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हेब्बल-नागवाड़ा घाटी परियोजना



14 जून 2021 को बेंगलुरु मे वन  विभाग ने एक नोटिस जारी करके हेब्बल-नागवाड़ा घाटी परियोजना के तहत सिंगनायकनहल्ली झील निर्माण हेतु  लगभग 6,316 पेड़ों को काटने का प्रस्ताव दिया है। इस नोटिस के बाद स्थानीय पर्यावरण प्रेमियों में गुस्से का माहौल है तथा उन्होंने इस सम्बन्ध में अपनी आपत्ति भी दर्ज की है। हालाँकि वन विभाग द्वारा आपत्तियों और सुझाव के सम्बन्ध में 10 दिनों का समय दिया है, लेकिन प्राकृतिक प्रेमी बड़ी मात्रा में पेड़ों के कटान के सम्बन्ध में किसी भी प्रकार के समझौते और सुझाव के पक्ष में नहीं हैं। आइये हेब्बल-नागवाड़ा घाटी परियोजना के विषय में सभी जरुरी बातें विस्तार से जानते हैं।

इस लेख मे हम जानेंगे –

हेब्बलनागवाड़ा घाटी परियोजना क्या है?

क्यों है मामला सुर्खियों मे?

देश में चर्चित अन्य नदी घाटी आंदोलन

हमारे देश में हेब्बल-नागवाड़ा घाटी परियोजना पहली परियोजना नहीं है जिसका विरोध हो रहा है। इससे पहले भी कई ऐसी परियोजनायें रही है जिन्होंने जनता के विरोध का सामना किया है। आइये आपको ऐसे ही कुछ प्रमुख उदाहरणों से रूबरू कराते हैं।

नर्मदा बचाओ आंदोलन

टिहरी डैम आंदोलन

चलतेचलते

दोस्तों, समय की मांग है ज्यादा से ज्यादा विकास, और विकास की मांग है, अधिक से अधिक ऊर्जा संसाधनों का उपयोग। जल-विद्युत ऊर्जा सबसे ज्यादा प्रदूषण रहित ऊर्जा है , किन्तु इसके निर्माण,विकास और प्रचालन का खर्च अधिक है। इसके साथ ही सबसे ज्यादा विरोध का सामना इसे ही करना पड़ता है, क्योकि इसका कार्यकारी क्षेत्र बहुत बड़ा होता है जो पर्यावरण और जैव-पारिस्थिकी को प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करता है। बाढ़, भूकंप आदि प्राकृतिक आपदायें इसके प्रचालन को अवरुद्ध भी करती हैं। इन्ही सभी कारणों से नदी घाटी परियोजनाओं को विरोध का सामना करना पड़ता है। सरकार को सभी पक्षों को ध्यान मे रखकर ही नदी घाटी परियोजनाओं के विकास की नींव रखनी चाहिए। अन्यथा परियोजना की घोषणा, निर्माण, आरम्भ और प्रचालन मे काफी लम्बा समय खिंच जाता है, जो पैसे, समय , विकास सभी चीजों के लिए नुकसानदेहक ही साबित होता है।

दोस्तों,आज का यह लेख यहीं समाप्त करते हैं , आपको छोड़े जा रहें हैं इस प्रश्न के साथ, क्या नदी-घाटी परियोजनाओं के विकास मे जन-जीवन, जैव-पारिस्थिकी, पर्यावरण, विस्थापन, पुनर्स्थापन आदि का ध्यान रखा जाना चाहिए या घोषणा के बाद विरोध और समय की हानि वाला रास्ता सही है? आप अपने विचार हमे कमेंट करके बता सकते हैं।