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रामायण: तथ्यों की रौशनी में

राम-राम दोस्तों, आज के इस लेख को प्रभु श्रीराम के नाम के साथ शुरू करने का एक विशेष कारण है, आज के इस लेख में हम आपके साथ रामायण से जुड़े ऐसे रोचक तथ्यों को साझा करने जा रहे हैं, जिन्हे जानकर आपको बड़ी हैरानी होगी और आप कहने लगेंगे ‘राम से बढ़कर राम का नाम’। तो चलिए दोस्तों बिना देरी शुरू करते हैं आज का लेख – रामायण की बातें तथ्यों के आधार पर.

चलते -चलते

आइये चलते -चलते समझते हैं, कि अभिवादन के लिए राम-राम शब्द दो बार क्यों प्रयोग किया जाता है। आपको ज्ञात होगा की सनातन धर्म मे 108 अंक की विशेष महत्वता है। राम शब्द ‘र + ा +म’ मिलकर बना है, हिंदी वर्णमाला मे ‘र’ 27वे स्थान पर ‘ ा ‘दूसरे स्थान पर तथा “म’ 25वे स्थान पर है। इन सबका योग करे तो 27+2+25=54 आता है, इसी इस शब्द का दो बार प्रयोग करे तो 54+54=108 हो जाता है। तात्पर्य यह है कि राम -राम बोलने से एक माला जपने के बराबर पुण्य मिलता है।

दोस्तों आशा करता हूँ आपको हमारा आज का यह अंक पसंद आया होगा। इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करे और रामायण के तथ्यों को लोगों तक पहुंचाये। इसी के साथ आज का यह अंक यही समाप्त करते हैं , जय श्रीराम।