दिल्ली मोहल्ला क्लिनिक क्या है :-
31 अगस्त 2017 को दिल्ली मोहल्ला क्लिनिक परियोजना को लेकर सीएम अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल अनिल बैजल और अन्य मंत्रियों व अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक हुई थी। बैठक में उपराज्यपाल ने आश्वस्त किया कि दिल्ली मोहल्ला क्लिनिक पर फैसला पर्याप्त सुरक्षा उपायों को निहित करके लिया जाएगा ताकि दिल्लीवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं पारदर्शी एवं प्रभावी रूप से मिल सके। दिल्ली मोहल्ला क्लिनिक परियोजना के तहत मरीजों का मुफ्त इलाज होगा, मुफ्त दवाइयां दी जाएगी … साथ ही मरीजों के सारे टेस्ट भी मुफ्त होंगे।
दिल्ली मोहल्ला क्लिनिक परियोजना के तहत हो रहे कार्य :-
दिल्ली मोहल्ला क्लिनिक में आने वाले 97 पर्सेंट मरीजों को इलाज हो रहा है और तीन पर्सेंट मरीजों को ही हॉस्पिटल रेफर किया जाता है। करीब 100 दिल्ली मोहल्ला क्लिनिक चल रहे हैं और इस साल के आखिर तक 1000 दिल्ली मोहल्ला क्लिनिक तैयार हो जाएंगे। आम आदमी पार्टी सरकार ने हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर पर खासा ध्यान दिया है। दिल्ली मोहल्ला क्लिनिक मरीजों को हॉस्पिटल में फ्री में दवाइयां मिल रही हैं, साथ-साथ बच्चों के टीकाकरण और 50 बुनियादी परीक्षणों की सुविधाएं भी है ।
दिल्ली मोहल्ला क्लिनिक परियोजना बड़े, बुजुर्गों के साथ-साथ बच्चों के लिए भी फायदेमंद हैं :-
स्टूडेंट्स और आम लोगों के इलाज के लिए दिल्ली सरकार ने 300 स्कूलों में दिल्ली मोहल्ला क्लिनिक खोलने का फैसला किया है। दिल्ली मोहल्ला क्लिनिक में बच्चों की डिजीज की स्क्रीनिंग, एनीमिया, न्यूट्रिशियन, हियरिंग प्रॉब्लम्स, स्किन, हार्ट, वैक्सीनेशन, डेंटल चेकअप के साथ-साथ हेल्थ एजुकेशन प्रमोशन भी किया जाएगा।
हेल्थ मिनिस्टर सत्येंद्र जैन ने बताया कि अब तक सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे की हेल्थ स्क्रीनिंग नहीं हो पाती थी। स्कूलों में दिल्ली मोहल्ला क्लिनिक खुलने से उन्हें इसकी सुविधा मिलेगी। दिल्ली मोहल्ला क्लिनिक में हर तीन महीने में बच्चों की स्क्रीनिंग की जाएगी। इससे उनका फिजिकल और मेंटल डिवेलपमेंट सही हो पाएगा । इन सभी दिल्ली मोहल्ला क्लिनिक को स्कूल की चारदीवारी के साथ कॉर्नर में बनाया जाएगा, ताकि आम पब्लिक भी बाहर से आ पाएं।
रोजाना इन दिल्ली मोहल्ला क्लिनिक में दो घंटे सिर्फ बच्चों के लिए होगा। इस दौरान, आम पब्लिक की डीलिंग नहीं होगी। हेल्थ मिनिस्टर ने कहा कि इन दिल्ली मोहल्ला क्लिनिक में प्राइवेट डॉक्टर इलाज करेंगे। उन्होंने कहा कि साल में 180 दिन स्कूल खुले रहते हैं। इन सेंटर्स में बीमारियों की स्क्रीनिंग सालाना होगी, वैक्सीनेशन वीकली, डेंटल चेकअप सालाना और हेल्थ एजुकेशन रेगुलर होगा।
दिल्ली मोहल्ला क्लिनिक परियोजना हैं आम लोगों के लिए :-
दिल्ली मोहल्ला क्लिनिक में प्रवेश द्वार पर साफ शब्दों में लिखा हुआ है ‘नि:शुल्क जांच, नि:शुल्क दवा और नि:शुल्क सलाह।’ हर रोज़ एक निजी लेबोरेटरी को 200 तरह की जांचों के लिए नमूना सौंपा जाता है।
दिल्ली मोहल्ला क्लिनिक में न केवल खून या पेशाब का नमूना इकट्ठा होता हैं और बल्कि लैबों के मुख्य कार्यालयों में भी भेजते है । रिपोर्ट लाने के बाद उन्हें मरीजों को सौंपे भी जाते हैं। इस पूरी प्रक्रिया में दिल्ली मोहल्ला क्लिनिक में एक पैसा खर्च करने की जरूरत नहीं होती है।