अधिकारियों के पदों के लिए सशस्त्र बलों में एनसीसी से ‘C’ Certificate किये हुए उम्मीदवारों के लिए कुछ पद आरक्षित होते हैं। NCC ‘C’ Certificate के लिए उम्मीदवार को एनसीसी सीनियर डिवीजन में तीन वर्ष पूरे करने की जरूरत होती है। कुछ परीक्षाओं के लिए उन्हें लिखित परीक्षा और एसएसबी उत्तीर्ण करना भी जरूरी होती है, जबकि कुछ परीक्षाओं के लिए केवल SSB उत्तीर्ण करना ही आवश्यक मानदंड माना जाता है। यहां हम आपको विभिन्न सशस्त्र बलों में लिखित परीक्षा में ‘C’ प्रमाण-पत्र के आधार पर मिलने वाले अंकों की जानकारी दे रहे हैं, ताकि इसके अनुसार आप तैयारी कर सकें।
सेना (Army)
- NCC ‘C’ Certificate धारकों को IMA और OTS के माध्यम से सेना में कमीशन हासिल करने के लिए UPSC की परीक्षा में भाग लेना आवश्यक होगा। हालांकि, IMA के प्रत्येक नियमित पाठ्यक्रम में 32 रिक्तियां उन NCC-C प्रमाणपत्र धारकों के लिए आरक्षित होती हैं, जिन्होंने UPSC प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण हर ली हो और सेवा चयन बोर्ड द्वारा सफल घोषित किए गए हों।
- ध्यान देने वाली बात यह है कि NCC कैडेट्स में से जिन्होंने UPSC परीक्षा और SSB उत्तीर्ण की है, उनमें से 32 कैडेट्स को सामान्य योग्यता सूची के पोजीशन से इतर IMA प्रशिक्षण के लिए चुना जाएगा, जिसमें हर वर्ष 64 रिक्तियां आती हैं।
- जो NCC-C प्रमाणपत्र धारक उम्मीदवार Sol (GD) में प्रवेश चाहते हैं, उन्हें लिखित परीक्षा के भाग -1 में सम्मिलित होने से छूट दी गई है और उन्हें मेरिट सूची में सबसे ऊपर रखा जाएगा। जहां तक Sol Clk/SKT/Tech/NA का सवाल है, इनमें उन्हें लिखित परीक्षा के भाग-1 में सम्मिलित होने से छूट नहीं दी जाएगी, बल्कि मेरिट लिस्ट में ओवरऑल प्लेसमेंट के लिए लिखित परीक्षा में अर्जित कुल अंकों में से 10 फीसदी बोनस अंक प्रदान किये जाएंगे।
नौसेना (Navy)
- नौसेना में कमीशन प्रदान करने के लिए प्रति पाठ्यक्रम 6 रिक्तियों को स्पेशल एंट्री कैडेट्स के तौर पर योग्य NCC कैडेट्स के चयन के लिए आरक्षित किया गया है, बशर्ते कि नेवल विंग का उनके पास ‘C’ प्रमाणपत्र हो, भौतिकी और गणित के साथ B.Sc हों या BE के डिग्री धारक हों, 19 से 24 वर्ष की आयु के हों और सेवा चयन बोर्ड की ओर से नौसेना अकादमी, गोवा में प्रशिक्षण के लिए पूरी तरह से फिट हों। ऐसे उम्मीदवारों को यूपीएससी की ओर से आयोजित संयुक्त रक्षा सेवा (CDS) परीक्षा में उपस्थित होने से छूट दी जाती है।
- नौसेना में भर्ती के दौरान आर्टिफिशर अपरेंटिस डिप्लोमा होल्डर और सेलर (MER) को प्रदान किये जाने अतिरिक्त अंकों का वेटेज क्रमशः 6 और 15 अंकों का होता है।
वायु सेना (Air Force)
- फ्लाइंग ब्रांच (पायलट) पायलट पाठ्यक्रमों में सीधे तौर पर दाखिले के लिए 10 फीसदी रिक्तियां NCC ‘C’ Certificate धारकों के लिए आरक्षित हैं। यूपीएससी प्रवेश परीक्षा के माध्यम से उनकी प्रक्रिया नहीं संचालित होती है।
- अन्य शाखाओं में भी NCC ‘C’ Certificate धारकों के लिए 10 फीसदी रिक्तियां आरक्षित होती हैं। यूपीएससी प्रवेश परीक्षा के माध्यम से इनकी भी प्रक्रिया नहीं संचालित होती है।
- फ्लाइंग शाखा में प्रवेश के लिए स्नातक होना जरूरी है बशर्त कि प्लस 2 में भौतिकी का अध्ययन किया गया हो।
- ग्राउंड ड्यूटी शाखा के लिए प्रथम श्रेणी में स्नातक होना जरूरी है। भारतीय वायुसेना की ओर से केंद्रीकृत तरीके से शाखा का आवंटन किया जाता है।
- वायु सेना (एयरमैन) के लिए जो चयन परीक्षा होती है, उसमें एनसीसी-सी प्रमाणपत्र धारकों के लिए 5 अंक जुड़ जाते हैं।
तटरक्षक बल (Coast Guard)
- इसमें अधिकारियों के चयन के दौरान NCC-C प्रमाणपत्र धारक उम्मीदवारों को दिये जाने वाले अंक का वेटेज 15 अंक का होता है।
- जब तटरक्षक बल के जहाज पड़ोसी देशों के यहां जाते हैं, तो क्रूज पर एनसीसी कैडेट्स को भी ले जाया जाता है।
सीमा सुरक्षा बल (BSF)
- इसमें सिपाही/कांस्टेबल के रूप में नियुक्ति के दौरान NCC-C प्रमाणपत्र धारक उम्मीदवारों को 10 अतिरिक्त अंक दिये जाते हैं।
- इसके अंतर्गत अधिकारियों की नियुक्ति के दौरान भी NCC-C प्रमाणपत्र धारक उम्मीदवारों को 10 अतिरिक्त अंक दिये जाते हैं।
केंद्रीय रिजर्व पुलिस (CRP)
- राजपत्रित पदों जैसे कि कंपनी कमांडर, क्वार्टरमास्टर्स और डिप्टी एसपी पर भर्ती के लिए न्यूनतम निर्धारित योग्यता या तो प्रथम श्रेणी में स्नातक की डिग्री है या फिर द्वितीय श्रेणी में स्नातक की डिग्री है।
- हालांकि, NCC-B और NCC-C प्रमाणपत्र धारक तृतीय श्रेणी में स्नातक की डिग्री के साथ भी इन पदों के लिए योग्य माने जाते हैं।
केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF)
- CISF के तहत कॉन्स्टेबल के पद पर भर्ती के दौरान NCC-C प्रमाणपत्र धारक उम्मीदवारों को 3 अंक प्राप्त होते हैं।
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP)
- ITBP के तहत असिस्टेंट कमांडेंट (जनरल ड्यूटी) एवं सब इंस्पेक्टर (जनरल ड्यूटी) के पदों पर भर्ती के दौरान NCC-B/NCC-C प्रमाणपत्र होना वांछित योग्यता में शामिल है।
निष्कर्ष
संयुक्त रक्षा सेवा यानी कि CDS परीक्षा में NCC ‘C’ Certificate का महत्व ऊपर आपने पढ़ लिया है। इसका सितंबर सत्र शुरू हो गया है। सीडीएस एक तीन चरण की परीक्षा है, जिसमें लिखित परीक्षा, व्यक्तिगत साक्षात्कार और उसके बाद मेडिकल परीक्षा शामिल है। इच्छुक आवेदकों के पास पद की आवश्यकता के अनुसार संबंधित स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। बताएं, आपके पास NCC का कौन-सा Certificate है?