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भारत में बर्चस्व के लिए कुछ ऐसे भिड़ी अंग्रेजी और फ्रांसीसी ईस्ट इंडिया कंपनी



भारत में कच्चे माल की भारी उपलब्धता को देखते हुए अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कंपनी और फ्रांसीसी ईस्ट इंडिया कंपनी दोनों ने ही व्यापार करने के नाम पर भारत में प्रवेश किया, मगर उनका उद्देश्य भारत को अपना उपनिवेश बनाना था। यही वजह थी कि धीरे-धीरे उन्होंने अपने पांव पसारने शुरू कर दिये गये। ऐसे में अंग्रेजों और फ्रांसिसियों के बीच बर्चस्व की जंग भी बार-बार होने लगी।

अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कंपनी

फ्रांसीसी ईस्ट इंडिया कंपनी

बर्चस्व के लिए संघर्ष

चलते-चलते

राजनीतिक प्रतिस्पर्धा भारत में अंग्रेजी और फ्रांसीसी ईस्ट इंडिया कंपनी के बीच संघर्ष का कारण बनी। दोनों का उद्देश्य था अधिकाधिक मुनाफा कमाना। ऐसे में उनकी राजनीतिक और आर्थिक महत्वाकांक्षाओं ने सिर उठा लिया। जीत तो अंततः अंग्रेजों की ही हुई, मगर आपको क्या लगता है कि यदि फ्रांसीसी जीत जाते तो भारत का वर्तमान परिदृश्य किस तरह से अलग होता?