अपने आप को प्रेरित करने के 5 तरीकें

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किसी भी लक्ष्य के प्राप्ति के लिए ,उसकी प्राप्ति तक प्रेरित रहना अति आवश्यक है अन्यथा ९९% प्रतिशत लोगों के तरह बीच रास्तें में सफ़र ख़त्म होने के संभावना है | प्रेरणा दूसरों के जीवन से भी ली ज सकती है ये दुनिया प्रेरणादायक व्यक्तयों से भरी पड़ी है | एक और तरीका अपने आप को प्रेरित करना है और माना जाता है के स्वप्रेरणा आपको काफी आगे तक ले जा सकती है | हमने अपने आप को प्रेरित करने के कुछ तरीकों की सूची बनाई है और वें कुछ इस तरह से हैं :-

१.लक्ष्यों की सूची बनायें :
लक्ष्य से बड़ी कोई प्रेरणा नहीं हैं इस लिए सर्वप्रथम अपने लक्ष्यों की सूची बनायें और इस बात का ध्यान रखें की हर लक्ष्य पूरी तरह से परिभाषित हो ताकि मन में कोई संदेह न रह जाये |लक्ष्यों को प्राप्त करने के रस्ते का नक्शा भी तैयार करें ताकि आपको शरुआत से अंत तक हर कदम पता हो | इस बड़े लक्ष्य को छोटे छोटे लक्ष्यों में बदल ले और सबसे सरल लक्ष्य के साथ शुरुआत करे ताकि यह आसान सफलता आपके आत्मविश्वास बेहतर करेगी |

२.जोखिम लेने के प्रवर्ती पैदा करें :
वो लोग जो सीधी सादी जिंदगी जीना चाहतें है बिना कोई जोखिम लिए वे बेशक ऐसा कर सकते हैं पर वे औसत से ज्यादा कभी कुछ नहीं कर पाएंगे | आप अपने देमाग में आने वाले हर सफल आदमी के सूची बनायें और उनके बारे में जानकारी लें तो आप पाएंगे के हर सफल व्यक्ति उसके द्वारा किसी समय लिए गए जोखिम से ही परिभाषित होता है |अपने अन्दर यह प्रवर्ती पैदा करने के लिए कभी कभी थोड़े जोखिम वाले खेल में हिस्सा लें जैसे बंजी जम्पिंग जहाँ खतरा है पर सुरक्षा के भी उपाय किये गएँ हैं | अगर आप जोखिम सहीं तरीके से लेना नहीं सीखेंगे तो आप डर को जीतने देंगे | जोखिम के सबसे बेहतरीन बात यह है की ये आपका ध्यान हमेशा लक्ष्य पर रखेगा और उसे पाने के लिए आप हमेशा प्रेरित रहेंगे |

३.इस अनुभव मजेदार बनाने का प्रयास करें :
लक्ष्य प्राप्ति में नीरसता आपकी सबसे बड़ी दुश्मन है क्योंकि अगर आपका मंजिल तक पहुचने का रास्ता नीरस होगा तो आपके ध्यान भटकने का जोखिम हमेशा बना रहेगा और फिर आप लक्ष्य प्राप्ति के लिए प्रेरित नहीं रहेंगे | इसका सबसे आसान उपाय यह है के आप उसी क्षेत्र में अपना लक्ष्य बनायें जहाँ काम करना आपको आनंद देता है और अगर ऐसा नहीं है तो अपने आप को और ज्यादा अनुशासित करें और इस क्षत्र के उन पहलुयो में ज्यादा रूचि लें जो आपको आनंद देते हैं और बाकि को अपना कर्तव्य समझ कर करें |

४.अपना रुख सकारात्मक बनायें रखें
नकारात्मकता व्यक्ति के लिए किसी भी चीज के लिए प्रेरित होना काफी कठिन है इसलिए एक सकारात्मक इंसान बनें | सकारात्मक रूख इसलिए भी बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि आपके मंजिल तक पहुँचने का सफ़र हमेशा आसान नहीं रहने वाला इसमें कभी अवरूध भी आएंगे अगर आप इसे सकारात्मक रुख से नहीं लेंगे तो आपका आगे बढ़ना काफी मुश्किल है |

५.लक्ष्य पर केन्द्रित रहें
अगर आप लक्ष्य प्राप्ति तक एक जगह केन्द्रित नहीं रह सकते तो आप इसे पाने की उम्मीद छोड़ दीजिये | आपके रस्ते में कई मुश्किले आएँगी पर आपको अपने लक्ष्य से नजर नहीं हटानी है तभी आप उस तक पहुच पायेगे क्योंकि और भी कई लोग हुए हैं जो आपसे भी ज्यादा योग्य थे और सक्षम थे पर ध्यान भटकने के कारण कभी अपने लक्ष्य तक नहीं पहुच सके कृपया अपना नाम उस सूची में नहीं लिखायें और अपना ध्यान केन्द्रित रखें |

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