सुबह 8 बजे तक देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 4 हजार 643 थी, जबकि इसकी वजह से 149 लोग दम तोड़ चुके थे। इसके अलावा 401 लोग ठीक होकर अपने घर भी लौट चुके हैं।

इन आंकड़ों पर गौर करने के बाद यही पता चलता है कि कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव गति बहुत तेज है और इसे लेकर बेहद सावधान रहने की जरूरत है।

कोरोना वायरस से बचाव के लिए क्या करें?

WHO की ओर से कोरोना वायरस से बचाव के लिए कई सामान्य दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं, जिनका पालन करके आप खुद को, अपने परिवार को और अपने समाज को कोरोना महामारी के खतरे से बचा सकते हैं। ये गाइडलाइंस निम्नवत् हैं:

मास्क पहनना कितना जरूरी?

WHO और सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंटेशन (CDC) के अनुसार आपको मास्क कब पहनने चाहिए और ये मास्क कैसे होने चाहिए, इनके बारे में जानकारी निम्नवत् है:

सोशल डिस्टेंसिंग क्यों?

दुनिया के अन्य देशों की तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से भारत में 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की गई है, जो 14 अप्रैल को समाप्त होगी। लॉकडाउन का कदम इसलिए उठाया गया है, क्योंकि Coronavirus के इलाज के लिए जब कोई टीका या दवाई उपलब्ध नहीं है, तो ऐसे में केवल एक-दूसरे से WHO व CDC के मुताबिक केवल 6 फीट यानी कि दो हाथ की दूरी बनाकर ही बचा जा सकता है। इसलिए न केवल लॉकडाउन का गंभीरता से पालन करना जरूरी है, बल्कि जरूरी सेवाओं के इस्तेमाल के दौरान Social Distancing का पालन भी उतना ही जरूरी है।

घर में पालतू जानवर होने की स्थिति में

अमेरिका के ब्रोन्क्स चिड़ियाघर में नाडिया नामक एक टाइगर के कोरोना पॉजीटिव पाये जाने के बाद CDC की ओर से लोगों से अपील की गई है कि यदि घर में पालतू जानवर हैं तो बीमार होने की स्थिति में उनकी देखभाल घर के किसी और सदस्य को करने दें। उनके साथ खेलने या उन्हें छूने के बाद अपने हाथों को अच्छी तरह से धो लें। बीमार लोग बिल्कुल भी उनके साथ न खेलें। उन्हें किस न करें और उन्हें अपना जूठा भी खाने को न दें।

वर्क फ्रॉम होम का महत्व

सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखने का सबसे अच्छा तरीका Work from Home है, ताकि कोरोना वायरस के एक इंसान से दूसरे इंसान में होने वाले संक्रमण के चेन को तोड़कर इसे पूरी तरह से समाप्त किया जा सके। ऐसे में दुनियाभर की तमाम कंपनियों के साथ OpenNaukri की टीम भी अपने-अपने घरों से वर्चुअल नेटवर्क से जुड़कर वर्क फ्रॉम होम की अवधारणा को बखूबी मजबूत बनाते हुए अपनी जिम्मेवारियों का निर्वहन सफलतापूर्वक कर रही है। कोरोना से जंग में सरकार के प्रयासों को भी इससे मजबूती मिल रही है।

निष्कर्ष

सावधानी और सोशल डिस्टेंसिंग के अलावा कोरोना महामारी से बचने का कोई और उपाय दुनियाभर में किसी के पास इस वक्त मौजूद नहीं है। इसलिए बेहतर होगा कि अपने-अपने घरों में ही रहकर हम सरकार की ओर से दिये जा रहे दिशा-निर्देशों का पूरी गंभीरता से पालन करें, ताकि कोरोना के खिलाफ इस जंग में जीत अंततः हमारी हो।