Open Naukri

जानिए, कैसा था राजपूत राज्यों में प्रशासन?

Rajput State में Administration किस तरह का था, इसे लेकर UPSC के Exam में History Section के अंतर्गत कई बार सवाल पूछे जा चुके हैं। Rajput State में Administration एक महत्वपूर्ण topic है। इस लेख में हम आपको राजपूतों के Administration के बारे में विस्तार से जानकारी उपलब्ध करा रहे हैं, जो आपकी तैयारी के दौरान आपके लिए बेहद मददगार साबित होगी।

राजपूत शासन में शासन का स्वरूप

राजपूत शासन में सैनिक प्रशासन

राज्य की आय के साधन

राज्य को सर्वाधिक आय भूमि कर से होती थी। भूमि कर की दरें भी अलग-अलग रखी गई थीं। युद्ध हमेशा होते रहते थे। राज दरबार और महल की देखरेख की जरूरत होती थी। ऐसे में भूमि कर में भी बढ़ोतरी हमेशा होती रहती थी। भूमि के उपज का 1/6 से 1/3 भाग तक भूमि कर के तौर पर ले लिया जाता था। साथ ही बिक्री कर व व्यावसाय कर वसूले जाने का भी नियम था। उद्योग-धंधे एवं व्यापार से तो राज्य को आय प्राप्त होती ही थी, साथ में सामंतों से मिलने वाले उपहार कर, वार्षिक कर एवं आर्थिक दंड से भी राज्य की आय हो जाती थी। राजपूत राजा किले और मंदिर बनवाने में बहुत खर्च करते थे।

न्याय व्यवस्था की स्थिति

निष्कर्ष

UPSC Exam की History में अब यदि आपसे राजपूतों के Administration से संबंधित किसी भी प्रकार के सवाल पूछे जाते हैं तो आप इसे पढ़ने के बाद आसानी से इनका जवाब देने की स्थिति में होंगे।