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Careers in Agri Tech: भरपूर हैं संभावनाएं

Careers in agri tech का क्रेज भारत में दिन-प्रतिदिन इसलिए बढ़ता चला जा रहा है, क्योंकि आज के समय में इस क्षेत्र में रोजगार व स्वरोजगार की भी भरपूर संभावनाएं मौजूद हैं।

एक कृषि प्रधान देश के तौर पर पूरी दुनिया में आज भी भारत की पहचान है। यही वजह है कि यहां न केवल कृषि, बल्कि इससे जुड़े अन्य कई क्षेत्रों में भी कॅरियर बनाने के लिए पर्याप्त संभावनाएं मौजूद हैं। कृषि और इससे जुड़े क्षेत्रों में आज बड़ी क्रांति देखने के लिए मिल रही है और इस क्रांति को लाने का श्रेय नवीनतम तकनीकों और उपकरणों को जाता है। कृषि के क्षेत्र में आई इस क्रांति के फलस्वरूप रोजगार और स्वरोजगार के भरपूर अवसर पैदा हो रहे हैं।

यही वजह है कि वर्तमान में agri tech careers को लेकर भी युवाओं में क्रेज बढ़ता हुआ दिख रहा है। इसलिए इस लेख में हम आपको कृषि तकनीक यानी कि एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में कॅरियर बनाने से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध करा रहे हैं, ताकि आप भी अपने लिए Agri Technology के क्षेत्र में एक सफल कॅरियर बना सके।

एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी क्या है? | What is Agriculture Technology? 

कृषि तकनीकी के क्षेत्र में हमारे देश में जो अभूतपूर्व प्रगति देखने के लिए मिल रही है, एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी का संबंध इसी से है। चाहे सिंचाई करनी हो या फिर उन्नत बीजें उपजानी हो या फसलों की बुवाई एवं कटाई हो, इन सभी चीजों के लिए आज एक से बढ़कर एक तकनीकें उपलब्ध हैं। इन तकनीकों को विकसित करने की जो प्रक्रिया संचालित होती है, वह एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी के ही अंतर्गत आती है।

आज के समय में वेयरहाउसेस, वॉटर रिजर्वायर्स और बांध आदि की संरचना की डिजाइन तैयार करने से लेकर इनके निर्माण तक के कार्य एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी की वजह से संभव हो रहे हैं। यही नहीं, कृषि की वजह से पर्यावरण मैं पैदा हो रहे प्रदूषण को भी नियंत्रित करने के लिए नई तकनीकी और नए तरीकों का इजाद एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी की वजह से कर लिया गया है। उसी तरह से कृषि अपशिष्ट का इस्तेमाल करते हुए बायो फ्यूल की नई-नई वैरायटी तैयार की जा रही है, जिससे कि गैसोलीन की जगह पर इसे आसानी से इस्तेमाल में लाया जा सके और खाद्य श्रृंखला भी इससे प्रभावित ना हो।

इससे यह स्पष्ट होता है कि वर्तमान समय में agri tech careers का क्या महत्व है और इस क्षेत्र में कॅरियर बनाने के लिए युवाओं को क्यों अपने कदम आगे बढ़ाने चाहिए।

Careers in Agri Tech: इन क्षेत्रों में रोजगार के अवसर

एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी विशेषज्ञों के कार्य

एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी विशेषज्ञों को मिलने वाली भूमिकाएं

प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए पढ़े जाने वाले विषय

Careers in agri tech के लिए सबसे पहला कदम होता है प्रवेश परीक्षा में शामिल होना। प्रवेश परीक्षा अलग-अलग संस्थानों के द्वारा ली जाती है। प्रवेश परीक्षा में उत्तीर्ण होने के उपरांत आपको संबंधित संस्थान में एडमिशन मिल जाता है और यहीं से अपने सपनों की ओर कदम बढ़ाने की आपकी शुरुआत होती है। प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए जिन विषयों का अच्छी तरीके से अध्ययन करना जरूरी है, वे निम्नवत हैं:-

अधिकतर प्रवेश परीक्षाओं की अवधि 3 घंटे की होती है और इनमें पूछे जाने वाले सवाल 150 से 200 अंक तक के होते है। अच्छी तरह से तैयारी कर ली जाए तो इन प्रवेश परीक्षाओं को उत्तीर्ण करना ज्यादा कठिन नहीं होता है।

ग्रेजुएशन के लिए ली जाने वाली प्रवेश परीक्षाएं

– इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (BHU) एंट्रेंस एग्जाम

– इंडियन काउंसिल ऑफ़ एग्रीकल्चरल रिसर्च (ICAR) ऑल इंडिया एंट्रेंस एग्जाम

– कॉमन इंजीनियरिंग एंट्रेंस टेस्ट (हरियाणा CET)

– ऑल इंडिया इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम (AIEEE)

– भारत यूनिवर्सिटी इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम

– इंजीनियरिंग, एग्रीकल्चरल एंड मेडिकल कॉमन एंट्रेंस एग्जाम (EAMCET)

– नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी कंबाइंड प्री-एंट्रेंस टेस्ट

– नॉर्थ ईस्टर्न रीजनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (NERIST) एंट्रेंस एग्जाम

– जीजीएसआईपी यूनिवर्सिटी कंबाइंड एंट्रेंस टेस्ट (CET)

– ज्वाइंट एंट्रेंस टेस्ट (JAT)

इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम

– जवाहरलाल नेहरू टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी इंजीनियरिंग, एग्रीकल्चरल एंड मेडिसिन कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (CET)

– इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी – ज्वाइन एडमिशन टेस्ट (आईआईटी – जेएएम)

– बाबा गुलाम शाह बादशाह यूनिवर्सिटी सीईटी

मास्टर्स के लिए ली जाने वाली प्रवेश परीक्षाएं

Agri Tech की पढ़ाई करवाने वाले महत्वपूर्ण संस्थान

– इलाहाबाद एग्रीकल्चरल इंस्टिट्यूट, उत्तर प्रदेश

– चंद्रशेखर आजाद एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी

– उत्तर बंगा कृषि विश्वविद्यालय

– वेस्ट बंगाल यूनिवर्सिटी ऑफ़ एनिमल एंड फिशरी साइंसेज

– गोविंद बल्लभ पंत यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी

– नॉर्थ ईस्टर्न हिल यूनिवर्सिटी (नॉर्थ ईस्टर्न रीजनल साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंस्टिट्यूट, इटानगर)

– तमिलनाडु एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, तमिलनाडु

– एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, हिसार, हरियाणा

– सरदार वल्लभ भाई पटेल यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी, उत्तर प्रदेश

– सेंट्रल एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, मणिपुर

– तमिलनाडु वेटेरिनरी एंड एनिमल साइंस यूनिवर्सिटी, चेन्नई

– चौधरी चरण सिंह हरियाणा

आचार्य एनजी रंगा एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी

– इलाहाबाद यूनिवर्सिटी (इलाहाबाद एग्रीकल्चर इंस्टिट्यूट)

– चौधरी चरण सिंह हरियाणा एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी

– केरल एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी

– जीबी पंत यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी

– गुजरात एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, गुजरात

– इंडियन एग्रीकल्चरल रिसर्च इंस्टिट्यूट, नई दिल्ली

– इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, छत्तीसगढ़

– असम एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी

– महाराणा प्रताप यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी, उदयपुर

– महाराष्ट्र एनिमल एंड फिशरी साइंसेज यूनिवर्सिटी

– बिरसा एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, झारखंड

– मराठवाड़ा कृषि विश्वविद्यालय

– बिधान चंद्र कृषि विश्वविद्यालय

– महात्मा फुले कृषि विद्यापीठ, राहुरी

– राजेंद्र एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, पुसा, समस्तीपुर, बिहार

– उड़ीसा यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी, उड़ीसा

– पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, लुधियाना, पंजाब

– राजस्थान एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, बीकानेर

– जवाहर लाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय, कृषि नगर

– शेर-ए-कश्मीर यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चरल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी, श्रीनगर

– मराठवाड़ा एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, परभानी

– यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चरल साइंस, बेंगलुरु

और अंत में

Careers in agri tech के लिए भारत में कितनी संभावनाएं मौजूद हैं, इस लेख को पढ़ने के बाद आप इससे भली भांति वाकिफ हो चुके हैं। जिस तरीके से भारत में कृषि के क्षेत्र में निरंतर प्रगति हो रही है, उसे देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि कृषि तकनीकी के क्षेत्र में आज युवा अपने लिए एक बेहतर और स्वर्णिम कॅरियर बना सकते हैं। यह जानकारी यदि आपको अच्छी लगी हो, तो कृपया आप इसे अपने दोस्तों के साथ भी अवश्य शेयर करें, ताकि उन्हें भी इसका लाभ मिल सके।