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एयरफोर्स में पायलट बनने के लिए क्या करें

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प्रत्यके व्यक्ति अपनी युवा अवस्था में हवा में उड़ने का प्रयत्न करता है। कुछ उत्साही युवा इस स्वप्न को वास्तविकता में परिवर्तित कर देते हैं और वे एक पायलट बन कर विमान लेकर उड़ना पसंद करते हैं। इनमें से भी कुछ युवा देशप्रेम से प्रेरित होकर वायु सेना का पायलट बनना पसंद करते हैं। आइये देखें की भारतीय वायु सेना का पायलट कैसे बन सकते हैं और इस कैरियर में एक युवा क्या प्राप्त कर सकता है।

वायु सेना के पायलट की पात्रता:

भारतीय वायु सेना के पायलट के रूप में आप, वायु सेना की फ्लाइंग ब्रांच में कैरियर बनाते हैं। वैसे तो कक्षा बारह के बाद ही एक युवा भारतीय वायु सेना के पायलट बनने के योग्य हो जाता है। लेकिन इसके लिए आपका कक्षा बारह में गणित और भौतिकी के साथ उत्तीर्ण होना जरूरी है। यदि आप ऑफिसर ग्रेड में चयनित होना चाहते हैं तो आपको स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण करनी आवशयक है।

परीक्षा:

भारतीय वायु सेना में पालट बनने के लिए निम्न दो परीक्षाओं में से किसी एक का उत्तीर्ण करना अनिवार्य है:

  1. राष्ट्रिय शिक्षा अकादमी (एनडीए)

इस परीक्षा को 16-19 वर्ष का भारतीय युवक जो निम्न शारीरिक मानदंडों पर पूरा उतरता है, दे सकता है:

  1. संयुक्त रक्षा सेवा परीक्षा (सीडीएस)

यदि आप 19-23 वर्ष के एकल भारतीय युवक हैं और आपने आपने गणित और भौतिकी के साथ ही बारहवीं कक्षा और प्रथम श्रेणी में तीन वर्ष का स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण की हो तो आप इस परीक्षा को देने के योग्य माने जाते हैं।

पाइलट बनने की प्रक्रिया:

वायु सेना का पाइलट बनने के लिए आपको निम्न प्रक्रिया से गुजरना होता है :

  1. आवेदन पत्र:

प्रथम चरण के रूप में आप एनडीए या सीडीएस की यूपीएससी द्वारा आयोजित परीक्षाओं के लिए अपना आवेदन भेजते हैं। यह परीक्षाएँ वर्ष में दो बार, अप्रैल और अगस्त में आयोजित होती हैं। इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने पर आप अगले चरण के योग्य हो जाते हैं।

  1. गुण परीक्षण:

इस चरण में वायु सेना के चयन बोर्ड जो देहरादून, वाराणसी या मैसूर में हैं, में से किसी एक में गुण परीक्षण के लिए बुलाये जाते हैं। यहाँ आपका मनोवैज्ञानिक परीक्षण, इंटरव्यू और ग्रुप एक्टिविटीस के माध्यम से गहन परीक्षण होता है।

  1. मेडिकल:

जो युवक गुण परीक्षण को सफलतापूर्वक पूरा कर लेते हैं उनका मेडिकल परीक्षण किया जाता है।

  1. मेरिट सूची:

जब युवा सभी प्रकार के परीक्षणों में सफल हो जाते हैं तो अखिल भारतीय स्तर पर एक मेरिट सूची का निर्माण होता है जो सफल वायु सेना पाइलट को प्रशिक्षण के लिए तैयार करता है।

वेतन और परिश्रिमिक:

वायु सेना के पालट को प्रशिक्षण के दौरान 21000 रु की मासिक छात्रवृति के अतिरिक्त नियुक्ति के बाद 62-75 हज़ार तक का मासिक वेतन मिलता है।