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देश के सपूत जनरल बिपिन रावत

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8 दिसम्बर 2021 का दिन देश को बहुत बड़ा दुःख और क्षति देकर गया है, इस दिन हमने देश के पहले CDS बिपिन रावत एवं उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित 12 अन्य सैन्य जवानों को एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में खो दिया। यह हादसा तमिलनाडु के कुन्नूर जिले में घटित हुआ तथा इस हादसे का सबब भारतीय सेना की शान हेलीकॉटर MI -17 बना है। इस हादसे के कारणों की अभी जाँच चल रही है इसका खुलासा जल्द ही हेलीकॉप्टर के ब्लैक बॉक्स की जाँच से हो जायेगा। इस लेख के माध्यम से आज हम इस हादसे में शिकार हुए सभी लोगों के प्रति शोक एवं संवेदना व्यक्त कर रहे हैं तथा देश के पहले CDS बिपिन रावत जी के असाधारण सैन्य जीवन पर प्रकाश डाल रहे हैं। आइये इस लेख के माध्यम से जानते है कौन थे CDS बिपिन रावत।

सीडीएस बिपिन रावत – एक परिचय 

दिवंगत CDS बिपिन रावत जी किसी भी परिचय के मोहताज नहीं थे। उनकी प्रतिभा और सेवा ही उनका परिचय है, यहाँ पर हमारा मकसद अपने पाठकों को बिपिन रावत जी की प्रारम्भिक यात्रा से रूबरू कराना है।

सैन्य तथा रक्षा मामलों में उच्च शिक्षा प्राप्त थे CDS बिपिन रावत 

सीडीएस बिपिन रावत का सैन्य सफर | Military journey of CDS Bipin Rawat

थल सेना प्रमुख रहे – 31 Decembar 2016

जिस समय बिपिन रावत को देश का 26वां थल सेना नियुक्त किया गया था, उस समय उनसे अधिक योग्यता रखने वाले दो अन्य अफसरों के ऊपर उन्हें वरीयता दी गयी थी। इस पद पर उन्हें 31 दिसम्बर 2016 को पदोन्नत किया गया था तथा उन्होंने 3 सालों तक सेना की सैन्य प्रमुख के रूप में सेवा की थी। उनसे पूर्व सैन्याधिकारी दलबीर सिंह सुहाग तथा उत्तराधिकारी मनोज मुकुंद नरवणे हैं।

9 जून 2015  को भारत-म्यांमार बॉर्डर पर भारतीय सर्जिकल स्ट्राइक के समय बिपिन रावत जरनल अफसर कंमांडिंग थे। इस स्ट्राइक में उन्होंने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इसी स्ट्राइक की सफलता के आधार पर भारत ने आगे चलकर उरी स्ट्राइक और बालाकोट स्ट्राइक की भूमिका तय की थी।

देश के पहले CDS बने बिपिन रावत – 1 January 2020

वर्तमान मोदी सरकार जरनल बिपिन रावत की नेतृत्व क्षमता और सैन्य प्रतिभा की बहुत कायल है। वह किसी भी सूरत पर बिपिन रावत के अंदर के सैनिक को खोना नहीं चाहती थी। इसीलिए देश की थल सेना की सबसे बड़ी रैंक से सेवानिवृत होते ही उन्हें तीनो सेनाओं के प्रमुख  यानि चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ की कमान सौप दी गयी थी। इस पद पर वो 65 साल की उम्र तक रहने वाले थे, किन्तु उनकी हादसे में असमायिक मृत्यु ने CDS के पद से तथा देश से एक योग्य सैन्य अफसर छीन लिया है।

बिपिन रावत जी को दिए गए सैन्य सम्मान | Military honors given to CDS Bipin Rawat

MI-17 हेलीकॉप्टर |  MI-17 helicopter

सभी मृतक व्यक्तियों के प्रति शोक संवेदना : Condolences to all the deceased persons

8 दिसम्बर को हादसे के समय वायुसेना के एमआई-17 वी-5 हेलिकॉप्टर में कुल 14 लोग सवार थे।  इनमें CDS जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत, ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, एनके गुरसेवक सिंह, विंग कमांडर पीएस चौहान, एनके जितेंद्र कुमार, जेडब्ल्यूओ प्रदीप ए, जेडब्ल्यूओ दास, स्क्वॉड्रन लीडर के सिंह, एल/नायक विवेक कुमार, एल/नायक बी साई तेजा, ग्रुप कैप्टन वरुन सिंह और हवलदार सतपाल शामिल थे। इस हादसे में केवल ग्रुप कैप्टन वरुन सिंह ही जीवित बचे हैं, उनका इस समय मेडिकल उपचार चल रहा है।

इस हादसे का दुःख भारत समेत विश्व के सभी देशों को है, हमारे पडोसी देश पाकिस्तान के सैन्य प्रमुख ने ट्वीटर के माध्यम से अपनी संवेदना व्यक्त की है, इसी तरह से अमेरिका और अन्य तमाम देशों से संवेदना व्यक्त की जा रही हैं। CDS बिपिन रावत जी के गृह राज्य उत्तराखंड में 3 दिन का राजकीय शौक रखा गया है।

इस लेख के माध्यम से टीम Opennaukri.com CDS बिपिन रावत और उन सभी दिवंगत आत्माओं के प्रति शोक -संवेदना व्यक्त करती है तथा मौत से जंग लड़ रहे ग्रुप कैप्टन वरुन सिंह के जल्द स्वास्थ्य होने की कामना करती है। जय हिन्द, जय हिन्द के लाल