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औपनिवेशिक शासन में भी ऐसे खुले भारत के लिए संभावनाओं के द्वार



भारत में ब्रिटिश शासन की स्थापना का आधार ही व्यापार रहा था, क्योंकि इसी के जरिये ब्रिटिशों ने यहां अपना आधिपत्य जमाया था और धीरे-धीरे भारत को अपना उपनिवेश बना लिया था। यहां आपको ब्रिटिश कालीन भारत में मुक्त व्यापार और भारत में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन की बदलती प्रकृति के बारे में बता रहे हैं।

ब्रिटिश कालीन भारत में मुक्त व्यापार

ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन की बदलती प्रकृति

निष्कर्ष

भारत के हिसाब से देखा जाए तो भारत में जो ब्रिटिश उपनिवेश का काल रहा, उसे अंधकार युग से कम नहीं कहा जा सकता। फिर भी इस दौरान जिस तरीके से अलग-अलग वर्गों ने संघर्ष किया, उससे संभावनाओं के द्वार खुलते गए। बताएं, ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के बारे में क्या सोचते हैं आप?